मध्य प्रदेश बोर्ड 04 जुलाई को कक्षा 10वीं का रिजल्ट जारी करने के बाद, 12वीं का रिजल्ट जारी करने की तैयारी कर रहा है। कुछ समय पहले एमपीबीएसई की प्रमुख सचिव रश्मि अरुण शमी ने जानकारी दी थी कि कक्षा 10वीं का परिणाम जारी करने के बाद, कक्षा 12वीं का परिणाम जुलाई के तीसरे सप्ताह में घोषित किया जाएगा। परीक्षा में शामिल हुए सभी छात्र बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट mpbse.nic.in, mpresults.nic.in, mpbse.mponline.gov.in पर विजिट कर अपने रोल नंबर की मदद से अपना रिजल्ट चेक कर सकते हैं। 10वीं में, इस साल की परीक्षा में लगभग 10.5 लाख छात्र शामिल हुए थे जिनका रिजल्ट जारी हो चुका है। छात्रों को मार्कशीट स्कूल खुलने के बाद वहीं से मिलेगी। हालांकि फिलहाल छात्र वेबसाइट से प्रोविजनल मार्कशीट डाउनलोड कर सकते हैं।
MP Board 10th Result 2020: Check Marks here
रिजल्ट चेक करने का डायरेक्ट लिंक आधिकारिक वेबसाइट के होमपेज पर ही लाइव किया गया है। छात्र वेबसाइट पर जाकर लिंक विजिट करेंगे और अपने रोल नंबर दर्ज कर अपने रिजल्ट चेक कर सकते हैं। बता दें कि बोर्ड केवल 22 मार्च तक हो चुकी परीक्षाओं के आधार पर ही रिजल्ट जारी किया गया है क्योंकि बाकी की परीक्षाएं देशव्यापी लॉकडाउन के चलते रद्द हो गई थीं। रिजल्ट जारी हो चुका है।
MP Board 10th Result 2020 Live: Check update
अन्य राज्यों या मंडल के उम्मीदवारों के परिणाम, जिनके डॉक्यूमेंट्स समय पर बोर्ड को नहीं भेजे गए थे, वे भी पेंडिंग हैं. ऐसे उम्मीदवारों को परिणाम प्राप्त करने के लिए एक महीने के अंदर आवश्यक डॉक्यूमेंट्स भेजने होंगे.
इस साल एमपी बोर्ड 10वीं परीक्षा में 62.84 फीसदी छात्र-छात्राएं पास हुए हैं। इस बार कुल 5,60,474 स्टूडेंट्स पास हुए हैं। इनमें 4,68,288 लड़के और 4,25,048 लड़कियां शामिल हैं।
मध्य प्रदेश सरकार COVID-19 महामारी के कारण लंबित परीक्षाओं का संचालन किए बिना परिणामों की घोषणा कर रही है। ताजा अंकड़ों के मुताबिक मध्य प्रदेश में कोरोनावायर से संक्रमितों की संख्या 14,604 पहुंच गई है जिनमें से 598 लोगों की मौत भी हुई है।
मध्य प्रदेश ने 10वीं के लगभग 11.5 लाख छात्रों का रिजल्ट जारी कर दिया है। अब 12वीं के करीब 8.5 लाख छात्रों को अपने परिणाम के घोषित होने का इंतजार है, जो जुलाई के तीसरे सप्ताह में जारी हो सकते हैं।
कुछ समय पहले एमपीबीएसई की प्रमुख सचिव रश्मि अरुण शमी ने जानकारी दी थी कि कक्षा 10वीं का परिणाम जारी करने के बाद, कक्षा 12वीं का परिणाम जुलाई के तीसरे सप्ताह में घोषित किया जाएगा।
एमपी बोर्ड ने केवल उन्हीं छात्रों के परिणाम लंबित रखे हैं जिनके दस्तावेज समय पर बोर्ड को नहीं भेजे गए थे। ऐसे उम्मीदवारों को परिणाम प्राप्त करने के लिए एक महीने के भीतर अपने आवश्यक दस्तावेज भेजने होंगे।
