भोजपुरी स्टार रवि किशन का नाम भले ही आज सफल एक्टर्स में शुमार हैं, लेकिन उन्हें यूं ही सफलता हाथ नहीं लग गई थी। रवि किशन के फर्श से अर्श तक पहुंचने का भी एक रोचक किस्सा है। रवि किशन स्ट्रगल के दिनों में प्रोड्यूसर्स के ऑफिस के बाहर खड़े रहते थे। इतना ही नहीं, वह रामलीला में सीता का किरदार निभाया करते थे। रवि के पापा पंडित थे। इसलिए उन्हें घर से सपोर्ट नहीं मिला। एक दिन रवि की मां ने कहा कि तुम घर से भाग जाओ, वरना पापा तुम्हें मार देंगे। रवि किशन साल 1990 में अपना गांव छोड़कर मुंबई आए।

सोशल मीडिया पर रवि किशन का एक पुराना वीडियो शेयर किया जा रहा है, जिसमें वह अपनी पर्सनल लाइफ और प्रोफेशनल लाइफ के बारे में बात करते हुए नजर आ रहे हैं। रवि किशन कहते हैं, ”मिथुन और गोविंदा के बाद मैं ही ऐसा एक्टर हूं जिसने असल में स्ट्रगल किया।” रवि किशन ने 10-12 साल तक इंडस्ट्री में काम किया और इसके बावजूद उन्हें पैसे नहीं मिलते थे। रवि कहते हैं, ”वह दौर ऐसा था कि आप या तो काम मांग लीजिए या पैसे। मैं काम मांगता था। मेरे साथ तो ऐसा भी हुआ है कि प्रोड्यूसर शाम को पैकअप के बाद दिए पैसे वापस भी ले लेते थे। रवि कहते हैं कि इस इंडस्ट्री में सब लोग चल कर आए हैं, मैं रेंग कर आया हूं।”

रविकिशन बताते हैं, ”मुझे पहली बार एक भोजपुरी फिल्म ऑफर हुई। इसके लिए मुझे 75 हजार रुपए मिले थे। उसके बाद फिल्म ‘पंडित जी बताई ना बियाह कब होई’ जो सुपरहिट साबित हुई। इसके बाद मेरी किस्मत बदल गई। उसके बाद मैंने कभी वापस मुड़ कर नहीं देखा।” रवि कहते हैं, ”टीवी शो बिग बॉस से पूरा देश मुझे जानने लगा। इस रियलिटी शो से लोगों ने यह पहचाना कि यह भोजपुरी सिनेमा का एक्टर है, लोग भोजपुरी जानने लगे। मैं एक फौजी की तरह हर परिस्थिति के लिए तैयार रहता हूं।”