माइकल जैक्सन को दुनिया से रुख्सत हुए 9 वर्ष हो गए हैं, 25 जून 2009 को कार्डियक अरेस्ट से इस दिग्गज कलाकार की मौत हो गई थी लेकिन आज भी उनके गानों का सुरूर संगीत प्रेमियों की नसों में रक्त बनकर बह रहा है। यूट्यूब पर माइकल के चाहने वालों के लगातार आते कमेंट्स से ऐसा ही मालूम होता है। चमक-दमक भरी स्टेज से इतर भी माइकल जैक्सन के दिल में एक दुनिया धड़कती थी और उस दुनिया में बचपन को बचपन की तरह जीने और संवारने की ख्वाहिशें समंदर में आए ज्वर की तरह हिलोरे मारती थीं। 2001 में माइकल जैक्सन ने ऑस्फोर्ड यूनियन में जब अपना पहला सार्वजनिक भाषण दिया तो सबके सामने भावनाओं और प्यार का वह समंदर उड़ेल दिया। अपने लंबे भाषण में माइकल जैक्सन ने एक ऐसे बच्चे की कहानी बताई जो कैंसर से मर रहा था, जिसे उन्होंने अपना सबसे पसंदीदा दस्ताना और एक जैकेट दी थी। जैक्सन और बच्चे की वह कहानी आज करोड़ों दिलों की नफरत पूरी नहीं, कुछ कम तो कर ही सकती है।
जैक्सन के मुताबिक, ”करीब 12 साल पहले, जब मैं अपना ‘बैड’ एलबम का टूर शुरू करने वाला था, कैलीफोर्निया स्थित मेरे घर पर एक छोटा बच्चा अपने माता-पिता के साथ मेरे पास आया। वह कैंसर से मर रहा था और उसने मुझे बताया कि वह किस कदर मेरे संगीत को और मुझे प्यार करता था। उसके माता-पिता ने मुझे बताया कि वह जिंदा नहीं रहने वाला है, किसी भी दिन वह दुनिया से चला जाएगा। मैंने उससे कहा, ”देखो, मैं तीन महीनों में अपने टूर के लिए कंसास में तुम्हारे कस्बे में आने वाला हूं। मैं चाहता हूं कि तुम शो में आओ। मैं तुम्हें यह जैकेट देने जा रहा हूं जो मैंने मेरे एक वीडियो में पहनी है।” उसकी आंखों में चमक आ गई और उसने कहा, ”आप मुझे यह देने जा रहे हैं?” मैंने कहा, ”हां, लेकिन तुम्हें वादा करना होगा कि तुम इसे शो पर पहनोगे।”
मैं उसे ढांढस बंधाने की कोशिश कर रहा था। मैंने कहा, ”जब तुम शो में आओ मैं तुम्हें इस जैकेट और इन दस्तानों में देखना चाहतू हूं” और उसे मेरे स्फटिक के दस्तानों में से एक दिया – और मैं कभी भी आमतौर पर अपने स्फटिक के दस्तानों से दूर नहीं होता हूं। वह उस समय स्वर्ग में था लेकिन हो सकता है कि वह स्वर्ग के काफी करीब रहा हो, क्योंकि जब मैं उसके कस्बे में आया तो वह पहले ही दुनिया छोड़ चुका था, और उन्होंने उसे दस्ताने और जैकेट के साथ दफनाया था। वह महज 10 साल का था। ईश्वर जानता है, मैं जानता हूं कि उसने बने रहने के लिए अपना सबसे अच्छा प्रयास किया लेकिन कम से कम जब उसकी मृत्यु हुई तो वह जानता था कि उसे प्यार किया गया, न केवल उसके माता-पिता के द्वारा, बल्कि मेरे द्वारा भी, एक पास का अजनबी, मैंने भी उसे प्यार किया। उस प्यार के सहारे उसे पता था कि वह दुनिया में अकेला नहीं आया था और उसने निश्चित तौर पर इसे अकेले नहीं छोड़ा था।”
माइकल जैक्सन ने आगे कहा था, ”अगर आप इस दुनिया में यह जानते हुए आते हैं कि आपको प्यार किया जाता है और दुनिया छोड़ते वक्त भी यह जानते हैं तब इसके बीच में घटित होने वाली सभी चीजें आप निपटा सकते हैं। एक प्रोफेसर आपको नीचा दिखाएगा लेकिन आप वैसा महसूस नहीं करेंगे, एक बॉस आपको कुचलेगा लेकिन आप उसके द्वारा नहीं कुचले जाएंगे, एक कारपोरेट योद्धा आपको जीतन चाहेगा लेकिन आप तब भी विजयी रहेंगे। उनमें से कोई भी वास्तव में आपको नीचे खींचने में कैसे जीत सकता है? तुम्हारे लिए यह है कि यह जानों कि तुम प्यार किए जाने योग्य हो। बाकी सिर्फ पैकेजिंग है।”

