राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (NTA) 12 अक्टूबर को राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (NEET) के लिए परिणाम घोषित करने की संभावना है। 14.37 लाख से अधिक उम्मीदवार जो मेडिकल प्रवेश के लिए उपस्थित हुए थे, वे अपना रिजल्ट ntaneet.nic.in पर देख सकते हैं। छात्रों को रिजल्ट चेक करने के लिए एडमिट कार्ड पर लिखे हुआ रोल नंबर डालना होगा। देशभर में मेडिकल कोर्सेज़ में दाखिले के लिए आयोजित ऑल इंडिया NEET परीक्षा इस वर्ष 13 सितंबर को कोरोना संक्रमण के खतरे के बीच आयोजित की गई थी। इसके बाद NTA ने एग्जाम की प्रोविजनल आंसर की जारी की और उम्मीदवारों को इसके खिलाफ आपत्ति दर्ज करने का मौका भी दिया। सभी आपत्तियों पर विचार करने के बाद फाइनल आंसर की तैयार की गई जिसके आधार पर ही परीक्षा का रिजल्ट तैयार किया है।
NTA ने उम्मीदवारों की सहूलियत के लिए आंसर की के साथ रिस्पांस शीट भी जारी कर दी है। कैंडिडेट अपने रिकार्डेड आंसर को आंसर की से मिलान कर अपने कट-ऑफ स्कोर का अंदाजा भी लगा सकते हैं। आयोग अब रिजल्ट जारी करने के लिए तैयार है जिसके बाद काउंसलिंग का राउंड शुरू होगा। रिजल्ट जारी होते ही इसका अपडेट उम्मीदवारों को इसी पेज पर मिल जाएगा। काउंसलिंग के संबंध में जानकारी तथा रिजल्ट के अपडेट के लिए उम्मीदवार हमारे साथ बने रहें।
बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) में एडमिशन के लिए सभी क्वालिफाइड उम्मीदवार काउंसलिंग के लिए पात्र होंगे जो NEET 2020 काउंसलिंग के लिए पात्र हैं।
अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (AMU) में एडमिशन के लिए जिन उम्मीदवारों ने पिछले तीन वर्षों से विश्वविद्यालय के स्कूल से पढ़ाई की है, उन्हें 50 प्रतिशत संस्थागत आरक्षण होगा। सभी NEET क्वालिफाइड उम्मीदवार शेष 50 प्रतिशत सीटों के लिए पात्र होंगे।
दिल्ली विश्वविद्यालय के कॉलेजों में ऑल इंडिया 15 प्रतिशत सीटों का कोटा रहता है और दिल्ली में कक्षा 11वीं और 12वीं की पढ़ाई करने वाले उम्मीदवार केवल 85 प्रतिशत संस्थागत कोटे की सीटों के लिए पात्र होंगे।
प्रवेश के लिए NEET 2020 कट-ऑफ अंतिम रैंक है जिस पर उम्मीदवार को किसी विशेष मेडिकल / डेंटल कॉलेज में प्रवेश दिया जाएगा। कई कारकों के आधार पर हर साल कट-ऑफ में बदलाव होता है। रिजल्ट के साथ NEET 2020 कट-ऑफ घोषित किया जाएगा। हालांकि, उम्मीदवार संदर्भ के लिए शीर्ष 10 मेडिकल कॉलेजों के पिछले वर्ष के एनईईटी कट-ऑफ की जांच कर सकते हैं।
आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, COVID-19 महामारी के मद्देनजर सख्त सावधानियों के बीच लगभग 90 फीसदी उम्मीदवार मेडिकल प्रवेश परीक्षा में शामिल हुए। इस साल, NEET के लिए कुल 15.97 लाख उम्मीदवारों ने रजिस्ट्रेशन कराया था।
