MPBSE, MP Board 10th, 12th Result 2020: मध्य प्रदेश बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन, MPBSE बोर्ड ने 10वीं के परिणाम घोषित कर दिए हैं, रिजल्ट दोपहर 12 बजे तक घोषित किए गए। बोर्ड के सचिव अनिल सुचारी ने indianexpress को जानकारी दी थी कि 10वीं के रिजल्ट इसी सप्ताह जारी होगा जबकि 12वीं के छात्रों को अपने रिजल्ट के लिए अगले सप्ताह तक इंतजार करना पड़ सकता है। स्टूडेंट्स अपने रोल नंबर की मदद से अपना रिजल्ट आधिकारिक वेबसाइट mpbse.nic.in तथा mpresults.nic.in पर चेक कर सकते हैं।
MPBSE 10th Result 2020 Marksheet: Check Here
छात्रों को उनकी मार्कशीट स्कूलों के दोबारा खुलने पर मिल जाएगी। इस साल कक्षा 10 की परीक्षा में लगभग 9 लाख छात्र उपस्थित हुए थे जिनका रिजल्ट जारी हो गया है। छात्रों को सलाह है कि वे रिजल्ट के संबंध में किसी भी अपडेट के लिए केवल आधिकारिक वेबसाइट पर जारी जानकारी पर ही भरोसा करें।
MP Board 10th, 12th Result 2020 Live Updates: Check Here
कुछ समय पहले एमपीबीएसई की प्रमुख सचिव रश्मि अरुण शमी ने जानकारी दी थी कि कक्षा 10वीं का परिणाम जुलाई के पहले सप्ताह में घोषित किया जाएगा, जबकि कक्षा 12वीं का परिणाम जुलाई के तीसरे सप्ताह में घोषित किया जाएगा।
एमपी बोर्ड ने 235 छात्रों के परिणाम लंबित रखे हैं क्योंकि उनके अंकों का सत्यापन अभी तक नहीं किया गया है। उनके परिणाम कुछ दिनों में घोषित किए जाएंगे। इसके अलावा, अन्य राज्यों या मंडल के उम्मीदवारों के परिणाम जिनके दस्तावेज समय पर बोर्ड को नहीं भेजे गए थे, वे भी लंबित हैं। ऐसे उम्मीदवारों को परिणाम प्राप्त करने के लिए एक महीने के भीतर अपने आवश्यक दस्तावेज भेजने चाहिए।
दिव्यांग श्रेणी के तहत कुल 68.77% छात्रों ने एमपी बोर्ड 10वीं की परीक्षा पास की है। लड़कियों ने फिर से लड़कों को पीछे छोड़ दिया है। कुल 73.20% लड़कियों और 67.12% लड़कों ने परीक्षा पास की है।
दो छात्रों ने 99.75% स्कोर के साथ दूसरा रैंक हासिल किया है, जबकि 22 छात्र 99.67% स्कोर करके तीसरे रैंक पर हैं।
इस साल कुल 62.84% छात्रों ने कक्षा 10 वीं की परीक्षा दी है। मेरिट लिस्ट भी आज ही ऑनलाइन घोषित की गई है। कुल 15 छात्रों ने 100% अंक प्राप्त किए हैं और टॉपर के रूप में उभरे हैं।
इस साल एमपी बोर्ड 10वीं परीक्षा में 62.84 फीसदी छात्र-छात्राएं पास हुए हैं। इस बार कुल 5,60,474 स्टूडेंट्स पास हुए हैं। इनमें 4,68,288 लड़के और 4,25,048 लड़कियां शामिल हैं।
इस साल एमपी बोर्ड परीक्षा में 3,42,390 स्टूडेंट्स की फर्स्ट डिवीजन आई है। 2,15,162 स्टूडेंट्स की सेकंड डिवीजन आई है और 2,922 स्टूडेंट्स थर्ड डिवीजन के साथ पास हुए हैं। को तीसरे डिवीजन में रखा गया है।
कुल छात्रों की संख्या: 893336
उत्तीर्ण छात्रों की कुल संख्या: 560474
कुल मिलाकर पास प्रतिशत: 62.84%
कुल लड़के पास: 468288
लड़कों का प्रतिशत: 60.09%
कुल लड़कियां पास: 425048
लड़कियां पास प्रतिशत: 65.87%
माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने विद्यार्थियों को सुविधा दी कि वे अपना परीक्षा केंद्र माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट या मोबाइल एप के जरिए आवेदन करके बदल सकते थे।
2018 में, एमपी बोर्ड कक्षा 10वीं परीक्षाओं के लिए कुल उत्तीर्ण प्रतिशत 66.54 प्रतिशत रहा, जबकि 2017 में 49.67 प्रतिशत छात्र पास हुए थे।
कुछ समय पहले एमपीबीएसई की प्रमुख सचिव रश्मि अरुण शमी ने जानकारी दी थी कि कक्षा 10वीं का परिणाम जुलाई के पहले सप्ताह में घोषित किया जाएगा, जबकि कक्षा 12वीं का परिणाम जुलाई के तीसरे सप्ताह में घोषित किया जाएगा।
राज्य के स्कूलों के खुलने पर छात्रों को उसी की मार्कशीट प्रदान की जाएगी। अब तक, छात्रों को अपने परिणाम का एक प्रिंटआउट लेने की सलाह दी जाती है, जो एक अनंतिम मार्कशीट के रूप में काम करेगा, जब तक कि मूल प्रति उनके संबंधित संस्थानों द्वारा उम्मीदवार को नहीं सौंपी जाती।
12वीं बोर्ड की शेष परीक्षाएं अभी 16 जून को ही समाप्त हुई हैं इसलिए इस बार 10वीं का रिजल्ट पहले जारी किया जा रहा है। पिछले सालों की तरह इस बार 10वीं और 12वीं दोनों कक्षाओं का रिजल्ट साथ साथ जारी नहीं होगा।
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पहले ही बता दिया था कि शेष रह गई दो परीक्षाओं के अंक पहले हो चुकी परीक्षाओं के अंकों के आधार पर दिए जाएंगे। इसलिए स्टूडेंट्स को चिंता करने की जरूरत नहीं।
कोरोना महामारी के कारण 15 जून को संपन्न हुई उच्च माध्यमिक परीक्षाओं में लगभग 8.5 लाख छात्र उपस्थित हुए थे। परीक्षा के रिजल्ट आधिकारिक वेबसाइट पर जल्द जारी किए जाएंगे।
बोर्ड ने यह जानकारी दी है कि छात्रों को उनकी मार्कशीट की हार्ड कॉपी स्कूलों से ही मिलेगी। स्कूल खुलते ही छात्रों को उनकी मार्कशीट बांट दी जाएगी।
पिछले साल, लगभग 18 लाख छात्र एमपी बोर्ड परीक्षा के लिए उपस्थित हुए और 63.89% छात्रों ने कक्षा 10 की परीक्षा पास की। इस बीच, कक्षा 12 के लिए पास प्रतिशत 76.31% था।
10वीं के रिजल्ट के लिए - MPBSE10 (स्पेस दें) ROLLNUMBER और 56263 पर भेजें।
12वीं के रिजल्ट के लिए - MPBSE12 (स्पेस दें) ROLLNUMBER और 56263 पर भेजें।
रिजल्ट की घोषणा होने के बाद, छात्र आधिकारिक वेबसाइट mpbse.nic.in तथा mpresults.nic.in पर जाकर अपने रोल नंबर की मदद से अपना रिजल्ट चेक कर सकेंगे।
12वीं बोर्ड की शेष परीक्षाएं अभी 16 जून को ही समाप्त हुई हैं इसलिए इस बार 10वीं का रिजल्ट पहले जारी किया जा रहा है। पिछले सालों की तरह इस बार 10वीं और 12वीं दोनों कक्षाओं का रिजल्ट साथ साथ जारी नहीं होगा।
कोरोना महामारी के कारण 15 जून को संपन्न हुई उच्च माध्यमिक परीक्षाओं में लगभग 8.5 लाख छात्र उपस्थित हुए थे। परीक्षा के रिजल्ट आधिकारिक वेबसाइट पर जल्द जारी किए जाएंगे।
रिजल्ट बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट mpbse.nic.in पर जारी किया जाएगा। परीक्षा में शामिल हुए छात्र अपने रोल नंबर की मदद से अपना रिजल्ट आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर चेक कर सकेंगे।
