संगीत की दुनिया के सम्राट एआर रहमान अपने म्यूजिक के जरिए अपने फैन्स के दिल में बसते हैं। कंपोजर और सिंगर एआर रहमान का व्यक्तित्व बहुत ही विनम्र और सरल है। एआर रहमान में टैलेंट कूट-कूट कर भरा हुआ है। सिंगर-कंपोजर ने 51 साल की उम्र में चेन्नई में अपना खुद का रिकॉर्डिंग स्टूडियो ‘पंचथान’ बनाया। अपने म्यूजिक करियर में उन्होंने कड़ी मेहनत की। ऐसे में ऑस्कर विनिंग कंपोजर के करियर में जितना उतार चढ़ाव रहा। उतना ही उतार चढ़ाव उनकी पर्सनल लाइफ में भी रहा।
एआर रहमान की मां करीमा बेगम उस वक्त अपने बेटे के लिए दुल्हन ढूंढ रही थीं। ऐसे में उन्हें सायरा बानु मिलीं। रहमान अपने हमसफर को लेकर क्या सोचते थे, वह कैसा पार्टनर चाहते थे, इस बारे में वह क्लियर थे। वहीं एआर रहमान की मां भी चाहती थीं कि होने वाली दुल्हन के अंदर तीन गुण तो जरूर हों। पहला, वह पढ़ी लिखी हो, साथ ही संगीत की समझ रखती हो। दूसरा, वह खूबसूरत हो। वहीं तीसरा, दुल्हन का नेचर बहुत सादा और इंसानियत से भरा हो।
इन सबमें से सबसे मुश्किल था ऐसी लड़की को ढूंढना जिसका नेचर बहुत सादा हो। ऐसे में एआर रहमान की मां को एक लड़की मिल ही गई। लड़की का नाम -मेहर था। मेहर सायरा की छोटी बहन थीं। करीमा बेगम को मेहर बहुत पसंद आईं, ऐसे में वह मेहर के वालिद के पास उनका हाथ मांगने पहुंचीं। मेहर और सायरा के पिता चेन्नई के एक बिजनेसमैन थे। इस बीच रहमान की मां को पता चला कि मेहर की एक और बहन भी है -सायरा।
सायरा और मेहर के पिता ने पहले ही एआर रहमान की मां से कहा कि वह पहले अपनी बड़ी बेटी की ही शादी कराएंगे। इसके बाद छोटी बेटी की शादी होगी। ऐसे में रहमान की मां को सायरा भी बहुत पसंद आईं। तभी उन्होंने मन बना लिया कि रहमान के लिए सायरा ठीक हैं। ऐसे में एआर रहमान और सायरा की जोड़ी बन गई।