भारतीय क्रिकेटर महेंद्र सिंह धोनी की जीवन पर आधारित फिल्म MS Dhoni: The Untold Story में काम करने वाले एक्सपर्ट्स के मुताबिक जिन मैचों में धोनी ने शानदार प्रदर्शन किया था, उन फुटेज को फिर से बनाना बहुत मुश्किल काम था। इस फिल्म में मीडिया सर्विस कंपनी प्राइम फोकस ने अपनी डिजिटल सर्विस फिल्म के लिए दी थीं। मालूम हो कि बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत स्टारर इस फिल्म में धोनी द्वारा खेले गए कई ऐतिहासिक मैचों की फुटेज को या तो फिर से शूट और एडिट किया गया है। कई जगहों पर ऐसा लगता है कि फुटेज वही है बस सुशांत का चेहरा धोनी से बदल दिया गया है।
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कंपनी के भारत के वाइस प्रेसिडेंस नीरज संघई ने कहा- फिल्म की कहानी वास्तविक दुनिया और उसमें हुए घटनाक्रम पर आधारित है, इसलिए हमारी कोशिशें विश्वसनीयता और भरोसे को कायम रखते हुए डायरेक्टर की क्रिएटिव विजन और कहानी की स्क्रिप्ट के मुताबिक विजुअल तैयार करने पर थीं। उन्होंने कहा- प्राइम फोकस टीम के लिए कुछ सबसे बड़ी चुनौतियों में से एक था धोनी के भारतीय क्रिकेट टीम के लिए खेले गए ऐतिहासिक मैचों की फुटेज को रीक्रिएट करना, ताकि कहानी के प्रहाव को बनाए रखते हुए ऐसा न लगे कि सुशांत को सीन में डाल दिया गया है। टीम के लिए इसकी संवेदनशीलता समझना और सीक्वेंस को उसी के मुताबिक डिलीवर करना जरूरी था, और मुझे उस काम पर बहुत गर्व है जो हमने टीम के लिए किया है।
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बता दें कि इस टीम के लिए सही तरीके से धोनी को एक स्कूल के लड़के से लेकर भारतीय क्रिकेट टीम के कैप्टन तक बढ़ते हुए दिखाने के लिए भी तरीके ढूंढने पड़े। विजुअल इफैक्ट्स और डीआई का इस तरह से इस्तेमाल करना कि अलग-अलग टाइम पीरियड को फिर से बनाया जा सके जिससे सुशांत सिंह राजपूत धोनी की उम्र के अलग-अलग पड़ावों में बिलकुल ऑथेंटिक दिखें, यह एक चुनौती थी। बता दें कि फिल्म में वही तकनीक इस्तेमाल की गई है जिसे हॉलीवुड फिल्म ‘कैप्टन अमेरिका: द फर्स्ट एवेंजर’ में स्टीव रॉजर्स के किरदार को युवा उम्र में दिखाने के लिए किया गया था।