मिथुन चक्रवर्ती के बेटे मिमोह चक्रवर्ती ने अपने पिता को लेकर बातें की और उस दौर को भी याद किया जब उन्होंने बी ग्रेड फिल्में की थीं। मिमोह ने कहा कि उन्होंने सौभाग्य से कभी भी अपने पिता मिथुन चक्रवर्ती को एक हिट देने के बाद अवसाद में नहीं देखा। मिमोह ने बताया कि मिथुन ने 2000 के दशक की शुरुआत में इतनी तेजी से बी-ग्रेड फिल्में क्यों कीं? मिमोह ने कहा कि उनके पिता ने जो कुछ भी किया, वह अपने परिवार के लिए और उनके भविष्य को सुरक्षित करने के लिए किया।

उस समय, मिथुन एक सुपरस्टार के रूप में अपने चरम पर थे, और उन्होंने ऊटी के एक होटल में निवेश किया था। सिद्धार्थ कन्नन के साथ एक साक्षात्कार में, मिमोह से पूछा गया कि मिथुन कम बजट वाली फिल्में कर रहे हैं जिन्हें उनके कद से नीचे देखा जा सकता है। इस साल की शुरुआत में मिथुन के छोटे बेटे नमाशी ने कहा कि मिथुन को गुंडा जैसी फिल्में करने के लिए राजी नहीं होना चाहिए था, क्योंकि वे उनके लेवल से नीचे थीं। अब इस बारे में मिमोह ने अपनी राय रखी है।

उन्होंने कहा, ‘ईमानदारी से कहूं तो हमसे ज्यादा मेरी मां ने उनका पतन देखा है। जब हम बच्चे थे तो पापा मेगास्टार थे और मां हमें बताती थीं कि जब भी वह फ्लॉप होते तो डिप्रेशन में चले जाते। वह उस समय एक दिन में चार शिफ्ट कर रहे थे, प्रत्येक सेट पर दो-दो घंटे बिताते थे। टच वुड, हम बच्चों ने उन काले समय को कभी नहीं देखा।

लेकिन उन्होंने अपने पिता को कई बी-ग्रेड फिल्में करते देखा। इस पर अपने पिता के फैसलों का बचाव करते हुए मिमोह ने कहा, “उन्होंने हमारे लिए किया, उन्होंने होटल के लिए किया। बॉलीवुड फिल्मों की हर यूनिट और साउथ की हर यूनिट हमारे होटल में ठहरती थी, इसलिए हमेशा आना-जाना लगा रहता था। वह पैसे के लिए ऐसा कर रहे थे, लेकिन ऐसा नहीं था कि उनके निर्माता घाटे में जा रहे थे। अगर वे एक फिल्म पर 70 लाख रुपये खर्च कर रहे थे, तो बदले में उन्हें 1 करोड़ रुपये मिल रहे थे। उन्हें कभी कोई एतराज नहीं था। आज भी वह डांस बांग्ला डांस, डांस इंडिया डांस… वह जो कुछ भी करते हैं, वह हमारे लिए करते हैं।’ मुझे यह कहते हुए बहुत गर्व हो रहा है, लेकिन उनका पहला और आखिरी विचार हमेशा उनका परिवार होता है।

मिमोह ने यह भी खुलासा किया कि जब मिथुन ने उन्हें अपने संघर्षों के बारे में बताया तो हम सब ‘डर’ गए। उनके पास सोने के लिए जगह नहीं होती थी, उनके रूममेट ने उन्हें बाहर निकाल दिया था। उन्हें नहीं पता होता था कि उन्हें अपना अगला भोजन कहाँ से मिलने वाला है, और वह जिम करने के लिए वो वहां के बाथरूम की सफाई किया करते थे।