टीवी सीरियल शक्तिमान के जरिए आम भारतीय परिवारों में पहचान पाने वाले एक्टर मुकेश खन्ना ने फिल्म सेंसर बोर्ड अध्यक्ष पहलाज निहलानी का समर्थन किया है। निहलानी का बचाव करते हुए खन्ना ने कहा कि पूरी तरह से फ्रीडम ऑफ स्पीच नहीं दी जा सकती। मुकेश के मुताबिक, हमारे देश में फिल्मों को सेंसरशिप की जरूरत है ताकि बुरे और आपत्तिजनक कंटेंट को रोका जा सके।
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खन्ना ने कहा, ‘मेरी राय उन लोगों से अलग है जो फ्रीडम ऑफ एक्सप्रेशन की बात करते हैं। अगर आपके फ्रीडम ऑफ एक्सप्रेशन की वजह से हमारे स्टूडेंट्स उल्टी दिशा में बढ़ने लगें और हमारी देश की सुरक्षा को खतरा हो तो मैं उसे रोकूंगा। सेंसरशिप होनी चाहिए। आप कुछ भी नहीं बना सकते। मैं इसके खिलाफ हूं। हमारे देश में ग्रैंड मस्ती जैसी फिल्म बनती है और सुपरहिट हो जाती है। लोग कहते हैं कि यह फ्रीडम ऑफ एक्सप्रेशन है। माय फुट। लोगों को अच्छी फिल्म बनानी चाहिए।’ निहलानी के बचाव में आए मुकेश खन्ना ने कहा, ‘कुछ चीजों में पहलाज गलत नहीं हैं। जब इसकी जरूरत है तो जरूरत है। उन्हें संस्कारी मत कहें। संस्कार नहीं रहेंगे तो आप भी नहीं रहोगे।’
प्राइड ऑफ इंडिया अवॉर्ड्स के मौके पर बोलते हुए मुकेश खन्ना ने कहा, ‘मैंने फिल्म नहीं देखी है इसलिए मैं यह नहीं कह सकता कि अच्छी है या बुरी। लेकिन बुरी चीजों को हर हाल में रोका जाना चाहिए। ड्रग्स का कहर पूरे देश पर बरपा है। ड्रग्स आईसक्रीम में मिलाकर स्कूल के बाहर बच्चों को बेची गई। इसे क्यों नहीं रोका जा रहा। पुलिस को क्या कुछ नहीं पता। हर कोई इसके बारे में जानता है।’