एमपी बोर्ड ने 235 छात्रों के परिणाम लंबित रखे हैं क्योंकि उनके अंकों का सत्यापन अभी तक नहीं किया गया है। उनके परिणाम कुछ दिनों में घोषित किए जाएंगे।
दिव्यांग श्रेणी के तहत कुल 68.77% छात्रों ने एमपी बोर्ड 10वीं की परीक्षा पास की है। लड़कियों ने फिर से लड़कों को पीछे छोड़ दिया है। कुल 73.20% लड़कियों और 67.12% लड़कों ने परीक्षा पास की है।
दो छात्रों ने 99.75% स्कोर के साथ दूसरा रैंक हासिल किया है, जबकि 22 छात्र 99.67% स्कोर करके तीसरे रैंक पर हैं।
इस साल कुल 62.84% छात्रों ने कक्षा 10 वीं की परीक्षा दी है। मेरिट लिस्ट भी आज ही ऑनलाइन घोषित की गई है। कुल 15 छात्रों ने 100% अंक प्राप्त किए हैं और टॉपर के रूप में उभरे हैं।
इस साल एमपी बोर्ड 10वीं परीक्षा में 62.84 फीसदी छात्र-छात्राएं पास हुए हैं। इस बार कुल 5,60,474 स्टूडेंट्स पास हुए हैं। इनमें 4,68,288 लड़के और 4,25,048 लड़कियां शामिल हैं।
इस साल एमपी बोर्ड परीक्षा में 3,42,390 स्टूडेंट्स की फर्स्ट डिवीजन आई है। 2,15,162 स्टूडेंट्स की सेकंड डिवीजन आई है और 2,922 स्टूडेंट्स थर्ड डिवीजन के साथ पास हुए हैं। को तीसरे डिवीजन में रखा गया है।
कुल छात्रों की संख्या: 893336, उत्तीर्ण छात्रों की कुल संख्या: 560474, कुल मिलाकर पास प्रतिशत: 62.84%, कुल लड़के पास: 468288, लड़कों का प्रतिशत: 60.09%, कुल लड़कियां पास: 425048, लड़कियां पास प्रतिशत: 65.87%
माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने विद्यार्थियों को सुविधा दी कि वे अपना परीक्षा केंद्र माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट या मोबाइल एप के जरिए आवेदन करके बदल सकते थे।
12वीं बोर्ड की शेष परीक्षाएं अभी 16 जून को ही समाप्त हुई हैं इसलिए इस बार 10वीं का रिजल्ट पहले जारी किया जा रहा है। पिछले सालों की तरह इस बार 10वीं और 12वीं दोनों कक्षाओं का रिजल्ट साथ साथ जारी नहीं होगा।
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पहले ही बता दिया था कि शेष रह गई दो परीक्षाओं के अंक पहले हो चुकी परीक्षाओं के अंकों के आधार पर दिए जाएंगे। इसलिए स्टूडेंट्स को चिंता करने की जरूरत नहीं।
राज्य के स्कूलों के खुलने पर छात्रों को उसी की मार्कशीट प्रदान की जाएगी। अब तक, छात्रों को अपने परिणाम का एक प्रिंटआउट लेने की सलाह दी जाती है, जो एक अनंतिम मार्कशीट के रूप में काम करेगा, जब तक कि मूल प्रति उनके संबंधित संस्थानों द्वारा उम्मीदवार को नहीं सौंपी जाती।
कुछ समय पहले एमपीबीएसई की प्रमुख सचिव रश्मि अरुण शमी ने जानकारी के मुताबिक, कक्षा 10वीं का परिणाम जुलाई के पहले सप्ताह में घोषित कर दिए गए हैं। उन्होंने कक्षा 12वीं का परिणाम जुलाई के तीसरे सप्ताह में घोषित किए जाने की बात कही थी।
एमपी बोर्ड ने 235 छात्रों के परिणाम पेंडिंग रखे हैं क्योंकि उनके मार्क्स का वैरीफिकेशन अभी तक नहीं किया गया है. उनके परिणाम कुछ दिनों में घोषित किए जाएंगे.
