तीन महीने पहले मां बनी बॉलीवुड एक्ट्रेस करीना कपूर खान एक बार फिर से काम पर लौट आई हैं। जल्द ही उन्होंने अपने प्रेग्नेंसी वेट को घटा लिया है। लेकिन अपनी प्रेग्नेंसी के दौरान आराम करने के बजाए वो बिजी रहीं। हाल ही में एक लीडिंग को दिए इंटरव्यू में करीना ने बहुत सी बातों पर खुलकर बातचीत की। करीना ने बताया कि मां बनने के बाद वो हर दिन कुछ नया सीख रही हैं। यह बहुत लंबी यात्रा है इसी वजह से मैं और सैफ इसे लेकर बहुत एक्साइटिड हैं। आमतौर पर प्रेग्नेंट होने के बाद महिलाओं को आराम करना होता है लेकिन मैं इन्हें नहीं मानती। मैं हमेशा वो काम करती हूं जो मैं चाहती हूं और एंज्यॉय करती हूं। प्रेंग्नेंट होना और काम करना इन्हें मैंने खुद चुना था। भारत में हर किसी के पास अपना नजरिया है खासतौर से जब बात महिला की होती है।
लोग कहते हैं- तुम्हारी उम्र शादी के लायक हो गई है। अब तुम्हारा बच्चा हो जाना चाहिए। यह सही उम्र है। ये बयान मेरी समझ में नहीं आते हैं क्योंकि जब कोई ग्लोबल कल्चर के बारे में जानता है तो उसे पता होता है कि पश्चिम में लोग 40 की उम्र में भी बच्चे पैदा कर सकते हैं। आप कब बच्चा चाहते हैं यह आपकी अपनी मर्जी होती है। करीना ने कहा कि हर मां की अपने बच्चे के साथ यात्रा अलग होती है। डिलिवरी के कुछ दिनों बाद ही मैं अपने पैरों पर खड़ी हो गई थी और यह काफी निराश करने वाली बात थी कि लोग इसके लिए आपको जज करने लगे थे। किसी को कोई अधिकार नहीं है यह बताने का कि मैं खुद को कैसे रखती हूं और कैसी मां हूं। हर किसी के पास अपना नजरिया होता है। कोई भी मुझे नहीं जानता या यह नहीं जानता कि उस समय पर मैं क्या महसूस कर रही हूं।
करीना ने आगे कहा क्योंकि मैं और मेरे पति सोशल मीडिया पर नहीं हैं हमारी भवनाओं के बारे में हर घंटे बात करना और मेरे या मेरे बच्चे के बारे में स्टोरी लिखने की आजादी का फायदा उठाते हैं। मेरी फिटनेस और वजन घटाने की स्टोरी के बारे में पढ़ना काफी अजीब था। एक कपल के तौर पर हम अपनी जिंदगी की ज्यादातर चीजें शेयर नहीं करते हैं। मैंने अपनी प्रेग्नेंसी को काफी एंज्यॉय किया और अपनी जिंदगी को अपनी शर्तों पर जीना चाहती हूं। मैं किस तरह की मां हूं वो समय के साथ सभी को पता चल जाएगा। मैं अपनी छत से चिल्लाकर अपने मदरहुड के अनुभव को नहीं बताउंगी और ना ये कहूंगी कि मैं तैमूर से कितना प्यार करती हूं।
अपने बेटे के नाम पर हुए विवाद पर करीना ने कहा- जब हमने अपने बेटे का नाम तैमूर रखा तो अचानक से पूरा देश फिलॉसफर, इतिहासकार और वैज्ञानिक बन गया। ऐसा लगा कि हर किसी को उस नाम का मतलब और उसके पीछे के इतिहास के बारे में पता है। लोगों ने मेरे बच्चे के लिए वैकल्पिक नाम भी सुझाने शुरू कर दिए थे। मेरे बच्चे के नाम से किसी को क्या मतलब है? यह सब तब हुआ जब मैं एक मां होने के हर पल को एंज्यॉय करना चाहती थी।