देशभर में कोरोनावायरस के संक्रमण से बचने के लिए सोशल डिंस्टेंसिंग के पालन की हिदायत दी जा रही है। लेकिन सरकार द्वारा लॉकडाउन में शराब की दुकानें खोलने पर सोशल डिस्टेंसिंग जैसे नियमों का पालन तो दूर उनकी धज्जियां उड़ती दिखाई दे रही हैं। इस मामले पर कुमार विश्वास ने ट्विटर पर एक वीडियो शेयर करते हुए लिखा- ‘ये वहीं मध्यमवर्गीय देशभक्त हैं जो BCCI नामक क्लब की तथाकथित राष्ट्रीय टीम के एक भिखारी पड़ोसी से जीत पर सड़कों पर मोटरसाइकिल लहराकर “भारतमाता की जय” चिल्लाने को राष्ट्रवाद समझते हैं। यह इस देश की सर्वव्यापी हिप्पोक्रेसी के औरस बेटे-बेटियाँ हैं,दुर्भाग्य से ऐसे ही सत्तारूढ़ हैं।’
ये वहीं मध्यमवर्गीय देशभक्त हैं जो BCCI नामक क्लब की तथाकथित राष्ट्रीय टीम के एक भिखारी पड़ोसी से जीत पर सड़कों पर मोटरसाइकिल लहराकर “भारतमाता की जय” चिल्लाने को राष्ट्रवाद समझते हैं.
यह इस देश की सर्वव्यापी हिप्पोक्रेसी के औरस बेटे-बेटियाँ हैं,दुर्भाग्य से ऐसे ही सत्तारूढ़ हैं https://t.co/IyR3q4GVEj— Dr Kumar Vishvas (@DrKumarVishwas) May 4, 2020
कुमार विश्वास के इस ट्वीट के बाद लोगों ने उन्हें जमकर ट्रोल किया एक यूजर ने कुमार के ट्वीट को रीट्वीट करते हुए लिखा, ‘सर आप मध्यमवर्गीय शब्द का उपयोग करने से बच सकते थे.. जिस क्लास को आप ताना मार रहे है ना ये वही क्लास है जो ईमानदारी से टैक्स भरता है, स्वाभिमान से अपना घर चलाता है,ये ना गरीब है के कीसिके पास हाथ फैला सकता है ना ही अमीर है कि अपने पैसों के दम पे जो चाहे वह कर सकता है।’ वहीं एक अन्य यूजर ने लिखा कि ऐसे मध्यवर्गीय लोग ही आप जैसे लोगों की कविताएं सुनते हैं और आप की तिजोरियों का भार भी ढोते हैं तो आपकी मध्यवर्गीयों को लेकर सोच सही नहीं है।’
गौरतलब है कि कुमार विश्वास कोरोना वायरस के संक्रमण के चलते देश में हो रही गतिविधियों पर लगातार अपनी नजर बनाए हुए हैं। वो सोशल मीडिया के जरिए अक्सर ही देश और समाज से जुड़े मुद्दों पर अपनी राय व्यक्त करते रहते हैं। लेकिन ये पहली बार नहीं है जब कुमार विश्वास अपने किसी बयान के कारण ट्रोलर्स के निशाने पर आए हों। वो इससे पहले भी कई बार सोशल मीडिया पर ट्रोलर्स का शिकार होते रहे हैं।
इससे पहले कुमार ने जब कोरोना वायरस के खिलाफ जंग में पीएम रिलीफ फंड में चेक दान करते हुए लिखा था, चाहता हूँ देश की धरती तुझे कुछ और भी दूं’ यह पांच लाख रुपए की छोटी सी प्रणाम राशि मेरी सांसों का आभार है उन योद्धाओं को जो अस्पतालों, सड़कों और कार्यालयों से युद्धरत हैं, इंसानियत के सबसे बड़े दुश्मन के ख़िलाफ़! इसके बाद दो वो ट्रोलर्स के निशाने पर आ गए थे और लोगों ने उनसे अपना दिल और बड़ा कर के ज्यादा राशि दान करने जैसी बातें कही थीं।