आइआइटी खड़गपुर और भुवनेश्वर में चार वर्षीय बीएड पाठ्यक्रम में शैक्षणिक सत्र 2023-24 के लिए दाखिले की प्रक्रिया भी शुरू हो गई है। देश में यह पहला मौका है, जब आइआइटी बीएड पाठ्यक्रम पढ़ाएंगे।

राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (एनसीटीई) की ओर से देश में विद्यालय के शिक्षक बनने के लिए चार वर्षीय एकीकृत शिक्षक शिक्षा कार्यक्रम (आइटीईपी) को मंजूरी दी है। इस कार्यक्रम में राष्ट्रीय संयुक्त प्रवेश परीक्षा (एनसीईटी) के माध्यम से प्रवेश दिया जाएगा और इस परीक्षा का आयोजन राष्ट्रीय परीक्षा एजंसी (एनटीए) करेगी।

राष्ट्रीय संयुक्त प्रवेश परीक्षा के लिए पंजीकरण की प्रक्रिया शुरू हो गई है और अंतिम तिथि 19 जुलाई निर्धारित की गई है। राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद की ओर से जिन 42 संस्थानों को चार वर्षीय बीए बीएड, बीएससी बीएड पाठ्यक्रम चलाने की इजाजत दी है, उनमें आइआइटी खड़गपुर और भुवनेश्वर भी शामिल हैं। इन दोनों संस्थानों में बीएससी बीएड पाठ्यक्रम की 50-50 सीटें निर्धारित की गई हैं।

इनके अलावा त्रिपुरा के राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआइटी), एनआइटी (कालीकट)-केरल, एनआइटी-हैदराबाद और एनआइटी-पुदुचेरी में भी चार वर्षीय बीएससी बीएड पाठ्यक्रम की पढ़ाई कराई जाएगी। राष्ट्रीय संयुक्त प्रवेश परीक्षा कंप्यूटर आधारित परीक्षा होगी जिसमें बहुविकल्पीय प्रश्न पूछे जाएंगे। यह परीक्षा हिंदी और अंग्रेजी सहित कुल 13 भाषाओं में आयोजित होगी। देश के 78 शहरों में आयोजित होने वाली इस परीक्षा की तिथि बाद में घोषित की जाएगी।