हिंदी फिल्म इंडस्ट्री के पहले सुपरस्टार राजेश खन्ना ने को उनके साथ काम करने वाले कई वजहों से याद करते हैं। कई उन्हें जिंदादिल इंसान के तौर पर याद करते हैं तो कुछ लोग उन्हें उनकी शानदार मेहमाननवाजी के लिए याद करते हैं। जूनियर महमूद ने उनके साथ कई फिल्मों में काम किया और वो खुद को खुशनसीब मानते हैं कि उन्होंने राजेश खन्ना का वो स्टारडम देखा है जिसे लोग आज बस सुन सकते हैं। जूनियर महमूद फिल्मों में राजेश खन्ना के छोटे भाई का रोल किया करते थे। राजेश खन्ना और आशा पारेख की फिल्म ‘आन मिलो सजना’ में भी उन्होंने राजेश खन्ना के छोटे भाई का किरदार अदा किया था।

इस फिल्म का मशहूर गाना, ‘जवानी ओ दीवानी तू जिंदाबाद’ आज भी बेहद लोकप्रिय है। महमूद ने इसी गाने से जुड़ा एक किस्सा इंडिया आस्क नामक मीडिया प्लेटफॉर्म से बातचीत में बताया था। उन्होंने बताया था कि गाने के आखिर में राजेश खन्ना उन्हें घोड़े पर बिठाकर पहाड़ी की तरफ ले जाते हैं। ऊंचाई पर चढ़ने के दौरान जूनियर महमूद घोड़े से गिरने लगे थे और राजेश खन्ना से शूटिंग रोकने की मिन्नत की थी।

जूनियर महमूद ने बताया था, ‘गाने का लास्ट शॉट चल रहा था जब वो मुझे अपने घोड़े पर बिठाकर ले जाते हैं। घोड़ा पहाड़ी पर चढ़ रहा था और मैं काका जी को बोलते रहा कि मैं पीछे सरक रहा हूं। पीछे बैठा मैं उनकी पैंट पकड़ रहा हूं, उनकी बेल्ट में हाथ डाल रहा हूं। घोड़ा ऊपर जा रहा था, मैं फिसल रहा था।’

 

महमूद ने आगे बताया, ‘मैंने कहा फिर भी वो नहीं माने तो नहीं माने। वो शॉट उन्होंने पूरा किया और मैं नीचे गिर गया। मुझे चोट लगी लेकिन मैं रोया नहीं क्योंकि लोग देखकर मुझे हंसते। बहुत दर्द हो रहा रहा। फिर वो मेरे पास आए और बोले यार जूनियर सॉरी, गड़बड़ हो गई। मैंने कहा मैं इतना चिल्ला रहा था, मिन्नत कर रहा था लेकिन आप शॉट में इतने बिजी थे कि आपने गौर नहीं किया।’

 

महमूद ने बताया कि भले ही उन्हें गहरी चोट लगी थी लेकिन राजेश खन्ना ने आकर उनसे उनका हाल पूछा और फिर सॉरी कहा, ये उनके लिए बड़ी बात थी। वहीं राजेश खन्ना के साथ बतौर जूनियर आर्टिस्ट काम कर चुकीं फरीदा जलाल ने बताया था कि राजेश खन्ना अपने जूनियर्स के साथ काम करने में हिचकते थे। वो सेट पर जूनियर्स से बात तक नहीं करते थे।