भोजपुरी गायक और अभिनेता खेसारी लाल यादव अपने ठेठ देसी अंदाज के लिए जाने जाते हैं। आज उनका रुतबा भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री में बहुत ज्यादा है लेकिन उनका यहां तक पहुंचने का सफर बड़ा ही मुश्किल रहा। उन्होंने अपने मुफलिसी के दिनों में दूध बेचने से लेकर लिट्टी चोखा तक बेचा। खेसारी के घर की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी इसलिए उन्होंने दूध बेचना शुरू किया था। दूध बेचने के दौरान का ही एक मजेदार किस्सा खेसारी ने कपिल शर्मा शो पर शेयर किया था।
खेसारी ने बताया था कि वो भैंस का दूध बेचने जाते थे। पैसा बचाने के लिए वो दूध में पानी मिला देते थे जिससे उनके पास कुछ पैसे हो जाते थे। उन्होंने बताया था, ‘मैं भैंस का दूध बेचता था। एक लीटर दूध लेकर जाता था तो उसमें दो पौवा (आधा लीटर) पानी मिलाता था।’
उनकी इस बात पर कपिल शर्मा ने उन्हें टोकते हुए कहा कि आप मिलावट वाला दूध बेचते थे तो जवाब में खेसारी लाल ने कहा, ‘नहीं, बात वो नहीं था, 10 रुपए मुझे भी तो चुराने थे। 10 रुपए मेरे लिए उस वक्त बहुत थे। 10 रुपए मिलता था तो मेले में जाता था तो उन्हीं पैसों से जलेबी और मिठाई खाता था।’
खेसारी लाल यादव ने अपने शुरुआती करियर में बहुत संघर्ष किया है। उन्हें गाने का शौक था लेकिन उनके पिता के पास उतने पैसे नहीं थे कि वो अपना एक कैसेट लॉन्च कर पाएं। उनके पिता ने उन्हें किसी तरह जमा कर 12000 रुपए दिए थे। उन पैसों से उन्होंने अपना पहला एल्बम निकाला जो बुरी तरह फ्लॉप रहा।
खेसारी ने इसके बाद भी गाने की अपनी ख्वाहिश नहीं छोड़ी और उन्होंने फिर से पैसे जोड़कर अपना एक गानों का एल्बम निकाला जो हिट हुआ। खेसारी जब लोगों के बीच अपने गानों से लोकप्रिय हो गए तब उन्होंने फिल्मों का रुख किया। साल 2012 में उन्होंने फिल्म साजन चले ससुराल से भोजपुरी सिनेमा में बतौर हीरो डेब्यू किया। फिल्म हिट रही जिसके बाद खेसारी ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा।