आमिर खान ने 1984 में फ़िल्म होली के साथ अपने बॉलीवुड करियर की शुरूआत की थी लेकिन 1988 में कयामत से कयामत तक के जरिए वो एक रोमांटिक एक्टर के तौर पर लोगों की नज़रों में आए थे। परिवारों के विवाद के बीच एक मासूम सी लवस्टोरी में आमिर के साथ जूही चावला लीड रोल में थी। फ़िल्म बॉक्स ऑफिस पर हिट रही थी और इसके बाद आमिर ने पीछे मुड़ कर नहीं देखा। इस फ़िल्म के जरिए जूही और आमिर जैसे नए सितारे बॉलीवुड में अपनी मौजूदगी दर्ज करा चुके थे।

1988 में आई इस फिल्म से दो युवा सितारे बॉलीवुड में कदम रख चुके थे।

आमिर इस समय बॉलीवुड के सबसे बड़े सितारे हैं और उनकी फ़िल्में कामयाबी के नए कीर्तिमान स्थापित करती हैं। आमिर की फिल्म गजनी बॉलीवुड की पहली फ़िल्म थी जिसने 100 करोड़ का कारोबार किया था। इस फ़िल्म के बाद ही 100 करोड़, 200 करोड़ की फ़िल्मों का ट्रेंड शुरू हुआ था। जाहिर है आमिर भी अपनी फ़िल्मों के लिए मोटी फीस लेते हैं। लेकिन ऐसा हमेशा से ही नहीं था। आमिर को अपनी पहली हिट फ़िल्म यानि कयामत से कयामत तक’ में जो फीस मिली थी उससे वे एक कार तक नही खरीद पाए थे।

पीके, भुवन, मुन्ना इन 11 किरदारों में जान फ़ूंक चुके हैं मि परफे़क्शिनस्ट आमिर खान।

आमिर के मुताबिक, कयामत से कयामत तक यूं तो एक हिट फिल्म थी लेकिन इसके बावजूद मेरे पास इतने पैसे नहीं थे कि मैं एक कार भी खरीद पाऊं। मैं अक्सर पब्लिक ट्रांसपोर्ट का इस्तेमाल किया करता था। लेकिन जब मुझे लोगों की भीड़ ने मुझे पहचानना शुरू किया तो इससे बचने के लिए ही मैंने खरीदी थी। आमिर ने ये भी कहा कि उन्हें इस फ़िल्म के लिए महज 11000 रूपए मिले थे। इस साल अप्रैल में कयामत से कयामत तक की रिलीज़ को 30 साल पूरे हो चुके हैं।