अभिनेत्री मौनी रॉय अपने एक बयान से चर्चा में आ गईं हैं। उन्होंने कहा है कि भगवद गीता को स्कूल के पाठ्यक्रम में शामिल करना चाहिए ताकि बच्चों को स्कूल में भगवद गीता की शिक्षा मिल सके। मौनी रॉय का मानना है कि गीता की शिक्षा ही जीवन का सार है और वही असली शिक्षा है। मौनी का कहना है कि वो खुद भी धार्मिक हैं और गीता में उनकी आस्था अटूट है। उनके अनुसार, लॉकडाउन में भी उन्होंने गीता का पाठ किया था और इसी दौरान वो और धार्मिक हो गईं। वो कहती हैं कि गीता में हर सवाल का जवाब है।

एक न्यूज प्लेटफॉर्म से बातचीत में मौनी ने बताया कि स्कूल के दौरान उन्होंने गीता का सार पढ़ा था लेकिन उन्हें समझ नहीं आया था। वो बोलीं, ‘लॉकडाउन से पहले मेरे एक दोस्त ने गीता पढ़ना शुरू किया था मैंने भी कुछ क्लास ज्वॉइन की लेकिन समय की कमी से मैं बहुत ज्यादा नहीं पढ़ पाई। लेकिन लॉकडाउन की दौरान, मैं बहुत धार्मिक हो गई थी। मुझे लगता है कि गीता को हमारे स्कूल के पाठ्यक्रम का हिस्सा बनाना चाहिए।’

मौनी ने आगे कहा, ‘मुझे लगता है कि गीता एक धार्मिक पुस्तक से कही अधिक है। ये जीवन का सार है, असली ज्ञान है और इसमें आधारभूत शिक्षा है। चाहे कोई भी सवाल हो, उसका जवाब गीता में मिल जाता है।’ मौनी का कहना है कि गीता की जरूरत पूरे विश्व को है। बॉलीवुड इंडस्ट्री के लोगों को भी इसकी जरूरत है क्योंकि यहां लोग स्ट्रेस में रहते हैं।

 

मौनी रॉय के काम की बात करें तो वो फिल्म, ‘ब्रह्मास्त्र’ में नजर आने वाली हैं। इस फिल्म में उन्होंने अमिताभ बच्चन, रणबीर कपूर और आलिया भट्ट के साथ काम किया है। मौनी रॉय अपनी निजी जिंदगी को लेकर भी आजकल सुर्खियों में हैं। खबरें हैं कि वो जल्द ही अपने मंगेतर सूरज नांबियार से शादी करने वाली हैं। अपने सोशल मीडिया पर मौनी कई तस्वीरें और वीडियोज शेयर करती हैं जिस पर सूरज अक्सर कमेंट करते हैं।

 

ई टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, मौनी रॉय की मां सूरज के परिवार से मिल चुकी हैं। बताया जा रहा है कि यह मुलाकात मौनी की दोस्त एक्ट्रेस मंदिरा बेदी के घर पर हुई थी।