बॉलीवुड एक्ट्रेस स्वरा भास्कर सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहती हैं। वो आए दिन अपने ट्वीट्स के जरिए सुर्खियों में बनी रहती हैं। हाल ही में उन्होंने भारतीय सेना से रिटायर्ड, जनरल जीडी बख्शी पर निशाना साधते हुए एक ट्वीट किया। स्वरा ने लिखा, भाई मेरे! फ़िल्म में एक्टिंग कर रही थी, बच्चा fictitious था, यूट्यूब पर कॉमेडी शो पर मनगढ़ंत कहानी बना रही थी… (not national tv) काल्पनिकता और रिएलिटी के बीच फ़र्क़ नहीं समझ आता क्या????? शराफ़त तो धेले भर की है नहीं कभी तो दिमाग़ लगा लिया करो।’
भाई मेरे!फ़िल्म में acting कर रही थी, बच्चा fictitious था, YouTube पर comedy show पर मनगडण्ठ कहानी बना रही थी… (not national tv) fiction और reality के बीच फ़र्क़ नहीं समझ आता क्या????? शराफ़त तो ढेले भर की है नहीं .. कभी तो दिमाग़ लगा लिया करो!https://t.co/9mCU3KZpMF
— Swara Bhasker (@ReallySwara) July 4, 2020
स्वरा के इस ट्वीट के बाद यूजर्स उन्हें जमकर ट्रोल कर रहे हैं। एक यूज़र ने स्वरा को जवाब देते हुए लिखा, ‘भाईयों सुन लो, जो स्वरा कहे वो सही है! ये जो करे वो सही! चाहे दंगे भड़कें, अश्लीलता फैले या बाल मन पर बुरा प्रभाव पड़े! ये माओ-मार्क्स से लिखवाकर लाई हैं।’ वहीं एक अन्य यूज़र ने लिखा, ‘शारजील के समर्थन में उसके साथ मंच साझा करना, दंगों में शामिल सफूरा के लिए ताली बजाना, क्या यह एक फिल्म थी? आपके सामाजिक सेवा वीडियो इशारा करते हैं, आप अपनी छवि को साफ़ करना चाहती हैं लेकिन यह काम नहीं कर रहा है। लोग आपको अच्छी तरह से जानते हैं। आप अपने एजेंडा पर चल रही हैं, लोग आपको उजागर करते रहेंगे।’
स्वरा की ट्रोलिंग का सिलसिला यहीं नहीं थमा एक अन्य यूजर ने लिखा, ‘मैडम शराफत की तो बात ही छोड़ दो। एक आदमी की उंगली हमेशा दुश्मन को मारने के लिए बंदूक पे रहती थी। और बाकी तो जनता समझदार है । उंगली- उंगली में फर्क है शराफत तो छोड़ ही दो।’ गौरतलब है कि सेना से रिटायर्ड मेजर जनरल जीडी बख्शी अब टीवी चैनलों पर अपनी तेज तर्रार डिबेट के लिए जाने जाते हैं। कई बार वो तैश में आकर पाकिस्तानियों और देश के गद्दारों के लिए अपशब्द भी कह देते हैं।
वहीं स्वरा भास्कर भी सोशल मीडिया पर अपनी बात मुखर रूप से रखने के लिए जानी जाती हैं। जिसके बाद कई बार वो ट्रोलर्स के निशाने पर आ जाती हैं। हाल ही में एक्ट्रेस ने बॉलीवुड में नेपोटिज्म को लेकर टाइम्स नाउ से कहा, ‘नेपोटिज्म का विषय महत्वपूर्ण है जिसके चलते हमें चर्चा में कुछ शालीनता, तर्कसंगतता और विवेक रखना चाहिए। इस मुद्दे पर लोगों पर आरोप लगाने का कोई मतलब नहीं है। इंडस्ट्री कैसे काम करती है यह समझना जरूरी है, स्टार-सिस्टम को समझना चाहिए कि यह कैसे विकसित हुआ, कहां से आया और इसमें दर्शकों की क्या भूमिका है।’