बॉलीवुड गीतकार जावेद अख्तर लॉकडाउन 3.0 में सरकार के ग्रीन जोन वाले जिलों में शराब की दुकानें खोलने वाली बात से इत्तेफाक नहीं रखते हैं। उन्होंने ट्विटर पर लिखा ‘लॉकडाउन के दौरान शराब की दुकानें खोलने से विनाशकारी परिणाम सामने आएंगे। सभी सर्वेक्षणों के अनुसार आजकल घरेलू हिंसा काफी हद तक बढ़ गई है। शराब की दुकानें खुलने से इसमें और बढ़ोत्तरी होने का खतरा बन जाएगा। जिससे महिलाओं और बच्चों के लिए संकट बढ़ेगा’ उनके इस ट्वीट के बाद वो बुरी तरह ट्रोल होने लगे।

दरअसल हाल ही में बढ़ते कोरोना वायरस के संक्रमण को देखते हुए सरकार ने लॉकडाउन की अवधि 3 मई से बढ़ाकर अब 17 मई कर दी है। इस दौरान तीन तरह की कैटेग्री में लॉकडाउन का पालन करने के आदेश दिए गए हैं। ग्रीन जोन, रेड जोन और ऑरेन्ज जोन, ग्रीन जोन वाले जिलों में सशर्त सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखते हुए शराब की दुकानें खोलने की अनुमति दी गई है। इस बात को लेकर जावेद अख्तर ने ट्वीट कर अपनी राय व्यक्त जिसके बाद लोगों ने उन्हें ट्रोल कर शुरु कर दिया, एक यूजर ने ट्रोल करते हुए लिखा ‘दारू की दुकानों से दिक्कत है लेकिन तबलीगी कोरोना कारखानो से दिक्कत नही,, काहे?’ तो वहीं एक अन्य यूजर ने जावेद पर चुटकी लेते हुए लिखा ‘लगता है आपने छोड़ दि’

इतना ही नहीं एक यूजर ने जावेद अख्तर को सलाह देते हुए लिखा ‘जो व्यक्ति मुग़लों और ख़िलजी को महान बताए, जिस बख़्तियार ख़िलजी ने नालंदा विश्वविद्यालय को जलाया उस जानवर की तरफ़दारी करने वाला सरकार की आंतरिक बातों पर ना बोले तो बेहतर रहेगा।’ बता दें ये पहला मामला नहीं है जब जावेद अख्तर ने सरकार की किसी रणनीति पर नुक्ता चीनी करते हुए उसमें कमी बताई है। वो इससे पहले भी सरकार की कई रणनीतियों पर सवालिया निशान खड़े करते रहे हैं और अक्सर ट्रोलर्स के निशाने पर आ जाते हैं।

वहीं इससे पहले जावेद अख्तर और राइटर तारिक फतेह ट्विटर पर उस वक्त आमने-सामने आ गए थे। जब तारिक फतेह ने अपने ऑफिशियल ट्विटर अकाउंट से एक वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा था कि ये एक हिंदुस्तानी मुसलमान है जो अपनी पेशाब का छिड़काव करके फल बेच रहा है, इसका जवाब देते हुए जावेद अख्तर ने तारिक फतेह से कहा अपना कॉमन सेंस का इस्तेमाल करो।