फिल्म धड़क के साथ ही बॉलीवुड में अपने करियर की शुरूआत करने जा रही जाह्नवी कपूर अपनी मां को आज भी बेहद मिस करती हैं। जाह्ववी कपूर और संजय दत्त में भले कोई समानता न हो लेकिन दोनों को ही अपनी पहली फिल्म रिलीज़ से पहले एक त्रासदी भरी घटना से गुजरना पड़ा है। जहां 1983 में संजय दत्त की पहली फिल्म रॉकी के रिलीज़ से कुछ ही दिनों पहले उनकी मां नरगिस दत्त का निधन हो गया था वहीं जाह्ववी की मां यानि श्रीदेवी भी अपनी बेटी की पहली फिल्म रिलीज़ होने से पहले ही इस दुनिया से चल बसी। लगभग 300 फिल्मों में काम कर चुकी श्रीदेवी अपनी बेटी से एक्टिंग के बारे में भी बात किया करती थी। जाह्नवी ने कहा कि मेरी मां हमेशा कहती थी कि अच्छा एक्टर बनने से पहले एक अच्छा इंसान बनो क्योंकि कैमरा बॉडी लैंग्वेंज को पहचान लेता है और अगर आप कैमरा के सामने फेक करते हैं तो वो आपकी परफॉर्मेंस में झलकता है।
जाह्वी को श्रीदेवी और कमल हासन की फिल्म सदमा बेहद पसंद है और वे मौका मिलने पर इस फिल्म के रीमेक में काम करना चाहती हैं। 1983 में आई इस फिल्म का क्लाइमेक्स बेहद इमोश्नल है। जाह्नवी ने जब ‘सदमा’ देखी थी तो उन्होंने श्रीदेवी से 3 दिनों तक बात नहीं की थी क्योंकि फिल्म में श्रीदेवी ने कमल हासन को छोड़ दिया था। सदमा के अंत का जाह्न्वी के मस्तिष्क पर बहुत गहरा असर पड़ा था। जाह्वी ने जब ये फिल्म देखी थी उस समय उनकी उम्र सिर्फ 6 साल थी। शायद यही कारण है कि जाह्वी को ये फिल्म बेहद पसंद है और मौका मिलने पर वे अपनी मां की इसी फिल्म के रीमेक में काम करना चाहेंगी।
गौरतलब है कि फिल्म सदमा में कमल हासन का किरदार बेहद भावनात्मक और इंटेंस था। श्रीदेवी अपनी बेटी को सिल्वर स्क्रीन पर देखना चाहती थी लेकिन उनकी ये चाहत अधूरी ही रह गई। धड़क में जाह्नवी के अलावा शाहिद कपूर के भाई ईशान खट्टर भी लीड रोल में नज़र आएंगे। इस फिल्म को धर्मा प्रोडक्शंस ने प्रोड्यूस किया है और ये फिल्म 20 जुलाई को सिनेमाघरों में दस्तक देगी।