मध्यप्रदेश बोर्ड ऑफ़ सेकेंडरी एजुकेशन (MP Board or MPBSE) कक्षा 10वीं का रिजल्ट कल घोषित हो चुका है और अब 12वीं कक्षा के स्टूडेंट्स अपने रिजल्ट का इंतज़ार कर रहे हैं, मध्यप्रदेश बोर्ड के द्वारा अभी 12वीं रिजल्ट को लेकर कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है लेकिन ये रिजल्ट जुलाई के तीसरे सप्ताह तक आ सकते हैं.
अधिकारिक वेबसाइट mpresults.nic.in पर लॉग-इन करें।
एमपी बोर्ड 10वीं रिजल्ट 2020 पर क्लिक करें।
नया पेज कुछ नए ऑप्शन के साथ खुल जाएगा।
यहां पर अपना रोल नंबर भरें।
दूसरे में एप्लीकेशन नंबर भरें।
सभी जानकारियों को जांचकर उसमें पूरी डिटेल भर दें।
ओके करते ही एमपी बोर्ड 10वीं रिजल्ट 2020 स्क्रीन पर आ जाएगा।
इसकी पीडीएफ फाइल ले सकते हैं।
इससे पहले मध्यप्रदेश शिक्षा विभाग ने संक्रमण के चलते सभी स्कूल-कॉलेज बंद कर दिए। प्रदेश सरकार ने कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए 30 जून तक तक सरकारी और निजी स्कूल और शैक्षणिक संस्थान बंद करने का निणर्य लिया था। बाद में इसे 31 जुलाई तक बढ़ा दिया गया। शासन के आदेश के बाद शिक्षा विभाग ने इसके आदेश जारी कर दिए।
लॉकडाउन के कारण परीक्षाएं भी स्थगित कर दी थी। इसमें 20 मार्च से 31 मार्च तक होने वाली सभी परीक्षा थीं। 1 से 11 अप्रैल तक चलने वाली दृष्टिहीन मूकबधिर (दिव्यांग) छात्रों की परीक्षाएं भी रद्द कर दी गई।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 16 मई को कहा था कि दसवीं के बाकी बचे पेपर नहीं होंगे। हाईस्कूल के अब तक जितने भी पेपर हुए हैं, उन्हीं के आधार पर मेरिट लिस्ट तैयार की जाएगी।
बोर्ड ने 4 सरकारी वेबसाइट और मोबाइल फोन पर दो ऐप में यह रिजल्ट अपलोड किया है। इस बार 10वीं की परीक्षा में 9 लाख से अधिक छात्र-छात्राएं शामिल हुए। कोरोना की वजह से 10वीं का नतीजा पहले घोषित किया गया है। कोरोना महामारी को देखते हुए इस बार बोर्ड रिजल्ट अलग-अलग जारी किया और कोई कार्यक्रम भी नहीं किया।
मध्य प्रदेश की 15 वर्षीय छात्रा रोशनी भदोरिया ने शनिवार को जारी मध्य प्रदेश बोर्ड 10वीं के नतीजों में 98.5 फीसदी मार्क्स हासिल किए। वो मेरिट लिस्ट में आठवें स्थान पर हैं। खास बात ये है कि भिंड जिले की रोशनी का स्कूल उनके घर से करीब 12 किलोमीटर दूर था, वो रोजाना करीब 24 किलोमीटर साइकल चलाकर स्कूल आती-जाती थीं।
एमपी बोर्ड दसवीं की परीक्षा में इस साल लगभग 10 लाख से ज्यादा छात्र-छात्राएं उपस्थित हुए थे। साल 2019 में एमपी बोर्ड कक्षा 12वीं में 72.37 फीसदी छात्र पास हुए थे। जबकि 10वीं का पास प्रतिशत 61.32 फीसदी था।
इस साल परीक्षा के लिए कुल 9,01,427 स्टूडेंट्स ने रजिस्ट्रेशन कराया था, जिसमें कक्षा 10वीं की परीक्षा के लिए 8,93,336 छात्र उपस्थित हुए थे।
कुल 2.22 लाख (2,22,944) छात्र 10 वीं कक्षा की परीक्षा पास नहीं कर सके। लगभग 1.08 लाख (1,08,448) को पूरक परीक्षाओं में उपस्थित होना था, जबकि 8,091 छात्र परीक्षा में उपस्थित नहीं हुए थे
