कैटरीना कैफ आज अपना बर्थ डे मना रही हैं। कैटरीना के नाम के पीछे एक दिलचस्प कहानी है।  दरअसल कैफ उनका रियल सरनेम नहीं है। उन्होंने किसी के कहने पर अपना सरनेम बदला था। दरअसल कैटरीना का पूरा नाम कैटरीना तुरकोते है।  2003 में फिल्म बूम में कैटरीना को कैज़ाद गुस्ताद और आयशा श्रॉफ ने लॉन्च किया था। उस दौर में कैटरीना का सरनेम तुरकोते था। कैज़ाद को लगा कि इस नाम को बोलने में लोगों को थोड़ी मुश्किल होगी इसके बाद कैटरीना काज़ी के नाम का सुझाव आया लेकिन इस नाम पर भी मुहर नहीं लग पाई। इसके बाद आखिरकार कैफ का नाम फाइनल हुआ। दरअसल उस दौरान भारतीय क्रिकेटर मोहम्मद कैफ अपनी फील्डिंग और बैटिंग से काफी सुर्खियां बटोर रहे थे। उन्होंने 2002 में इंग्लैंड में अपने दम पर भारत को नैटवेस्ट सीरीज़ का फाइनल भी जिताया था। वैसे भी कैटरीना के पिता का नाम भी मोहम्मद कैफ था, ऐसे में फैसला हुआ कि कैटरीना का नाम कैफ ही रखा जाएगा।

कैटरीना का जन्म हॉन्ग कॉन्ग में हुआ था। उनकी मां का सरनेम तुरकोते है और वे इसी सरनेम का इस्तेमाल किया करती थी। कैटरीना के पिता मोहम्मद कैफ एक कश्मीरी नागरिक हैं और वे ब्रिटेन में बिजनेस करते थे वही कैट की मां वकालत और चैरिटी वर्कर का काम करती हैं। कैटरीना जब छोटी सी थी तभी उनके पेरेंट्स का डिवोर्स हो गया था और कैटरीना को उनकी मां ने पाला था। कैटरीना ने अपने एक इंटरव्यू में कहा था कि उन्हें भी अपने पिता की कमी खलती है लेकिन उन्हें जितना मिला है, वे उसके लिए भी शुक्रगुज़ार हैं। उन्होंने ये भी कहा था कि वे अपने पिता के टच में नहीं हैं।

वर्कफ्रंट की बात करें तो कैटरीना की हाल ही में आई टाइगर जिंदा है सुपरहिट साबित हुई। इसके बाद वे आनंद एल राय की फिल्म जीरो में शाहरूख खान और अनुष्का शर्मा के साथ नज़र आने वाली हैं और इसके अलावा वे आमिर खान और अमिताभ बच्चन की फिल्म थग्स ऑफ हिंदोस्तां में भी दिखाई देंगी। इन दोनों ही फिल्मों को इस साल की बहुप्रतीक्षित फिल्मों के तौर पर देखा जा रहा है।

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