सुशांत सिंह राजपूत केस को लेकर जारी सियासत और कंगना रनौत-शिवसेना के बीच चल रही जुबानी जंग के बीच राज्यसभा सांसद जया बच्चन ने पूरे मामले पर तीखी टिप्पणी की है। राज्यसभा में अपने वक्तव्य के दौरान जया बच्चन ने रवि किशन पर अप्रत्यक्ष तौर पर निशाना साधते हुए कहा, ‘सोशल मीडिया पर फिल्म इंडस्ट्री को बदनाम किया जा रहा है। कुछ लोगों की वजह से आप पूरी इंडस्ट्री की छवि को धूमिल नहीं कर सकते हैं। जिन लोगों ने इंडस्ट्री से नाम कमाया वही इसे गटर बता रहे हैं, मैं इससे कतई सहमत नहीं हूं।’
जया बच्चन ने कहा ‘जिस थाली में खाते हैं, उसी में छेद करते हैं। मनोरंजन इंडस्ट्री हर दिन 5 लाख लोगों को रोजगार देती है। जब इकॉनमी की हालत खराब है, तब इससे ध्यान हटाने के लिए बॉलीवुड को निशाना बनाया जा रहा है’। उन्होंने कहा, ‘कुछ लोगों की वजह से पूरी इंडस्ट्री पर सवाल उठाना ठीक नहीं है। मैं शर्मिंदा हूं कि कल फिल्म इंडस्ट्री से ताल्लुक रखने वाले लोकसभा के एक मेंबर ने इसके खिलाफ बोला। यह शर्म की बात है’।
उधर, रवि किशन ने कहा, ‘मुझे उम्मीद थी कि मैंने जो कहा, जया जी उसका समर्थन करेंगी। इंडस्ट्री में सभी लोग ड्रग्स नहीं लेते हैं, लेकिन जो लेते हैं उनकी मंशा इंडस्ट्री को तबाह करने की है। जब मैंने और जया जी ने इंडस्ट्री ज्वाइन की थी, तब स्थिति ऐसी नहीं थी, लेकिन अब इसे बचाने की जरूरत है’।
आपको बता दें कि एक दिन पहले ही बीजेपी सांसद रवि किशन ने इस मामले पर संसद में वक्तव्य दिया था। उन्होंने बॉलीवुड में ड्रग्स के मुद्दे को उठाया था और कहा था कि ड्रग्स की तस्करी और इसका सेवन एक गंभीर समस्या बन गई है। एनसीबी बहुत अच्छा काम कर रही है।
Jaya ji would you say the same thing if in my place it was your daughter Shweta beaten, drugged and molested as a teenage, would you say the same thing if Abhieshek complained about bullying and harassment constantly and found hanging one day? Show compassion for us alsohttps://t.co/gazngMu2bA
— Kangana Ranaut (@KanganaTeam) September 15, 2020
जया बच्चन के बयान पर कंगना रनौत की प्रतिक्रिया भी आ गई है। उन्होंने जया बच्चन से सवाल पूछते हुए ट्वीट किया, ‘जया जी, अगर मेरी जगह आप की बेटी श्वेता से टीनएज में मार-पिटाई होती, ड्रग दिया जाता या छेड़छाड़ होती तब भी क्या आप यही कहतीं? अगर अभिषेक प्रताड़ना और परेशान करने की शिकायत करते और एक दिन फंदे से लटकते हुए पाए जाते तब भी यही प्रतिक्रिया होती? थोड़ी हमदर्दी दिखाइए!’