साल 2006 में रिलीज हुई शाहिद कपूर और अमृता राव की फिल्म विवाह उस वक्त की ब्लॉकबस्टर हिट साबित हुई। उस दौर में जब एक्ट्रेसेज काम लेने के लिए लगातार बोल्ड होती जा रही थीं और निर्देशक ज्यादा मॉर्डन फिल्में करने का प्रयास कर रहे थे तब ‘विवाह’ एक ऐसी फिल्म के तौर पर आई जिसमें पारिवारिक मर्यादाओं, आदर्शों, प्रेम और लाज हर बात को ध्यान में रख कर बुना गया था। कहानी का प्लॉट पूनम नाम की एक ऐसी लड़की के बारे में था जिसका किरदार अमृता ने निभाया था। जितनी अनूठी थी यह फिल्म उतनी ही अनूठी थी इसमें अमृता की एंट्री की कहानी।
अमृता राव एक सुबह अखबार पढ़ रही थीं जब उन्होंने पढ़ा कि सूरज बड़जातिया की फिल्म में सलमान खान नहीं बल्कि शाहिद कपूर काम करने जा रहे हैं। उन्होंने अपने मैनेजर को फोन करके पूछा कि क्या उन्हें इस फिल्म के लिए बात करनी चाहिए? तब उनके मैनेजर ने बताया कि वह पहले ही मीटिंग सेट कर चुके हैं। अमृता जब मीटिंग में पहुंची तो यह कुछ-कुछ इंटरव्यू जैसा माहौल था। वहां पर सूरज बड़जातिया के साथ उनके पिता भी मौजूद थे और अमृता से मुंशी प्रेमचंद की एक किताब पढ़ने के लिए कहा गया। असल में इस बहाने वो अमृता की हिंदी जांचना चाहते थे।
यह तकरीबन 4 घंटे की मीटिंग थी और इस मीटिंग के बाद अमृता राव के मैनेजर ने उनसे कहा था कि उन्हें यह फिल्म मिलने की अच्छी संभावनाएं हैं। अमृता ने साल 2002 में फिल्म अब के बरस से अपने करियर की शुरुआत की थी। वर्तमान वर्क फ्रंट की बात करें तो अमृता साल 2018 में फिल्म संजू में नजर आएंगी। फिल्म जॉली एलएलबी, सत्याग्रह और हे बेबी में उनके काम को काफी पसंद किया गया था। हालांकि साल 2013 के बाद से उनकी कोई भी फिल्म बॉलीवुड ब्लॉकबस्टर साबित नहीं हुई है।
बेटे अयान के साथ कुछ इस तरह वक्त गुजारना पसंद करते हैं इमरान हाशमी, देखें तस्वीरें
