World Radio Day 2020: रेडियो से पुराना लगाव रखने वाले हमारे देश में आज पॉडकास्‍ट का कल्‍चर पॉपुलर हो रहा है। पॉडकॉस्‍ट बेसिकली एक ऑडियो शो है जिसमें न्‍यूज़, इंटरव्‍यू, टॉक शो, म्‍यूजि़क और बहुत कुछ हो सकता है। ट्रेडिशनल रेडियो से अब युवाओं का रुझान पॉडकास्‍ट की ओर हो रहा है और इसी लोकप्रियता को बढ़ावा देने के उद्देश्‍य से The Podcast Revolution इवेंट का आयोजन किया गया। 13 फरवरी रेडियो डे के मौके पर रेडियो फेस्टिवल 2020 के दौरान इस इवेंट का आयोजन दिल्‍ली के इंदिरा गांधी नेशनल सेंटर ऑफ ऑर्ट्स में किया गया। यहां देश के सबसे लोकप्रिय पॉडकॉस्‍टर्स से बात की इंडियन एक्सप्रेस की ऑडियो प्रोड्यूसर नेहा मैथ्‍यूज़ ने और जानने की कोशिश की कि पॉडकॉस्‍ट के लोकप्रिय होते कल्‍चर का भविष्‍य भारत में कैसा होगा।

इस मौके पर jiosavan के अमन गोखलानी, रीजनल पॉडकास्‍ट aawaz.com के श्रीरमन थियागराजन, hubhopper के गौतम आनंद, O2POD के नागा सुब्रमण्‍यम तथा maedinindia की फाउंडर मे मरियम थॉमस ने बात की और बताया कि इस फील्‍ड के क्‍या चैलेंजेस हैं और इसमें भविष्‍य की क्‍या संभावनाएं हैं। एक ओर जहां पॉडकॉस्‍ट सुनने वालों के आंकड़े जुटाना बेहद मुश्किल काम है, जिसकी वज‍ह से अपनी ग्रोथ या रीच को मापना पॉडकास्‍टर्स के लिए मुमकिन नहीं होता, ऐसे में ही इसकी बढ़ती लोकप्रियता के चलते इसमें एडवर्टिज्‍़मेंट देने वालों की कमी नहीं है।

अपना एक अनुभव साझा करते हुए नागा सुब्रमण्‍यम ने बताया कि एक पॉडकास्‍ट के दौरान एक सूक्ष्‍मजीव विज्ञानी (microbiologist) से उन्‍होनें बात की, जिन्‍होनें उन्‍हें बताया कि वे एक ऐसे बैक्‍टीरिया पर काम कर रही हैं जो प्‍लास्टिक को डिकम्‍पोज़ कर सकता है। पॉडकास्‍ट के अपने पैशन के साथ पूरी ईमानदारी से अपना काम करते हुए उन्‍होनें ऐसी कई बातें जानीं जो शायद उन्‍हें इतनी आसानी से पता नहीं चलती।

45 मिनट के इवेंट के दौरान दर्शकों ने भी मेहमानों से अपने सवाल पूछे कि कैसे वे अपने पॉडकास्‍ट के अपने शौक में अपना करियर बना सकते हैं। सभी मेहमानों ने अपने जो एक्‍सपीरिएंस शेयर किए उससे ये तय है कि रेडियो का शौक रखने वालों के लिए पॉडकास्‍ट में अपार संभावनाएं छिपी हैं, जरूरत है तो बस उन्‍हें तलाशने की।