साल 1951 में रिलीज हुई फिल्म आवारा सुपरहिट साबित हुई थी। इस फिल्म में लीड रोल में राज कपूर और नरगिस नज़र आये थे। दोनों की जोड़ी को फैन्स ने खूब पसंद किया था। शम्मी कपूर ने एक बार खुलासा किया था, ‘नरगिस ने मुझसे वायदा किया था कि अगर उन्हें राज कपूर की फिल्म आवारा मिल जाती है तो वो मुझे किस करेंगी।’ लेकिन लंबे समय बाद वह वायदा पूरा नहीं हो सका था क्योंकि दोनों बड़े हो गए थे।
ये फिल्म सुपरहिट तो हुई ही, साथ ही नरगिस का सपना भी पूरा हो गया था। लेकिन वह बहुत लंबे समय बाद अपने किए वायदे से मुकर गई थीं। दरअसल दोनों के रिलेशनशिप की खबरों के बीच परिवार नहीं चाहता था कि वह साथ एक फिल्म में नज़र आएं। ‘द क्विंट’ के साथ इंटरव्यू में खुद शम्मी कपूर ने ये किस्सा साझा किया था। उन्होंने बातया था, ‘मेरी स्कूल में पहली बार नगरिस जी से मुलाकात हुई थी और वह उस दौरान मेरे भाई राज की फिल्म बरसात की शूटिंग कर रही थीं। एक वह थोड़ा टेंशन में नज़र आईं।’
शम्मी कपूर ने आगे बताया था, ‘वह राज भाई की अगली फिल्म आवारा में काम करना चाहती थीं, लेकिन उनका परिवार इशके लिए बिल्कुल तैयार नहीं था क्योंकि दोनों की कई अफवाहें उस दौरान चर्चा में थीं। मैंने उन्हें कहा कि खुद पर और भगवान पर विश्वास रखें। उनका परिवार इस मौके को छोड़ना भी नहीं चाहता था क्योंकि ये एक ऐसा मौका था जो नरगिस को स्टार बना सकता था। उन्होंने कहा था कि अगर घरवाले मान गये तो मैं तुम्हें किस दूंगी।’
कई सालों बाद मैं नरगिस जी से दोबारा आरके स्टूडियो में मिला। लेकिन इसके बाद नरगिस को राज कपूर के साथ काम करने का मौका मिला और उन्होंने फिल्म आवारा में काम भी किया। मैंने उसके बाद स्कूल खत्म किया और कॉलेज भी चला गया। कॉलेज के दौरान मैं अपने पिता पृथ्वीराज कपूर के साथ ड्रामा थिएटर में काम करने लगा। एक दिन मेरी मुलाकात नरगिस जी से अचानक हो गई और उन्होंने मुझे देखकर कहा, ‘मुझे अपना वायदा याद है, लेकिन अब तुम बड़े हो गए हो, इसलिए कुछ और मांगो।’
शम्मी कपूर याद करते हैं, ‘मैंने उन्हें कहा कि ठीक है। आप मुझे ग्रैमोफोन ले दीजिए। इसके बाद वह मुझे स्टोर पर ले गईं। यहां मैंने अपनी पसंद का ग्रैमोफोन खरीदा और इसके साथ कुछ रिकॉर्ड्स भी खरीदे।
