यहां प्रगति मैदान में आयोजित विश्व पुस्तक मेला में इस बार महिला लेखन और महिला केन्द्रित लेखन पर विशेष ध्यान दिया जायेगा। मेला सात से 15 जनवरी तक चलेगा। न्यास के अध्यक्ष बलदेव भाई शर्मा ने गुरुवार (5 जनवरी) को यहां एक संवाददाता सम्मेलन में बताया कि मेले का विशेष फोकस न्यास के 60 वर्ष पूरे होने पर होगा और इसकी थीम ‘मानुषी’ है जो महिलाओं द्वारा एवं महिलाओं पर लेखन प्रस्तुत करती है। उन्होंने सवाल के जवाब में कहा कि पुस्तक मेले में हिस्सा लेने के लिए पाकिस्तान से कोई आवेदन नहीं आया, हालांकि देश का एक प्रतिनिधि मेले में शिरकत करेगा। उन्होंने कहा कि मेले में चीन, मिस्र, फ्रांस, जर्मनी, ईरान, जापान, नेपाल, पोलैंड, रूस, स्पेन, श्रीलंका सहित लगभग 20 देश शिरकत कर रहे हैं।

शर्मा ने कहा कि आईटीपीओ के सहयोग से आयोजित होने वाले इस मेले में नकदरहित भुगतान की पूरी व्यवस्था की गई है और ई-भुगतान में नेटवर्क किसी तरह की कोई बाधा न डाले इसके लिए आईटीपीओ ने बीएसएनएल के साथ मिलकर विशेष इंतजाम किए हैं। उन्होंने कहा कि आधा दर्जन से ज्यादा एटीएम का इंतजाम किया गया है और कई सचल एटीएम भी होंगे। उन्होंने कहा कि प्रगति मैदान में पुनर्निर्माण का काम चलने की वजह से इस बार जगह की कमी रही और इसलिए इस बार कम प्रकाशकों को जगह मिल सकी। हालांकि आवेदन काफी आए थे।

मेले के बारे में जानकारी देते हुए न्यास के अध्यक्ष ने कहा कि इसका उद्घाटन सात जनवरी को मानव संसाधन विकास राज्य मंत्री (उच्चर शिक्षा) डॉ महेंद्र नाथ पांडे करेंगे। इस मौके पर ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित ओडिया लेखिका डॉ प्रतिभा राय तथा भारत में यूरोपीय संघ के प्रतिनिधिमंडल के राजदूत टोमाश कोजलौस्की भी मौजूद रहेंगे। शर्मा ने कहा कि इस बार मेले का विशेष फोकस न्यास की 60वीं वर्षगांठ है और इसमें ‘यह मात्र सिंहावलोकन’ नाम की विशेष प्रदर्शनी का आयोजन किया जाएगा जिसमें राष्ट्रीय पुस्तक न्यास की छह दशकों की पठन-संस्कृति के प्रोन्ययन की यात्रा प्रस्तुत करेगी।

उन्होंने कहा कि इस बार मेले की थीम ‘मानुषी’ रखी गई है जो महिलाओं द्वारा और उन पर आधारित लेखन को प्रस्तुत करती है। उन्होंने कहा कि थीम से जुड़ा एक कलेंडर भी हम प्रकाशित कर रहे हैं जिसको 10 जनवरी को मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर जारी करेंगे। शर्मा ने कहा कि मेले के टिकट प्रगति मैदान के अलावा 50 मेट्रो स्टेशनों से लिए जा सकते हैं और स्कूल की वर्दी में आने वाले छात्रों का प्रवेश निशुल्क होगा। उन्होंने कहा कि हमने आईटीपीओ से पुस्तक मेले के लिए प्रवेश शुल्क खत्म करने का अनुरोध किया है।