NEET 2020 कट-ऑफ को रिजल्ट की घोषणा के साथ ही घोषित किया जाएगा। पिछले रुझानों के अनुसार, कट-ऑफ की गणना आमतौर पर विभिन्न कारकों के आधार पर की जाती है जैसे कि परीक्षा के लिए उम्मीदवारों की संख्या, परीक्षा का कठिनाई का स्तर तथा छात्रों का समग्र प्रदर्शन आदि।
हम पिछले वर्षों की तुलना में कट-ऑफ में कुछ बदलावों की उम्मीद कर रहे हैं। यह काउंसलिंग प्रक्रिया को भी प्रभावित कर सकता है। हालांकि, छात्रों को चिंता करने की आवश्यकता नहीं है। वे अभी भी NEET 2019 कट-ऑफ सूची का उपयोग करके अपनी रैंकिंग का अनुमान लगा सकते हैं।
प्रवेश के लिए NEET 2020 कट-ऑफ अंतिम रैंक है जिस पर उम्मीदवार को किसी विशेष मेडिकल / डेंटल कॉलेज में प्रवेश दिया जाएगा। कई कारकों के आधार पर हर साल कट-ऑफ में बदलाव होता है। रिजल्ट के साथ NEET 2020 कट-ऑफ घोषित किया जाएगा। हालांकि, उम्मीदवार संदर्भ के लिए शीर्ष 10 मेडिकल कॉलेजों के पिछले वर्ष के एनईईटी कट-ऑफ की जांच कर सकते हैं।
रजिस्ट्रेशन के बाद, उम्मीदवारों को उन कॉलेजों और सिलेबस को सेलेक्ट करने का मौका दिया जाएगा जिनमें वे प्रवेश लेना चाहते हैं। उम्मीदवारों को उनके द्वारा चिह्नित प्राथमिकताओं के आधार पर सीटें आवंटित की जाएंगी।
जिन उम्मीदवारों को सीट मिलेगी उन्हें निर्धारित तिथि और समय से पहले आवंटित कॉलेज को रिपोर्ट करना होगा। सत्यापन के लिए उन्हें सभी आवश्यक दस्तावेज भी कॉलेज में ले जाने होंगे।
पश्चिम बंगाल में NTA की परीक्षा में शामिल हुए उम्मीदवारों को भारी बारिश और ट्रांस्पोर्ट न मिलने की वजह से सुबह एग्जाम सेंटर पहुंचने में काफी कठिनाई हुई थी। बंगाल के अलावा देश के अन्य हिस्सों में भी ट्रांसपोर्ट न मिलने की वजह से छात्रों को परेशानी उठानी पड़ी थी।
एनईईटी कट-ऑफ अंतिम उम्मीदवार की रैंक है जिसने संबंधित कॉलेजों में अंतिम सीट का लाभ उठाया है और यह प्रत्येक श्रेणी के लिए अलग-अलग है। कट-ऑफ का निर्धारण अधिकारियों द्वारा विभिन्न कारकों पर विचार करने के बाद किया जाता है जैसे कि NEET परीक्षा की कठिनाई का स्तर, कॉलेजों में सीटों की उपलब्धता, प्रवेश के लिए आवेदन करने वाले उम्मीदवारों की संख्या आदि पर विचार विमर्श किया जाता है।
इस साल NEET 2020 की परीक्षा 13 सितंबर को आयोजित की गई थी. रजिस्टर उम्मीदवारों की कुल संख्या में से लगभग 90 प्रतिशत उम्मीदवार परीक्षा में शामिल हुए थे. इस साल ये परीक्षा देश भर में 3,800 से अधिक केंद्रों पर आयोजित की गई थी।
NEET क्वालिफाइड उम्मीदवारों को आधिकारिक वेबसाइट mcc.nic.in पर खुद को रजिस्टर करना होगा। रजिस्ट्रेशन के दौरान, उम्मीदवारों को अपना व्यक्तिगत, शैक्षणिक, NEET रिजल्ट, कॉन्टैक्ट डीटेल्स और अन्य पूछे गए विवरण भरने होंगे।
