सुशांत सिंह राजपूत के निधन के बाद बॉलीवुड से लेकर भोजपुरी इंडस्ट्री में इस वक्त नेपोटिज्म की बहस जोरों पर है। इस बीच भोजपुरी की मशहूर एक्ट्रेस अक्षरा सिंह भी नेपोटिज्म को लेकर एक वीडियो शेयर किया है जिसमें वह अपनी आपबीती कहती नजर आ रही है। अक्षरा सिंह ने कहा है कि नेपोटिज्म हर कहीं हैं। बॉलीवुड से लेकर भोजपुरी इंडस्ट्री तक। लेकिन भोजपुरी इंडस्ट्री में भाई-भतीजावाद के बजाय यहां ग्रुपिज्म काफी है।

अक्षरा सिंह ने कहा कि भोजपुरी इंडस्ट्री में खेमेबाजी का हर कोई शिकार है। लेकिन सबसे ज्यादा शिकार मैं हुई हूं। अक्षरा सिंह ने कहा कि करियर के शुरुआती दिनों में जब वह किसी एक एक्टर के साथ काम करती तो दूसरे खेमे के लोग उनको काम नहीं देते थे। कहते थे ये उस ग्रुप की हीरोइन है। ऐसे ही जब दूसरे किसी एक्टर के साथ काम करती तो अगला काम नहीं देता था। और इसको लेकर मैं काफी परेशान हो जाती थी।

अक्षरा सिंह ने कहा कि इस इंडस्ट्री में मेरे खिलाफ एकजुट हो कर साजिश की गई। आज जो एक्ट्रेसेज नेपोटिज्म पर खुलकर बोल रही हैं उस वक्त मेरा साथ नहीं दीं। अक्षरा सिंह आगे कहा कि एक समय ऐसा भी आया था जब उनके लिए इंडस्ट्री में सारे दरवाजे बंद हो गए है। जब मैं गाने निकालने लगी तो कोई रिलीज करने को तैयार नहीं होता था।

अक्षरा सिंह ने कहा कि सावन के गाने को लेकर म्यूजिक कंपनी से फोन आया कि कल गाना भेज दो। लेकिन जब मैंने उस गाने को पूरा कर मेल किया और 10 से ज्यादा कॉल किया तो उधर से ये बात सुनने को मिली कि मेरे उपर आपके गाने रिलीज ना करने के दबाव बनाए गए हैं। अक्षरा कहती हैं कि ये बात सुन में हैरान रह गई थी। कई मेरे गाने ऐसे ही रिलीज नहीं होने दिए गए।