डॉ. कुमार विश्वास अक्सर अपने बयानों को लेकर चर्चा में रहते हैं। अप्रैल फूल के मौके पर उन्होंने एक ट्वीट किया है। जिसको लेकर एक बार फिर से वे सुर्खियों में आ गए। इस ट्वीट के जरिए उन्होंने केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण पर परोक्ष रूप से निशाना साधा है। ट्वीट में कुमार विश्वास ने कहा, “मात्र आज ही #AprilFoolsDay की बधाइयां न दें! चूंकि हम भारतीय मतदाता हैं, अतः हमारी मूर्खताओं के लिए केवल एक दिन बधाई देना हमारे सात दशकों के प्रदर्शन का अपमान है।”
इस ट्वीट पर पत्रकार भारती जैन ने रिएक्ट करते हुए कुमार विश्वास से एक सवाल पूछ लिया। भारती जैन ने लिखा, “आप भारत के मतदाता को मूर्ख कह रह हैं?” पत्रकार के सवाल का जवाब देते हुए डॉ. कुमार विश्वास ने अपनी सफाई पेश की और निर्मला सीतारमण पर तंज कसते हुए लिखा, “जी स्वयं को कह रहा हूं! ओवरसाइट (भूल) में लिख दिया है, आप ओवरनाइट में भूल जाना।”
कुमार विश्वास के इस ट्वीट लोग खूब कमेंट कर रहे हैं और अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं। सतीश मनि त्रिपाठी नाम के यूजर ने कुमार विश्वास के इस ट्वीट पर रिएक्ट करते हुए लिखा, “वैसे अच्छा संजोग है, आपका मूर्ख दिवस पर कटाक्ष भरा ट्वीट आया और आज मतदान भी हो रहा है कुछ जगहों पर। अभी भी वक्त है हम धर्म,जाति, लुभावने वादों में उलझ कर मूर्ख न बनें और सही व्यक्ति का चुनाव करें।”
मात्र आज ही AprilFoolsDay की बधाइयाँ न दें ! चूँकि हम भारतीय मतदाता हैं अतः हमारी मूर्खताओं के लिए केवल एक दिन बधाई देना हमारे सात दशकों के प्रदर्शन का अपमान है
— Dr Kumar Vishvas (@DrKumarVishwas) April 1, 2021
बता दें, एक दिन पहले ही केंद्र सरकार ने 2021-22 की पहली तिमाही के लिए छोटी बचत योजानओं पर ब्याज दरों में कटौती करने की घोषणा की थी। हालांकि बाद में चौतरफा विरोध के बीच वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने गुरुवार को ट्वीट करते हुए आदेश को भूल से जारी होना बताया।
निर्मला सीतारमण ने ट्वीट करते हुए कहा, “छोटी बचत योजनाओं पर ब्याज की दरें वही रहेंगी, जो पिछली तिमाही में थीं। इसको लेकर भूल से जो आदेश जारी किया गया था, उसे वापस लिया जाता है.” निर्मला सीतारमण के इस बयान पर विपक्ष के नेता लगातार तंज कस रहे हैं।
वहीं, कुमार विश्वास की बात करें, तो वे साल 2012 में आम आदमी पार्टी में शामिल हुए थे। हालांकि, बाद में उन्होंने आम आदमी पार्टी से किनारा कर लिया। साल 2014 में कुमार विश्वास ने अमेठी से लोकसभा चुनाव भी लड़ा था, हालांकि उन्हें हार का सामना करना पड़ा था।