डायलॉग और अलग आवाज से अपनी पहचान बनाने वाले राजकुमार का साल 1996 में निधन हो गया था। राजकुमार को लेकर कई तरह की चर्चाएं फिल्म इंडस्ट्री में चलती रहती हैं। दूसरी तरफ उनकी शख्सियत ऐसी थी कि वह अपने को-स्टार या एक्टर को फिल्म के लिए तैयार करने के लिए उसके घर तक पहुंच जाते थे। एक बार ऐसा ही बलराज साहनी के बेटे और एक्टर परीक्षित साहनी के साथ भी हुआ जब राजकुमार उनके घर पहुंच गए थे।
परीक्षित ने एक इंटरव्यू में बताया था, ‘राजकुमार साहब के साथ मैंने एक-दो फिल्में की थीं। वो पिता जी को बहुत चाहते थे। उनसे मेरी ज्यादा मुलाकात नहीं हुई क्योंकि मैं बलराज साहनी साहब का बेटा था तो लोग बहुत प्यार से मुझसे मिलते थे या मिलते हैं। राजकुमार के साथ जब भी फिल्म करता था तो बहुत अलग महसूस होता था। एक बार वो मुझसे मिलने के लिए आए थे। दरअसल एक फिल्म मुझे ऑफर हुई थी तो उन्होंने कहा था कि तुम्हें ये रोल जरूर करना चाहिए।’
परीक्षित साहनी आगे बताते हैं, ‘मुझे वो आगे की बात बताने के लिए होटल में ले गए थे। यहां उन्होंने मुझे चाय भी पिलाई थी। उन्होंने कहा था कि ये रोल तुम्हारा सबसे कामयाब रोल बनेगा। उस समय के लोगों में या एक्टर्स में ये खासियत थी कि वो अपने साथ काम करने वाले एक्टर्स से खुद भी जाकर मिला करते थे। अब तो ये फिल्म इंडस्ट्री से एक तरह से खत्म सा ही होता जा रहा है। अब तो सच में राजकुमार साहब जैसे लोग ही मिलना बंद हो गए हैं।’
राजकुमार हो गए थे भावुक: वरिष्ठ पत्रकार बलजीत परमार ने एक इंटरव्यू में बताया था, ‘एक बार प्राण साहब राजकुमार के बंग्ले के पास आए थे तो उन्होंने देखा कि उनके घर में एक पार्टी हो रही है। प्राण साहब को पार्टी में आना ठीक नहीं लगा और वह वहां से ही वापस मुढ़ गए। कुछ दूर जाकर उन्होंने एक बुके भेजा। इसमें राजकुमार के लिए एक स्पेशल नोट लिखा हुआ था। राजकुमार को जब वो स्पेशल नोट पकड़ाया गया तो वो काफी भावुक हो गए थे। हालांकि बाद में वो दोनों एक्टर एक-दूसरे से मिले भी थे।’