दंगल फेम एक्ट्रेस फातिमा सना शेख़ ने हाल ही में वेबसाइट पिंकविला डॉट कॉम से बातचीत में इस बात का खुलासा किया कि जब वो महज़ 3 साल की थीं तब उनका मोलेस्टेशन हुआ था। बातचीत में उन्होंने यह भी बताया कि उन्हें बॉलीवुड में अपने शुरुआती करियर में बहुत स्ट्रगल करना पड़ा। फिल्में पाना उनके लिए बहुत मुश्किल भरा था। दंगल एक्ट्रेस ने 3 साल में हुई उस डराने वाली घटना का जिक्र करते हुए कहा कि इस मुद्दे को लेकर हमारे समाज में एक स्टिगमा है जिसका शिकार महिलाएं होती हैं और वो खुलकर अपनी बात किसी से कह नहीं पातीं।
उन्होंने बताया, ‘जब मैं केवल 3 साल की थी तब मेरा मोलेस्टेशन हुआ था। सेक्सुअल अब्यूज़ इश्यू को लेकर एक स्टिगमा है इसलिए कोई भी महिला अपने जीवन में हुए शोषण को लेकर कुछ बोल नहीं पाती है। लेकिन मैं उम्मीद करती हूं कि आज जमाना बदल रहा है। आज इसे लेकर ज़्यादा जागरूकता और शिक्षा है। पहले तो ये कहा जाता था कि इसके बारे में कोई बात मत करो। लोग गलत समझेंगे।’
बॉलीवुड में अपने संघर्ष को लेकर फातिमा शेख़ का कहना था कि कास्टिंग काउच का भी वो शिकार हुईं हैं। उन्होंने बताया, ‘ये सच बात है, मैंने कास्टिंग काउच को झेला है। मैं उन परिस्थितियों से गुजरी हूं जिसमें मुझे ये कहा गया कि जॉब पाने का एकमात्र तरीका है खुद को दूसरों को सौंप दो। कई बार ऐसा हुआ कि मुझसे लोगों ने काम छीन लिया। ऐसे समय भी आए जब मैं जानती थी कि मैं फिल्म कर रही हूं लेकिन किसी के कहने पर मुझे रिप्लेस कर दिया जाता था।’
आपको बता दें कि फातिमा सना शेख़ की अगली फिल्म, ‘लूडो’ है जो 12 नवंबर को नेटफ्लिक्स पर रिलीज़ होने वाली है। वो मनोज वाजपेई और दिलजीत दोसांझ के साथ ‘सूरज पे मंगल भारी’ फिल्म में भी नजर आने वाली हैं। फातिमा सना शेख़ ने बॉलीवुड में एक चाइल्ड आर्टिस्ट के रूप में भी काम किया है। उन्होंने फिल्म ‘चाची 420′ में कमल हासन की बेटी का किरदार निभाया था। साल 2016 में आमिर खान और सान्या मल्होत्रा ने साथ उन्होंने ‘दंगल’ फिल्म से दमदार डेब्यू किया था लेकिन उनकी दूसरी फिल्म, ‘ठग्स ऑफ हिन्दुस्तान’ फ़्लॉप रही थी।