अमर सिंह और अमिताभ बच्चन के बीच की गहरी दोस्ती के कई किस्से प्रचलित हैं। अमर सिंह अमिताभ बच्चन को भाई मानते थे लेकिन इनके रिश्तों में ऐसी दरार पड़ी कि इनके बीच की तल्खी सबको साफ़- साफ़ दिखने लगी। अमर सिंह ने कई इंटरव्यूज में अमिताभ बच्चन पर आरोप लगाए कि उन्हें धोखा दिया गया। एक बार तो अमर सिंह अमिताभ बच्चन और उनकी पत्नी जया बच्चन का जिक्र कर बेहद भावुक हो गए थे और कहने लगे कि अमिताभ बच्चन से मेरी यही गुजारिश है, मेरे बाद किसी के साथ वो ऐसा न करें।
पार्लियामेंटेरियन नाम के मीडिया संस्थान को दिए इंटरव्यू में अमर सिंह ने कहा था, ‘अमिताभ बच्चन और जया बच्चन जरूरत के समय भावशून्य रहे हैं और उनकी भावशून्यता पर मुझे कष्ट है। हमने उनकी मदद की, उन्होंने हमारा इस्तेमाल किया, इसका मुझे कोई कष्ट नहीं क्योंकि मैं मूर्ख तो हूं नहीं। अमिताभ बच्चन को मैंने अपने परिवार का प्रमुख माना, इसलिए अमिताभ बच्चन की पीड़ा मेरी पीड़ा थी। मेरा छोटापन होगा अगर मैं ये कहूं कि मैंने अमिताभ की मदद की।’
अमर सिंह का कहना था कि उन्होंने जो बच्चन परिवार के लिए किया, इसका उन्हें दुख नहीं बल्कि उसके बदले में जो उन्हें मिला, उसका उन्हें दुख है। उन्होंने बताया था, ‘मेरे साथ जो अमिताभ बच्चन और उनके परिवार ने किया, उसका मुझे कष्ट है और मैं समझता हूं कि ये गलत कष्ट है। क्योंकि नेकी कर और दरिया में डाल – ये मानव स्वभाव है। मेरा स्वभाव गलत है। जया बच्चन जी ने एक बार मुझसे कहा था कि आप जैसा लोगों के साथ करते हैं, वैसा लोगों से आशा मत कीजिएगा, मुझसे भी नहीं।’
अमर सिंह अमिताभ का जिक्र कर भावुक हो गए थे और कहने लगे कि अच्छा हुआ कि जीते जी मुझे यह पता लग गया कि कौन क्या है। उन्होंने बताया था, ‘अपने जीते जी पता चल गया कि कौन क्या है। मेरे सभी साथियों ने अपना रंग दिखा दिया है। मैं तो यही कहूंगा इन तमाम लोगों से कि मेरे बाद वफा का धोखा मत और किसी को देना, लोग करेंगे ज़िक्र तेरा तो सर मेरा झुक जाएगा।’
अमर सिंह ने अमिताभ बच्चन को डरपोक भी कह दिया था। पनामा पेपर्स में जब अमिताभ बच्चन का नाम आया तब अमर सिंह ने कहा था कि अमिताभ बच्चन बहुत डरपोक हैं। उनकी जो एंग्री यंग मैन वाली स्क्रीन इमेज है, वो आयकर विभाग के सामान्य अधिकारी की छोटी सी नोटिस से डगमगा जाती है। हालांकि इन सभी प्रतिक्रियाओं के लिए अमर सिंह ने अपने आखिरी दिनों में माफ़ी मांग ली थी।