अम‍िताभ बच्‍चन खाने-पीने के बेहद शौकीन शख्‍स हैं। उन्‍होंने डाइटिंग, एक्‍सरसाइज का कभी ख्‍याल नहीं रखा। कुछ साल पहले एक क‍िताब के लोकार्पण समारोह में उन्‍होंने खुद ऐसा बताया था। उन्‍होंने कहा था क‍ि उनके सामने जो आता है, वह खा लेते हैं। खाने-पीने को लेकर कोई रूटीन फॉलो नहीं करते। उन्‍होंने यह भी बताया था क‍ि वह जब फ‍िल्‍में क‍िया करते थे तो न‍ियम‍ित रूप से कोई एक्‍सरसाइज नहीं करते थे। उनके मुताब‍िक उन्‍हें न तो इसकी जरूरत महसूस होती थी और न ही वक्‍त होता था।

अम‍िताभ जहां भी जाते थे, वहां खाने-पीने की स्‍थानीय चीजों का जायका जरूर लेते थे। कुछ साल पहले (2014) भी जब कोलकाता में ”पीकू” की शूटिंग कर रहे थे, तो वह कचौड़ी-जलेबी का लुत्‍फ उठाया करते थे। लेक‍िन अब स्‍थ‍ित‍ि बदल गई है। उन्‍हें काफी दवाइयां लेनी पड़ती हैं और खाने-पीने में परहेज करना पड़ता हैं। कुछ साल पहले उन्‍होंने मांसाहार भी बंद कर द‍िया है। म‍िठाई भी नहीं खाते हैं। ज्‍यादा कैलरी वाली क‍िसी भी चीज से दूर ही रहते हैं। स‍िगरेट-शराब से वह शुरू से दूर हैं। अब अम‍िताभ को भ‍िंडी की सब्‍जी, मूंग की दाल और पालक पनीर अच्‍छा लगता है। वह रोज स्‍प्राउट्स भी खाते हैं और इडली-सांभर के शौकीन हैं।

अब अम‍िताभ न‍ियम‍ित रूप से एक्‍सरसाइज भी करते हैं। सुबह टहला भी करते हैं। ज‍िम भी जाते हैं। योग-ध्‍यान भी करते हैं। 75 की उम्र में भी वह काफी सक्रिय हैं और खूब काम करते हैं। उनके दौर का कोई फ‍िल्‍मी स‍ितारा आज उनके जैसा सक्र‍िय नहीं हैं। अमिताभ टीबी, ल‍िवर स‍िरोस‍िस जैसी बीमार‍ियों के श‍िकार रह चुके हैं, पर उन्‍होंने अपनी जीज‍िव‍िषा से इन बीमार‍ियों को हरा द‍िया है। हेपेटाइट‍िस बी के चलते उनका 75 फीसदी ल‍िवर खराब हो गया है। उन्‍होंने कुछ साल पहले बताया था क‍ि वह केवल 25 फीसदी ल‍िवर पर ज‍िंदा हैं। उन्‍होंने संयम‍ित जीवन जीकर डायब‍िटीज पर भी काबू क‍िया हुआ है।

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