अभिनेता अनिल कपूर का मानना है कि हिन्दी सिनेमा को वैश्विक स्वीकृति के मकसद से फिल्म निर्माताओं को वास्तविक मुद्दों का चुनाव करना चाहिए। ‘स्लमडॉग मिलेनियर’ और ‘मिशन इम्पॉसिबल : घोस्ट प्रोटोकॉल’ जैसे अंतरराष्ट्रीय सिनेमा के अलावा ‘24’ जैसे टीवी धारावाहिकों में काम कर चुके अभिनेता ने बताया कि यह जरूरी है कि क्षेत्र की परवाह किए गए ऐसी सामग्री तैयार की जाए जो लोगों को पसंद आए।
आईफा से इतर अनिल ने बताया, ‘यह जरूरी है कि कहानी जैसी है वैसी ही कही जाए, यथासंभव वास्तविक हो। मुझे लगता है कि यह जितनी वास्तविक होगी उतनी अच्छी होगी। मैं अपनी संस्कृति का संगीत और डांस जानता हूं लेकिन मुझे लगता है कि फिल्म निर्माताओं को इसका इस्तेमाल तभी करना चाहिए जब जरूरी हो तो अच्छा होगा।’
