बॉलीवुड के पहले सुपरस्टार राजेश खन्ना की लगातार हिट हुई 15 फिल्मों की फेहरिस्त में आखिरी फ़िल्म थी, ‘हाथी मेरे साथी।’ इस फिल्म में उन्होंने अभिनेत्री तनुजा से साथ काम किया था। तनुजा को हाथियों से बहुत डर लगता था लेकिन फ़िल्म खत्म होते- होते हाथियों से उनकी दोस्ती हो गई थी। लेकिन जब साल 1971 में फ़िल्म रिलीज़ हुई तो तनुजा की बेटी काजोल (बॉलीवुड की मशहूर अभिनेत्री) अपनी मां से नाराज़ हो गईं कि उन्होंने हाथी को क्यों मारा है।
काजोल उस वक्त 6 साल की थीं। उनके दिमाग में यह बात बैठ गई थी कि उनकी मां की वजह से फिल्म में हाथी मर गया। तनुजा ने यह बात खुद एक इंटरव्यू के दौरान कही थी और बताया था कि फिल्म हाथी मेरे साथी देखने के बाद काजोल ने उनसे 2 हफ्ते तक बात नहीं की थी।
उन्होंने बताया था, ‘मैंने अपने बच्चों को फिल्म तब दिखाई जब काजोल 6 साल की थी और तनीषा (काजोल की दूसरी बहन) 3 साल की थी। इस फिल्म को देखने के बाद 2 हफ्तों तक काजोल ने मुझसे बात नहीं की।’ काजोल अक्सर अपनी मां से सवाल पूछती कि आपने हाथी को क्यों मारा। तनीषा भी इस बात से अपनी मां से नाराज़ हुईं थीं।
राजेश खन्ना ने इस फिल्म में जो शानदार अभिनय किया था, उसे आज भी भुलाया नहीं जा सका है। इस फिल्म के लिए राजेश खन्ना ने बड़ी रकम ली थी। कहा जाता है कि इसी फिल्म से मिले पैसों से उन्होंने अपना बंगला आशीर्वाद खरीदा था। यह फिल्म तमिल फ़िल्म की रीमेक थी। फिल्म हाथी मेरे साथी के निर्माता सैंडो एम एम ए चिनप्पा देवर थे और उन्होंने ही हाथी मेरे साथी को पहले तमिल में बनाया था।
इस फिल्म के दौरान जब राजेश खन्ना आदतन सेट पर देर से पहुंचते तो निर्माता इस बात से सख्त नाराज़ होते लेकिन वो सुपरस्टार राजेश खन्ना से कुछ कह नहीं पाते थे। जब हर रोज यही चलता गया तो चिनप्पा देवर का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया। अब राजेश खन्ना जब भी सेट पर पहुंचते तो चिनप्पा देवर एक आदमी को पीटना शुरू कर देते।
राजेश खन्ना ने जब कुछ दिनों तक उनकी यह हरकत देखी तब फिल्म के निर्देशक एम ए थिरुमुगम से उसका कारण पूछा। निर्देशक ने बताया कि चिनप्पा समय के पाबंद है लेकिन आपको कुछ कह नहीं सकते इसलिए अपना गुस्सा निकालने के लिए एक आदमी को पीटने के लिए नौकरी पर रखा है। कहा जाता है कि इसके बाद काका सेट पर वक्त से आने लगे थे।