नागिन के इस एपिसोड में माहिर और बेला एक काफी पुराने घर में पहुंचते हैं और तभी बरसात शुरू हो जाती है। माहिर की बहन, अनु, पॉलोमी की तरह कुछ और लोग भी पंडित के घर पहुंचते हैं। पंडित बेला के नकली पिता की भूमिका में है। पंडित अपनी बेटी के बारे में कुछ गलत नहीं सुनता और कहता है कि बेला कुछ भी गलत नहीं कर सकती। तभी उन्हें एक कमरा दिखता है और अनु उसके दरवाजे को खोलकर उसमें चली जाती है। उसे वहां कुछ पेंटिंग्स मिलती हैं। पंडित बताता है कि वह बेला का कमरा है। अनु को अंदर एक चार्ट मिलता है जिसमें सभी की तस्वीरें लगी हुई हैं। दूसरी तरफ, माहिर को चोट के कारण दर्द होता है और बेला उसके घाव पर हल्दी लगाती है। जहां माहिर इस पुराने घर में सोने की कोशिश करता है, वहीं बेला उसे मारने की फिराक में रहती है।
अनु घर वालों को कहती है कि युवी, करण और रेहान की गुमशुदगी के पीछे भी बेला का ही हाथ है और अब वो माहिर को नुकसान पहुंचाना चाहती है। सुमित्रा यूं तो अनु पर विश्वास नहीं करना चाहती है लेकिन अनु सभी को बेला के घर की तलाशी करने के लिए मना लेती है। इस तलाशी के दौरान अनु को एक पोस्टर मिलता है जिसमे माहिर के अलावा तीन और लड़कों के चेहरे पर क्रॉस का निशान बनाया हुआ है। तभी जामिनी वहां आती है और कहती है कि आदि ने उसे रेहान के वॉइस मेसेज के बारे में सब कुछ बता दिया है।
ये देखकर वहां मौजूद परिवार हैरान रह जाता है। माहिर और बेला के घर पहुंचने पर वे बेला से इस बारे में सवाल जवाब करते हैं। बेला अपने राज़ के सामने आने पर हैरान रह जाती है लेकिन आश्चर्यजनक तौर पर जामिनी सीन में एंट्री लेती है और अनु पर झूठ बोलने का आरोप लगाती है। वो परिवार को ये भी कहती है कि अनु ने ही आदि को बेला के खिलाफ भड़काने के लिए बोला था।