बॉलीवुड एक्टर दिलीप कुमार ने अपने करियर में कई हिट फिल्मों में काम किया था। दिलीप कुमार के करियर में मील का पत्थर साबित हुई थी फिल्म दीदार। दीदार में दिलीप कुमार ने दिव्यांग का किरदार निभाया था। लेकिन ये किरदार निभाना दिलीप कुमार के लिए बिल्कुल भी आसान नहीं था। दिलीप कुमार ने इसके लिए कई प्रयास किए थे, लेकिन ये किरदार नहीं हो पा रहा था।
दिलीप कुमार ने इसके बारे में प्रोड्यूसर और डायरेक्टर महबूब खान से चर्चा की थी। दिलीप कुमार ने 1997 में एक इंटरव्यू के दौरान बताया था, ‘मुझे दिव्यांग का किरदार निभाना था और आंख खोलकर रखनी थी। मुझे ये बात बहुत मुश्किल लगी क्योंकि आंख खोलते ही सब नज़र आ रहा था तो मैं कैसे ये एक्टिंग कर सकता हूं। मैं अक्सर महबूब साहब से मिलने जाया करता था तो शाम में मैं उनसे मिलने के लिए गया।’
दिलीप कुमार ने आगे बताया, ‘महबूब साहब को मैंने अपनी मुश्किल के बारे में बताया। उन्होंने मुझे कहा कि सेंट्रल स्टेशन के पास सिनेमा है वहां एक दिव्यांग बैठता है। वो पार्ट टाइम भीख मांगता है। मैंने कहा कि अजीब बात है कि पार्ट टाइम भीख क्या होता है। दरअसल वो भीख मांगता था और शाम को निकल जाता था। मैंने उसमें अजीब बात देखी कि वो जिससे भी बात करता था वो उसकी तरफ देखता नहीं था। मतलब बात आपसे करेगा, लेकिन देखेगा दूसरी तरफ।’
नरगिस के साथ नज़र आए थे दिलीप कुमार: महबूब खान के बारे में आगे बताते हुए उन्होंने कहा, ‘महबूब साहब भी मेरी बात सुनने के बाद दंग रह गए और वो खुद गाड़ी में बैठकर उसे देखने के लिए गए। महबूब साहब ने भी उसे देखा और बाद में मुझे बताया कि इसे तुम ऐसे करो जैसे कोई सामने है ही नहीं। फिर मैंने दीदार फिल्म में उनकी इसी बात को आजमाया और मेरी एक्टिंग को काफी पसंद भी किया गया। महबूब साहब सच में बॉलीवुड के सबसे शानदार डायरेक्टर्स में से एक थे। उनकी बातें हमेशा याद रखी जाएंगी।’
साल 1951 में रिलीज हुई फिल्म दीदार में दिलीप कुमार के साथ नरगिस नज़र आई थीं। अशोक कुमार और निम्मी भी लीड रोल में थे और उनकी एक्टिंग सबसे अलग थी। इसी साल दिलीप कुमार की फिल्म हलचल और तराना भी रिलीज हुई थी। हलचल में एक बार फिर दिलीप कुमार और नरगिस की जोड़ी नज़र आई थी।