अभिनेता मुकेश खन्ना आए दिन अपने बयानों को लेकर विवादों में रहते हैं। हाल ही में उनका एक वीडियो वायरल हुआ था जिसमें वो महिलाओं को लेकर कहते हैं कि उन्हें घर संभालना चाहिए। मी टू की प्रॉब्लम भी तब शुरू हुई जब महिलाओं ने काम करना शुरू कर दिया। उनके इस बयान की सोशल मीडिया पर जमकर आलोचना हुई। अब मुकेश खन्ना ने इस पर अपनी सफ़ाई दी है कि उनकी बात को सही तरीके से पेश नहीं किया गया। अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर एक वीडियो के माध्यम से उन्होंने कहा कि यह उनको बदनाम करने की साज़िश है।

उन्होंने कहा, ‘अगर कोई मुझे पूछे कि क्या आपको बुरा लगा, आप पर यह इल्जाम लगाया गया कि आप औरतों के खिलाफ हो? मैं कहूंगा कि बुरा तो बहुत छोटा शब्द है, मैं तो आहत हुआ हूं। 40 साल इस फिल्म इंडस्ट्री में रह कर जो इज्जत कमाई है, लोगों की इज्जत करके जो मैंने अपनी ज़िन्दगी जी है, उसपर एक घिनौना सा इल्जाम है। किसी ने मुझ पर इल्जाम डालने की कोशिश की है कि मुकेश खन्ना कह रहे हैं कि औरतों को काम नहीं करना चाहिए, अगर औरतें काम करती हैं तो मी टू शुरू हो जाता है। मैंने ऐसा कुछ नहीं कहा था।’

मुकेश खन्ना ने आगे कहा कि पूरे वीडियो को न दिखाकर सिर्फ़ एक छोटी सी क्लिपिंग के जरिए गलतफहमी फैलाई गई। उन्होंने कहा, ‘एक 8 मिनट 8 सेकेंड के वीडियो में से सिर्फ़ 45 सेकेंड की एक क्लिपिंग निकालकर जिस तरह से इसको इस्तेमाल किया गया है, मुझे लगता है और कई लोग मुझसे कहते हैं कि सर ये आपके खिलाफ साज़िश है क्योंकि आपने बहुतों के खिलाफ बोला है। एक छोटी सी क्लिपिंग को दिखाकर यह कह देना कि मुकेश खन्ना ने ये कहा, उसके आगे पीछे भी तो दिखाओ कि मैंने क्या कहा।’

 

मुकेश खन्ना ने अपने बयान पर सफाई देते हुए कहा, ‘मैं ये क्यों कहूंगा कि औरतों को काम नहीं करना चाहिए। मैंने 40 साल फिल्म इंडस्ट्री में औरतों के साथ काम किया, आज हमारे हिंदुस्तान में औरतें कहां नहीं पहुंची है। हर क्षेत्र में औरतों ने अपना परचम लहराया है तो मैं यह कैसे कह सकता हूं कि औरतों को काम नहीं करना चाहिए। मैंने कहा था कि मी टू की शुरुआत कैसे होती है और महिलाओं को इसके लिए क्या करना चाहिए, मैंने बहुत सी और बातें भी की लेकिन वो न दिखाकर सिर्फ़ यह दिखाया गया जो शायद मेरे मुंह से निकल गया कि मर्द, मर्द होता है, औरत, औरत होती है।’

मुकेश खन्ना ने कहा कि उन्हें इस बात का दुख है कि उनकी बातों को इस तरीके से पेश किया गया। उनका कहना है कि वो स्त्रियों की बहुत इज्जत करते हैं।