मशहूर मलयालम एक्टर और मिमिक्री आर्टिस्ट अबी का गुरुवार को 52 साल की उम्र में निधन हो गया है। उन्हें मजहाविल कूदारम, किरीडामिल्लाथा राजककनमार, मिमिक्स एक्शन 500, एनियाथिपरावू और रासिकन जैसी फिल्मों के लिए जाना जाता था। अबी ने कोच्ची के अस्पतलाल में 30 नवंबर को अपनी आखिरी सांसे लीं। उनहें मिमिक्री आर्टिस्ट के तौर पर बहुत ज्यादा लोकप्रियता हासिल हुई थी। कलाभवन मंडली ने उन्हें मिमिक्री में पहचान दिलाने का काम किया था।

अबी ने हरीश्री और कोचिन सागर जैसी मिमिक्री मंडली के साथ भी काम किया था। उनका असली नाम हबीब अहमद था। उनके परिवार में पत्नी सुनीला और तीन बच्चे अहाना, अलीना और शाने हैं। अमिना थाथा जैसी कई फिल्मों में अबी ने अपनी गजब की कॉमिक टाइमिंग की वजह से लोगों के दिलों में अपनी जगह बनाई थी। रिपोर्ट्स के अनुसार अबी का डेंगू का इलाज चल रहा था। उनकी हालत बहुत खराब थी और प्लेटलेट्स लगातार गिरते चले जा रहे थे। जिसकी वजह से उनका निधन हो गया। एक्टर हाल ही में अमेरिका में स्टेज शो करके लौटे थे।

 

अमृता असपताल के पीआरओ ने टीएनएम को बताया कि उन्हें सुबह के 10.20 बजे अस्पताल लाया गया था। पीआरओ का कहना है कि जब उन्हें अस्पताल लाया गया तो उनकी मौत हो चुकी थी। अस्पताल पहुंचने से 45 मिनट पहले उनका निधन हो गया था। अबी कैंसर से भी लड़ाई लड़ रहे थे और डॉक्टर पवित्रन के अंडर उनका पिछले 5-6 महीनों से इलाज चल रहा था। अबी ने 50 से ज्यादा मलयालम फिल्मों में काम किया था। उन्होंने अपनी मिमिक्री की 300 ऑडियो और वीडियो कैसेट्स रिलीज की थीं। जिसमें से दे मावेली और ओनाथिनीडक्कू पूटू कचावड़म सबसे ज्यादा हिट हुई थीं।