बॉलीवुड एक्टर कादर खान को दुनिया को अलविदा कहे 3 साल हो गए हैं। कादर खान ने अपने करियर में कई किरदार निभाए। शुरुआत में उनकी गिनती बेस्ट विलेन में होती थी, लेकिन बाद में उन्होंने फिल्मों में अपनी कॉमेडी का जलवा भी दिखाया। ये सब करने से पहले कादर खान अच्छे लेखक थे। वह कॉलेज के दिनों से नाटक लिखा करते थे। फिर उन्होंने डायलॉग लिखने शुरू कर दिए। कादर खान ने मनमोहन देसाई से अपनी पहली मुलाकात का भी जिक्र किया था।

कादर खान ने शिल्पी अरोड़ा से बातचीत करते हुए बताया, ‘मैं तो सिर्फ नाटक लिखा करता था, लेकिन धीरे-धीरे मैंने डायलॉग लिखने शुरू कर दिए। एक साहब आए और उन्होंने मेरे हाथ में 10 हजार रुपए का साइनिंग अमाउंट रख दिया। इस दौरान ही मेरी मुलाकात मनमोहन देसाई से हुई। मनमोहन देसाई उस जमाने में बड़े परेशान थे। उनकी फिल्म बन रही थी- रोटी। वह शायद किसी के साथ काम कर रहे थे, लेकिन उन्हें डायलॉग जम नहीं रहे थे।’

मनमोहन देसाई से पहली बार मिले कादर खान: कादर खान ने आगे बताया, ‘हबीब नाडियाडवाला मुझे मनमोहन देसाई के पास ले गए और मैं उस दौरान बिल्कुल नया था इंडस्ट्री में। उन्होंने कहा कि ये नया राइटर आया है। आप इन्हें देख लीजिए। उन्होंने कहा कि हटाओ यार, बहुत मियां भाईयों को ट्राई कर लिया है। उन्होंने कहा कि देख डायलॉग अच्छा लगेगा तो तुझे लेगा और अगर नहीं अच्छा लगेगा तो तेरे सामने फाड़कर बाहर निकाल दूंगा। मैंने कहा आपने ये तो बता दिया कि नहीं पसंद आया तो आप क्या करेंगे लेकिन ये नहीं बताया कि पसंद आया तो क्या करेंगे।’

250 से ज्यादा फिल्मों के लिए लिखे डायलॉग: कादर खान कहते हैं, ‘मनमोहन देसाई ने मेरे डायलॉग पढ़े तो उन्हें बहुत पसंद आए और उन्होंने इन्हें काफी पसंद भी किया। फिर रोटी का पूरा क्लाइमैक्स मैंने लिखा। उन्हें काफी पसंद भी आया और फिर तो ये सिलसिला लगातार जारी रहा।’ कादर खान ने लगभग 250 से ज्यादा फिल्मों के लिए डायलॉग्स लिखे, वहीं खुद 300 से ज्यादा फिल्मों में उन्होंने अपनी एक्टिंग का लोहा मनवाया था। कादर खान ने बताया था कि बच्चों के कारण ही उन्होंने विलेन के किरदार निभाने से मना कर दिया था।