साल 1975 में रिलीज हुई फिल्म ‘शोले’ अमिताभ बच्चन के करियर में मील का पत्थर साबित हुई थी। फिल्म में अमिताभ के अलावा धर्मेंद्र, हेमा मालिनी और अमजद खान लीड रोल में नज़र आए थे। शोले को रमेश सिप्पी ने डायरेक्ट किया था। फिल्म में निगेटिव रोल प्ले करने वाले अमजद खान को आज भी उनकी एक्टिंग के लिए याद किया जाता है, लेकिन पहले इस रोल को अमजद नहीं बल्कि डैनी डेंजोंगप्पा को निभाना था।

अमिताभ बच्चन ने एक इंटरव्यू के दौरान बताया था, ‘मैं और रमेश सिप्पी साहब बैंग्लोर गए थे। यहीं हम लोगों ने फैसला किया था कि इसकी शूटिंग के लिए सबसे सही जगह यही है। हालांकि शूटिंग के लिए रमेश जी बहुत पहले से तलाश कर रहे थे। लेकिन जब ये फैसला हो गया तो एक बार हम और रमेश जी बैंग्लोर में ही थे तो उन्होंने बताया था कि डैनी शायद ये फिल्म नहीं कर पाएंगे क्योंकि उनके साथ डेट्स को लेकर थोड़ी समस्या हो रही है।’

अमिताभ ने आगे बताया, ‘इसके बाद अमजद खान साहब को कास्ट किया गया तो उसमें भी बहुत विचार-विमर्श हुआ। लेकिन फिल्म करने के बाद मुझे पता चला कि मुझसे पहले शत्रुघ्न सिन्हा साहब के नाम पर चर्चा की गई थी। हालांकि उनके फिल्म छोड़ने के पीछे की मुख्य वजह का मुझे अभी तक पता नहीं चल पाया है।’

कैसे मिला था अमजद खान को रोल? फिल्म के राइटर सलीम खान ने बताया था, ‘रमेश सिप्पी जी फिल्म में गब्बर के रोल के लिए किसी व्यक्ति की तलाश कर रहे थे। मुझे सुबह के समय अचानक अमजद खान मिल गए थे। मैंने उन्हें देखा और इससे पहले भी मैं कई बार उनकी एक्टिंग देख चुका था। मैंने उन्हें अगले दिन रमेश जी के ऑफिस पर आने के लिए कहा। इसके बाद रमेश जी ने अमजद को देखा और कहा कि ठीक है यही मेरी फिल्म का गब्बर होगा।’

बता दें, शोले से सुर्खियां बटोरने के बाद अमजद खान का एक गंभीर एक्सीडेंट हो गया था। इसके बाद वह ‘कोमा’ में चले गए थे। इसके बाद उन्होंने कई बार कमबैक करने की कोशिश भी की, लेकिन वो बात नहीं आ पाई। 1992 में लंबी बीमारी के बाद उनका निधन हो गया था।