इससे पहले, NEET-UG परीक्षा 3 मई को होनी थी मगर इसे 26 जुलाई के लिए स्थगित कर दिया गया। अंत में परीक्षा को दोबारा स्थगित कर 13 सितंबर को आयोजित किया गया।
NEET में कम से कम 50 पर्सेंटाइल स्कोर करने वालों को पास माना जाएगा, हालांकि मेरिट के आधार पर उम्मीदवारों का चयन किया जाएगा। परिणाम घोषित होने के बाद काउंसलिंग आयोजित की जाएगी। जेईई की तरह ही, NEET के लिए भी रिजल्ट जल्द ही जारी होने की उम्मीद है।
महाराष्ट्र सरकार ने राज्य में चिकित्सा पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए 70:30 क्षेत्र-वार सूत्र की शुरुआत की थी। सूत्र के अनुसार मेडिकल कॉलेजों में 70 फीसदी स्थानीय और बाकी राज्यों के लिए 30 फीसदी आरक्षण था। सरकार ने अब यह फॉर्मूला खत्म कर दिया।
रोहिणी की रहने वाली वनिका चौरसिया ने कहा था कि, "ऑनलाइन परीक्षा एक पेन और पेपर-आधारित टेस्ट से बेहतर विकल्प होता लेकिन हमारे पास कोई विकल्प नहीं था। परीक्षा में अधिक देरी से साल भर का नुकसान होता।" वहीं युवराज कुमार के लिए, सार्वजनिक परिवहन बड़ी चिंता रही।
NEET 2020 परीक्षा के लिए उपस्थित होने वाले कई उम्मीदवारों ने ज्यादातर भौतिकी और जीव विज्ञान के पेपर को कठिन बताया। रसायन विज्ञान के लिए NEET 2020 का प्रश्न पत्र मध्यम स्तर का रहा है। पेपर के 60% सवाल आसान थे और बाकी मध्यम स्तर के थे।
टीचर्स और स्पेशलिस्ट्स का मानना है कि इस साल कट ऑफ स्कोर और अधिक बढ़ सकता है क्योंकि पेपर बीते सालों की अपेक्षा आसान था।
NEET 2020 के लिए छात्रों को अपने एग्जाम सेंटर में बदलाव के लिए आवेदन करने के लिए अनुमति दी गई थी। कुल 95,000 उम्मीदवारों ने परीक्षा शहर में बदलाव के लिए आवेदन किया था और उनमें से 99 प्रतिशत को उनकी पहली च्वाइस का शहर दिया गया था। अब एग्जाम का रिजल्ट जारी होने का इंतजार है।
NEET 2020 के लिए छात्रों को अपने एग्जाम सेंटर में बदलाव के लिए आवेदन करने के लिए अनुमति दी गई थी। कुल 95,000 उम्मीदवारों ने परीक्षा शहर में बदलाव के लिए आवेदन किया था और उनमें से 99 प्रतिशत को उनकी पहली च्वाइस का शहर दिया गया था। अब एग्जाम का रिजल्ट जारी होने का इंतजार है।
एजुकेशन सेक्रेटरी अमित खरे के अनुसार, “परीक्षा पहले अप्रैल में आयोजित की जानी थी, लेकिन जुलाई में स्थगित कर दी गई। जब बड़ी संख्या में छात्रों ने परीक्षा आगे बढ़ाने के लिए ट्वीट किया, तो परीक्षा को सितंबर में धकेल दिया गया। अब, छात्रों का एक वर्ग मांग कर रहा है कि परीक्षा दीपावली के बाद आयोजित की जानी चाहिए। दीपावली के बाद, छठ पर्व 26 नवंबर को देश के पूर्वी हिस्सों में मनाया जाएगा। अगर हम परीक्षा आयोजित करने के लिए एक सप्ताह बाद का समय लेते हैं, तो दिसंबर के पहले सप्ताह में परीक्षा हो पाएगी और रिजल्ट 2021 में जारी हो पाएंगे। इसका मतलब है कि छात्रों को पूरे शैक्षणिक वर्ष को खोने का खतरा है।" परीक्षा सितंबर माह में आयोजित की गई हैं।
