भोजपुरी अभिनेता खेसारी लाल यादव ने उत्तर प्रदेश और बिहार में उद्योग धंधों के विकसित न होने को लेकर बात की है। उनका कहना है कि जब तक अन्य राज्यों और देशों से आकर उद्योगपति बिहार-यूपी में निवेश नहीं करते, इन प्रदेशों का विकास संभव नहीं है। इसी बीच उन्होंने इन राज्यों की सरकारों पर निशाना भी साधा है। उनका कहना है कि राज्यों की छवि ऐसी बना दी गई है जिससे कोई यहां आकर उद्योग स्थापित नहीं करना चाहता।

उन्होंने कहा कि राजनेताओं ने ही जंगलराज कहकर राज्यों को बदनाम किया है। खेसारी लाल यादव ने समाचार प्लस नामक मीडिया संस्थान को दिए एक साक्षात्कार में ये बातें कहीं हैं। उन्होंने कहा, ‘बेरोजगारी को खत्म करने के लिए हमारे राज्य में फैक्ट्रियां और उद्योग बहुत जरूरी हैं। इसके लिए राज्य सरकारों को आगे आना पड़ेगा।’

उन्होंने आगे कहा, ‘जब तक बिहार यूपी में बाहर से लोग आकर काम नहीं करेंगे तब तक रोजगार नहीं मिलेगा। और नहीं आने का कारण भी हमारे राजनेता ही हैं….ये जंगलराज है, यहां आतंकवादी रहते हैं, यहां माफिया हैं, यहां रंगदारी टैक्स है….इनके राज्य में ऐसे गोली मारा जा रहा, ऐसे अपहरण हो रहा है। तो जब एक राजनेता अपने मुंह से बोलता है कि यहां जंगलराज है तो बताइए बाहर के उद्योगपति कैसे आएंगे आपके राज्य में?’

खेसारी ने राज्य सरकारों से अपनी नाराजगी जताते हुए कहा, ‘जब आप एक पोजीशन पर हों, एक जिम्मेदार व्यक्ति होकर आप अपने ही राज्य के लोगों से कहते हो कि यहां जंगलराज है तो कोई बाहर का आदमी आपके यहां काम करने कैसे आएगा? किस गुजरात के मुख्यमंत्री ने आज तक ये कहा कि मेरे राज्य में जंगलराज है? कहां चीजें गलत नहीं होती, हर जगह होता है लेकिन हमारे राजनेता ही राज्य को बदनाम करके रखे हैं कि हमारे यहां मर्डर हो रहा है।’

खेसारी लाल का कहना है कि सभी राज्यों में उद्योग लगते हैं लेकिन यूपी बिहार में नहीं क्योंकि शायद इन राज्यों के नेता ये चाहते नहीं। वो बोले, ‘हमारे यूपी बिहार में उद्योग इसलिए नहीं लग रहा क्योंकि हमारे राजनेता शायद चाहते नहीं। उन सबके मुंह से यही निकलता है कि उस सरकार में तो इतनी हत्या हुई, इसमें इतना हुआ। किसको क्या कहें?’

बता दें, राष्ट्रीय जनता दल के मुखिया लालू प्रसाद यादव और राबड़ी देवी के शासनकाल को कुछ लोगों द्वारा जंगलराज कहा जाता है। पिछले सभी चुनावों में आरजेडी को जंगलराज के नाम पर पार्टियां घेरती आईं हैं। पिछले विधानसभा चुनाव में भी एनडीए ने जंगलराज का मुद्दा उठाकर राजद को घेरा था।