Andhadhun Box Office Collection Day 4: आयुष्मान खुराना स्टारर फिल्म ‘अंधाधुन’ बॉक्सऑफिस पर जबरदस्त परफॉर्मेंस कर रही है। फिल्म में आयुष्मान के अलावा तब्बू और राधिका आप्टे भी लीड भूमिका में हैं। सस्पेंस और थ्रिलर से भरपूर होने के कारण ‘अंधाधुन’ को देखने के लिए लोग सिनेमाघरों को रुख कर रहे हैं। यही कारण है कि फिल्म की कमाई में जबरदस्त बढ़ोत्तरी देखने को मिल रही है। फिल्म के कमाई के आंकड़ों को ट्रेड एनालिस्ट तरण आदर्श ने अपने वैरिफाइड ट्विटर हैंडल से शेयर किया है।

तरण के ट्वीट के अनुसार, फिल्म ने शुक्रवार को बॉक्सऑफिस पर 2 करोड़ 70 लाख रुपए, शनिवार को 5 करोड़ 10 लाख रुपए और रविवार को 7 करोड़ 20 लाख रुपए की कमाई की है। इस हिसाब से फिल्म का अबतक का कुल कलेक्शन 15 करोड़ रुपए हो गया है। तरण के अनुसार, फिल्म ने शनिवार को कमाई के मामले में 88.89 प्रतिशत की ग्रोथ की तो वहीं रविवार को फिल्म की कमाई में 41.18 प्रतिशत की ग्रोथ देखने को मिली। ‘अंधाधुन’ को तरण ने एक्सीलेंट ट्रेंडिग बताया है। फिल्म के चौथे दिन के कमाई के आंकड़े आने में थोड़ा इंतजार है।

Loveyatri Box Office Collection Day 4: आयुष और वरीना की ‘लवयात्री’ दर्शकों को नहीं भायी, इतने करोड़ हुई कमाई!

तरण आदर्श ने ट्वीट कर फिल्म के आंकड़े साझा किए हैं।

निर्देशक श्रीराम राघवन सस्पेंस फिल्में बनाने में माहिर हैं और इस बात की तस्दीक करती है, उनकी फिल्म ‘अंधाधुन’। यह एक ऐसी सस्पेंस थ्रिलर है और हर पांच मिनट बाद दर्शकों को यह सोचने पर मजबूर कर देती है कि है कि आगे क्या होगा या कहानी अब कौन सा मोड़ लेगी? फिल्म में आयुष्मान खुराना ने आकाश नाम के एक ऐसे शख्स का किरदार निभाया है जो देख नहीं सकता, लेकिन बहुत अच्छा पियानो बजाता है। हालांकि वह देख सकता है या नहीं, इसके लेकर फिल्म में रहस्य है।

बहरहाल इस रहस्य को यहीं छोड़कर आगे बढ़ें तो आकाश पुराने जमाने के एक फिल्मी कलाकार प्रमोद सिन्हा (बीते जमाने के अभिनेता अनिल धवन, जो वरुण धवन के चाचा भी हैं) की हत्या का चश्मदीद गवाह भी है। हालांकि जो देख ही नहीं सकता वो चश्मदीद गवाह कैसे हो सकता है? पर यही तो फिल्म की पहेली है। जहां तक हत्या का मामला है वो सिर्फ प्रमोद सिन्हा तक नहीं रुकती। आगे भी होती है और उसका भी चश्मदीद गवाह आकाश ही है। इन हत्याओं के पीछे प्रमोद सिन्हा की पत्नी सिमी (तब्बू) की क्या भूमिका है? क्या आकाश की हत्या की कोशिश भी होगी? क्या वो बच पाएगा? क्या वो कभी देख पाएगा? सवाल कई हैं, जिनके जवाब जानने के लिए आपको फिल्म देखनी पड़ेगी।

फिल्म में आकाश और राधिका आप्टे के बीच एक छोटी सी प्रेम कहानी भी आती है। लेकिन वो आगे चलकर दब गई है और दोनों के बीच का सारा मामला एक रात का फसाना बन के रह गया है। फिल्म में गाने तो बहुत अच्छे नहीं हैं फिर भी पार्श्व संगीत की भूमिका अहम है। सिमी के घर पर जब आकाश महसूस करता है कि उस घर में प्रमोद सिन्हा की हत्या हो चुकी है तो सिमी के रोकने पर वो रुकता नहीं, पियानो बजाता रहता है। इस कारण एक तनाव पैदा होता है जो आकाश के चेहरे पर भी दिखता है और सिमी की आंखों में भी।

आयुष्मान खुराना और तब्बू ने अपने किरदार में जान डाल दी है है। तब्बू की भूमिका शेक्सपीयर के नाटक मैकबेथ की लेडी मैकबेथ जैसी है जो अपनी महत्त्वाकांक्षा के लिए कुछ भी कर सकती है। धूर्त और खूंखार औरत के किरदार में उनके चेहरे पर हर वो भाव उभरते हैं जो इस किरदार के लिए जरूरी हैं। आयुष्मान का चरित्र भी कई दौर से गुजरता है। उसमें भोलापन भी है और चालाकी भी। पर अंत में वह भोले-भाले साबित होते हैं या चालाक, यह तो फिल्म देखने पर ही पता चलेगा। ‘अंधाधुन’ एक फ्रांसीसी फिल्म से प्रभावित है और राघवन की सस्पेंस फिल्मों की कड़ी की एक उम्दा फिल्म है।