दिल्ली सरकार ने राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के सभी सरकारी स्कूलों में पढ़ाई खत्म होने के बाद या उस दौरान विद्यालय परिसर के आसपास रैंडम जांच की अनुमति देने का निर्देश दिया है। पुलिसकर्मियों या पुलिस वैन की उपस्थिति के संबंध में स्कूलों को भी इस संबंध में एक रिपोर्ट देने को कहा गया है। महिला सुरक्षा पर टास्क फोर्स ने मीटिंग की ताकि यह तय किया जा सके कि उनकी सुरक्षा के लिए पहल किए जा रहे हैं। एक मीटिंग में यह सुनिश्चित किया गया था कि दिल्ली पुलिस द्वारा स्कूल की छुट्टी या इसके बदलाव के समय विद्यालय के आसपास रैंडम जांच की प्रक्रिया तेज होनी चाहिए।
शिक्षा निदेशालय (डीओई) के एक अधिकारी ने कहा कि टास्क फोर्स की सिफारिशों से संबंधित कार्रवाई में प्रगति के लिए हाल ही में एक मीटिंग आयोजित की गई थी। जिसमें यह निर्णय लिया गया था कि शिक्षा निदेशालय (डीओई) के तहत आने सभी स्कूलों को यह पता होना चाहिए कि वास्तव में ये जांच हो रही है या नहीं। इसके अलावा डीओई ने यह भी निर्देश दिया कि दो शिफ्ट में चलने वाले सभी स्कूल के प्रधानाचार्य को एक दूसरे से सहमति बनानी होगी।
साथ ही शिफ्ट चेंजिंग से पहले 15 मिनट के लिए स्कूल के मेन गेट पर 2-3 शिक्षकों को रहना होगा। इसके अलावा जब शिफ्ट खत्म होने के 15 मिनट बाद तक भी रहना होगा। वहीं एक शिफ्ट में चलने वाले विद्यालयों में भी स्कूल बंद होने के 15 मिनट पहले और 15 मिनट बाद तक 2-3 शिक्षकों को में गेट पर रहना होगा।