नीमच इस क्षेत्र से 79.13 प्रतिशत छात्रों के साथ सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाला जिला बन गया है, जो नियमित परीक्षा में परीक्षा पास करता है, हालांकि, निजी मोड में जिले से केवल 22.40 प्रतिशत छात्र ही उत्तीर्ण हुए हैं।
इस साल एमपी बोर्ड 10वीं परीक्षा में 62.84 फीसदी छात्र-छात्राएं पास हुए हैं। इस बार कुल 5,60,474 स्टूडेंट्स पास हुए हैं। इनमें 4,68,288 लड़के और 4,25,048 लड़कियां शामिल हैं।
सरकारी स्कूलों ने निजी स्कूलों की तुलना में बेहतर प्रदर्शन किया है। नीमच में, 82.82 प्रतिशत छात्रों ने सरकार द्वारा संचालित परीक्षाएँ और 72.93 प्रतिशत छात्रों ने निजी स्कूलों से एमपी बोर्ड कक्षा 10 की परीक्षाएं पास कीं।
एमपी बोर्ड की 10वीं परीक्षा में 3,42,390 स्टूडेंट्स फर्स्ट डिवीजन के साथ पास हुए हैं. 2,15,162 स्टूडेंट्स के सेंकेड डिवीजिन आई है. इसके अलावा 2,922 स्टूडेंट्स थर्ड डिवीजन आए हैं।
एमपी बोर्ड की 10वीं परीक्षा में टॉप 10 की मेरिट लिस्ट में 360 स्टूडेंट्स को जगह मिली है. इस एग्जाम में 3,42,390 स्टूडेंट्स फर्स्ट डिवीजन के साथ पास हुए हैं. 2,15,162 स्टूडेंट्स के सेंकेड डिवीजिन आई है. इसके अलावा 2,922 स्टूडेंट्स थर्ड डिवीजन आए हैं।
इस साल एमपी बोर्ड परीक्षा में 3,42,390 स्टूडेंट्स की फर्स्ट डिवीजन आई है। 2,15,162 स्टूडेंट्स की सेकंड डिवीजन आई है और 2,922 स्टूडेंट्स थर्ड डिवीजन के साथ पास हुए हैं। को तीसरे डिवीजन में रखा गया है।
60 प्रतिशत अंकों वाले उम्मीदवारों को फर्स्ट डिवीजन से सम्मानित किया जाएगा, सेकंड डिवीजन के छात्रों को 45 प्रतिशत और उससे अधिक अंकों की आवश्यकता होगी। थर्ड डिवीजन में, न्यूनतम 33 प्रतिशत अंक और उससे अधिक वाले छात्रों को माना जाता है।
कुल पास प्रतिशत में, केवल 42.01 प्रतिशत छात्रों ने भिंड से रेगूलर मोड में एमपी बोर्ड कक्षा 10 की परीक्षा दी, जबकि ओपन मोड में एमपी बोर्ड कक्षा 10 परीक्षा में 10.20 प्रतिशत छात्र पास हो पाए। जिलेवार यह सबसे कम पास प्रतिशत रहा है।
छात्र 15 दिनों के भीतर अंकों की री-वेरिफिकेशन के लिए आवेदन कर सकते हैं। विवरण के लिए आधिकारिक वेबसाइट mpbse.nic.in पर जाएं। छात्र एमपी ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से उत्तर पुस्तिकाओं की एक प्रति प्राप्त करने के लिए भी आवेदन कर सकते हैं। उन्हें आवश्यक शुल्क भी देना होगा।
यदि कक्षा 10 का छात्र दो विषयों में फेल रहता है या कक्षा 12 का छात्र एक विषय में फेल हो जाता है; वे कंपार्टमेंट परीक्षा के लिए उपस्थित होने के लिए पात्र होंगे जिसके आगे किसी को भी फेल या पास माना जाएगा।
जिन छात्रों को कोई त्रुटि (नामों की वर्तनी में) मिल रही है, वे आधिकारिक वेबसाइट mpbse.nic.in के माध्यम से ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। सुविधा 90 दिनों के लिए मुफ्त है।