कोरोना संक्रमण के बीच छात्रों के स्वास्थ्य के जोखिम की बात पर अमित खरे ने कहा, “पहली बात, ये तर्क सर्वोच्च न्यायालय के सामने पहले ही दिए जा चुके हैं, जिसके बाद याचिका को खारिज कर दिया गया है। कुछ छात्रों ने स्वास्थ्य जोखिमों के बारे में तर्क दिया है, जबकि ऐसे अन्य लोग भी हैं जो पूछ रहे हैं कि उन्हें अपने करियर को जोखिम में क्यों डालना चाहिए। इन छात्रों ने एक वर्ष का गैप लिया है और 18 महीने से तैयारी कर रहे हैं। क्या होगा उनके साथ? शिक्षा विभाग को उन छात्रों के बीच संतुलन रखना होगा जो परीक्षा चाहते हैं और जो नहीं करते हैं। हमे छात्रों के समग्र हित को देखना होगा।” इसी के बाद आयोग ने परीक्षा कराने का फैसला लिया जो सितंबर माह में आयोजित की गई हैं।
कट-ऑफ न्यूनतम अर्हताप्राप्त प्रतिशत और प्राप्तांक है जो परीक्षा पास करने के लिए प्राप्त किया जाना चाहिए। प्रवेश परीक्षा के लिए सुरक्षित की जाने वाली कट-ऑफ प्रतिशताइल सूचना विवरणिका के माध्यम से जारी की गई है।
NEET 2020 के परिणाम के आधार पर, NEET कट-ऑफ 2020 को पूरा करने वाले छात्रों को 80,005 MBBS में प्रवेश दिया जाएगा; 26,949 BDS; 52,720 आयुष; और भारत में मेडिकल और डेंटल कॉलेजों में 525 BVSc और एएच सीटें।
चरण 1: आधिकारिक वेबसाइट ntaneet.nic.in पर जाएं।
चरण 2: होम पेज पर, डाउनलोड रिजल्ट लिंक पर क्लिक करें।
चरण 3: अब रजिस्ट्रेशन नंबर और रोल नंबर दर्ज करें।
चरण 4: एनटीए नीट रिजल्ट 2020 कंप्यूटर स्क्रीन पर खुल जाएगा।
चरण 5: इसे डाउनलोड करें, और आगे के संदर्भ के लिए प्रिंट आउट लें।
नीट 2020 के रिजल्ट 12 अक्टूबर को आधिकारिक वेबसाइट ntaneet.nic.in पर जारी होने की संभावना है। रिजल्ट चेक करने के लिए छात्रों को एडमिट कार्ड पर लिखे हुआ रोल नंबर दर्ज करना होगा।
जिन उम्मीदवारों को सीट मिलेगी उन्हें निर्धारित तिथि और समय से पहले आवंटित कॉलेज को रिपोर्ट करना होगा। सत्यापन के लिए उन्हें सभी आवश्यक दस्तावेज भी कॉलेज में ले जाने होंगे।
भरे गए विकल्पों के आधार पर, उपलब्ध सीटें, NEET रैंक, आरक्षण मानदंड और अन्य कारक, सीट आवंटन सूची काउंसलिंग के प्रत्येक दौर के बाद जारी की जाएगी। सभी कारकों को ध्यान में रखकर ही सीट अलॉट की जाएगी।
रजिस्ट्रेशन के बाद, उम्मीदवारों को उन कॉलेजों और सिलेबस को सेलेक्ट करने का मौका दिया जाएगा जिनमें वे प्रवेश लेना चाहते हैं। उम्मीदवारों को उनके द्वारा चिह्नित प्राथमिकताओं के आधार पर सीटें आवंटित की जाएंगी।
