बॉलीवुड के मशहूर एक्टर अनुपम खेर इन दिनों अपने घर में कैद हैं। इस दौरान वह सोशल मीडिया पर काफी सक्रिय रहते हैं। और कई सारे मुद्दों पर खुलकर बोलते हैं। लेकिन ऐसा कर वह अक्सर ट्रोल के निशाने पर आ जाते हैं। इस बीच अनुपम खेर ने ट्विटर पर एक नज़्म लिखी जिसको लोगों ने अपने-अपने तरीके से व्याख्या कर ट्रोल करने लगे।
अनुपम खेर ने लिखा, ‘उम्र ने तलाशी ली, तो जेब से लम्हें बरामद हुए…। कुछ गम के थे..। कुछ नम थे..। कुछ टूटे…। बस कुछ ही सही सलामत मिले, जो ‘बचपन’ के थे…’। एक्टर के इस कविता पर यूजर्स उसी पैरामीटर में अपने शब्दों को फिट करते हुए ट्रोल करने लगे। एक यूजर ने लिखा, अक्ल ने तलाशी ली, तो जेब से चाटूकारिता बरामद हुई। कुछ मालिक की थी। कुछ पार्टी की थी। कुछ फिजूल। बस कुछ ही सही ट्वीट मिले, जो 2014 से पहले के थे।
एक यूजर ने लिखा, लॉकडाउन में सबसे ज्यादा कोई पगला गया है तो वह तुम हो। जब देखो तब बकवास और फटीचर शायरी सुना के लोगों को टॉर्चर करते हो। एक और यूजर ने कवितानुमा अंदाज यूं ट्रोल किया, उम्र ने तलाशी ली,तो जेब से मोदी की चमचागीरी बरामद हुई। कुछ तलवे चाटने के थे, कुछ चमचागीरी के थे।
एक अन्य ने लिखा, पुलिस ने तलाशी ली तो जेब से नोट बरामद हुए। कुछ थूके हुए थे। कुछ चाटे हुए थे…कुछ फटे। बस कुछ ही सही सलामत मिले, जो 2014 के थे।
उम्र ने तलाशी ली,
तो जेब से लम्हें बरामद हुए…
कुछ गम के थे..कुछ नम थे… कुछ टूटे…
बस कुछ ही सही सलामत मिले,
जो ‘बचपन’ के थे… 🙂— Anupam Kher (@AnupamPKher) June 1, 2020
गौरतलब है कि इससे पहले भी अनुपम खेर प्रवासी मजदूरों को लेकर लिखी एक कविता पर ट्रोल हुए थे। उन्होंने प्रवासी मजदूरों के दर्द को कविता में बयां किया था जिसके साथ एक वीडियो भी शेयर किया था। उस वीडियो में अनुपम खेर ने शादाब जफर की नज्म पढ़ी थी-हो गया मजबूर इंसा दाने दाने के लिए। चार कंधे भी नहीं अर्थी उठाने के लिए। इसके लिए लोगों ने उन्हें काफी ट्रोल किया था।