संजय लीला भंसाली की फिल्म ‘पद्मावत’ भारी विरोध और विवाद के बाद 25 जनवरी को सिनेमाघरों में रिलीज हो गई। इस फिल्म को देखने के बाद जहां हर कोई इसकी तारीफ कर रहा है। वहीं एक्ट्रेस स्वरा भास्कर फिल्म देखने के बाद भंसाली को ओपन लेटर लिख सुर्खियों में बनी हुई हैं। इस बीच उनके एक बयान को लेकर भी चर्चा तेज हो गई है, जिसमें स्वरा ने कहा है कि शत्रुओं द्वारा गुलाम बनाए जाने से अच्छा है कि आत्महत्या कर लें। यह बयान स्वरा की तरफ से चलाया जा रहा है जबकि असल में ये स्वरा ने कहा ही नहीं है।

हाल ही में ट्विटर यूजर हेमंत प्रताप सिंह ने स्वरा के नाम एक पोस्ट शेयर करते हुए लिखा, ‘मैं बस यह कंफर्म करना चाहता हूं कि क्या यह बयान आपने दिया है जो मीडिया में आपके नाम से चल रहा है। मुझे बस इसका उत्तर दें जिससे मैं इसे फैलने से रोक सकूं’। उन्होंने जिस पोस्ट को शेयर किया है उसमें स्वरा भास्कर की तरफ से दिया एक स्टेटमेंट दिख रहा है। इसमें लिखा है कि ‘एक आक्रमणकारी द्वारा गुलाम बनाए जाने से बेहतर आत्महत्या करना है’। इस ट्वीट पर स्वरा ने अपना रिएक्शन देते हुए कहा कि, ‘यह सरासर झूठ है। कृप्या ऑफीशियल तौर पर माफी पब्लिश करें वरना हम कोर्ट भी चल सकते हैं’।

शुरुआत से विवादों में घिरी रही फिल्म ‘पद्मावत’ पर एक्ट्रेस स्वरा भास्कर ने संजय लीला भंसाली के नाम एक खुला खत लिखा था। इस खत में स्वरा ने ‘जौहर’ और ‘सती’ दिखाए जाने को लेकर कहा था कि वह मात्र एक योनि होने के समान महसूस कर रही हैं। उनके इस खत पर अब तक फिल्म इंडस्ट्री के कई एक्टर अपनी प्रतिक्रिया दे चुके हैं। बता दें फिल्म देखने के बाद स्वरा ने भंसाली को एक ओपन लेटर लिखा था। जिसमें उन्होंने कहा था कि, ‘भंसाली जी ने सती और जौहर प्रथा का महिमामंडन किया है। स्वरा फिल्म के जरिए स्त्रियों की पेश हुई छवि से बहुत नाराज हैं। महिलाएं चलती-फिरती वजाइना नहीं हैं। हां महिलाओं के पास यह अंग होता है लेकिन उनके पास और भी बहुत कुछ है। इसलिए लोगों की पूरी जिंदगी वजाइना पर केंद्रित, इस पर नियंत्रण करते हुए, इसकी हिफाजत करते हुए, इसकी पवित्रता बरकरार रखते हुए नहीं बीतनी चाहिए।’ उनके इस खत के बाद से सोशल मीडिया पर काफी बवाल मचा हुआ है।

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