रजिस्ट्रेशन करने के लिए, उम्मीदवारों को एक रजिस्ट्रेशन और ट्यूशन शुल्क का भुगतान करना होगा। सामान्य कैटेगरी के लिए रजिस्ट्रेशन शुल्क रु 1000, जबकि SC/ST/OBC के लिए यह रु 500 निर्धाारित है।
NEET क्वालिफाइड उम्मीदवारों को आधिकारिक वेबसाइट mcc.nic.in पर खुद को रजिस्टर करना होगा। रजिस्ट्रेशन के दौरान, उम्मीदवारों को अपना व्यक्तिगत, शैक्षणिक, NEET रिजल्ट, कॉन्टैक्ट डीटेल्स और अन्य पूछे गए विवरण भरने होंगे।
कट-ऑफ न्यूनतम अर्हताप्राप्त प्रतिशत और प्राप्तांक है जो परीक्षा पास करने के लिए प्राप्त किया जाना चाहिए। प्रवेश परीक्षा के लिए सुरक्षित की जाने वाली कट-ऑफ प्रतिशताइल सूचना विवरणिका के माध्यम से जारी की गई है।
NEET 2020 कट-ऑफ स्कोर ऑनलाइन मोड में रिजल्ट के साथ जारी किए जाएंगे। सामान्य कैटेगरी के उम्मीदवारों के लिए कटऑफ 50 प्रतिशत है, जबकि अनुसूचित जाति / अनुसूचित जनजाति / अन्य पिछड़ा वर्ग के लिए, यह 40 प्रतिशत है।
NEET 2020 पर हालिया रिपोर्ट के अनुसार, लखनऊ परीक्षा केंद्रों के लिए लगभग 87.7% उम्मीदवार उपस्थित हुए हैं। परीक्षा 13 सितंबर को देशभर में आयोजित की गई थी।
रिजल्ट जारी होने के बाद उम्मीदवारों को काउंसलिंग के लिए आवेदन करना होगा। जबकि सभी मेडिकल पाठ्यक्रमों में प्रवेश NEET 2020 के माध्यम से होता है, MBBS और BDS काउंसलिंग एक साथ और आयुष पाठ्यक्रम के लिए अलग से आयोजित की जाती है।
NEET 2020 परीक्षा के लिए उपस्थित होने वाले कई उम्मीदवारों ने ज्यादातर भौतिकी और जीव विज्ञान के पेपर को कठिन बताया। रसायन विज्ञान के लिए NEET 2020 का प्रश्न पत्र मध्यम स्तर का रहा है। पेपर के 60% सवाल आसान थे और बाकी मध्यम स्तर के थे।
NEET 2020 के उम्मीदवारों की प्रतिक्रिया के अनुसार, छात्रों को बॉयोलोजी का पेपर अन्य विषयों की तुलना में थोड़ा आसान लगा। NEET 2020 बायोलॉजी के कुछ प्रश्न हालांकि कठिन भी थे। सब्जेक्ट टीचर्स के अनुसार बॉयोलॉजी के 53.33% प्रश्न आसान थे और बाकी मॉडरेट थे।
टीचर्स और स्पेशलिस्ट्स का मानना है कि इस साल कट ऑफ स्कोर और अधिक बढ़ सकता है क्योंकि पेपर बीते सालों की अपेक्षा आसान था।
पहले NEET, AIIMS और JIPMER अलग-अलग मेडिकल प्रवेश परीक्षाएं होती थीं। बाद में सभी को बंद करके केवल NEET परीक्षा को मेडिकल कोर्सेज़ में दाखिले के लिए एकलौती परीक्षा बना दिया गया।
कट-ऑफ न्यूनतम अर्हता प्राप्त प्रतिशत और प्राप्तांक है जो परीक्षा पास करने के लिए प्राप्त किया जाना चाहिए। प्रवेश परीक्षा के लिए सुरक्षित की जाने वाली कट-ऑफ प्रतिशताइल सूचना विवरणिका के माध्यम से जारी की गई है।