बोर्ड ने यह जानकारी दी है कि छात्रों को उनकी मार्कशीट की हार्ड कॉपी स्कूलों से ही मिलेगी। स्कूल खुलते ही छात्रों को उनकी मार्कशीट बांट दी जाएगी।
राज्य में मूल्यांकन प्रक्रिया का संचालन करने के लिए परीक्षकों को केंद्र आवंटित किए गए हैं। प्रक्रिया जल्द ही पूरी होने की उम्मीद है। जैसा कि अधिकारियों ने बताया कि 22 जून, 2020 से 15 दिनों की अवधि में कॉपियों का मूल्यांकन किया जा सकता है।
मध्य प्रदेश बोर्ड ऑफ सेकंडरी एजुकेशन का साल 2019 का परिणाम बेहतर रहा था। पिछले साल 12वीं का रिजल्ट 72.37 फीसदी और 10वीं का रिजल्ट 61.32 फीसदी रहा था।
गौरतलब है कि 10वीं के बचे दो पेपर कोरोना के चलते रद्द कर दिए गए थे। रद्द हुए इन विषयों के मार्क्स उन पेपरों के आधार पर दिए जाएंगे जो हो चुके हैं। रिजल्ट भी उन पेपरों के आधार पर तैयार होगा जो हो चुके हैं।
एमपी बोर्ड के कंट्रोलर ने कहा, ''10वीं और 12वीं एग्जाम की मार्कशीट की हार्ड कॉपी फिर से स्कूलों के खुलने पर दी जाएगी।"
बता दें मध्य प्रदेश बोर्ड 10वीं और 12वीं का रिजल्ट साथ साथ जारी करता आ रहा है। हालांकि इस बार कोरोना के चलते 12वीं की परीक्षा 16 जून को ही समाप्त हुई हैं। मूल्यांकन कार्य 22 जून को ही शुरू हुआ है। एमपी बोर्ड की मानें तो 12वीं का रिजल्ट जुलाई में जारी किया जाएगा।
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज चौहान ने कहा था कि बोर्ड की जो परीक्षाएं पहले हो चुकी हैं, उनके आधार पर ही रिजल्ट जारी होगा। उन्होंने इस बाबत कहा कि जिस विषय की परीक्षा रद्द हो चुकी है, उस विषय में स्टूडेंट्स की मार्कशीट में 'पास' लिखा होगा।
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज चौहान ने कहा था कि बोर्ड की जो परीक्षाएं पहले हो चुकी हैं, उनके आधार पर ही रिजल्ट जारी होगा। उन्होंने इस बाबत कहा कि जिस विषय की परीक्षा रद्द हो चुकी है, उस विषय में स्टूडेंट्स की मार्कशीट में 'पास' लिखा होगा।
एमपी बोर्ड के मुताबिक 12वीं का रिजल्ट जुलाई के तीसरे सप्ताह में जारी किया जा सकता है। 12वीं क्लास की पेंडिग परीक्षा 15 जून को समाप्त हुई थी जिसमें करीब 8.5 लाख छात्र बैठे थे।
एमपी बोर्ड कक्षा 10 परिणाम 2020 को लंबित बोर्ड परीक्षा आयोजित किए बिना घोषित किया जाएगा। शेष कागजात जो COVID-19 महामारी के कारण स्थगित किए गए थे, उन्हें बाद में बोर्ड द्वारा आयोजित किया जाएगा।
COVID-10 वायरस के प्रसार के कारण, MP बोर्ड कक्षा 10 की कुछ बोर्ड परीक्षा आयोजित नहीं कर सका। जिसके बाद लंबित बोर्ड परीक्षाओं को लेकर कई दिनों तक चर्चा के बाद मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज ने बाकी परीक्षाओं को रद्द करने का आदेश दिया।
पिछले साल कुल पास हुए छात्रों का प्रतिशत - 61.32 प्रतिशत
कुल पास हुए लड़कों प्रतिशत - 59.15 प्रतिशत
कुल पास हुई लड़कियों का प्रतिशत - 63.69 प्रतिशत
एमपी बोर्ड के कंट्रोलर ने कहा, ''10वीं और 12वीं एग्जाम की मार्कशीट की हार्ड कॉपी फिर से स्कूलों के खुलने पर दी जाएगी।"
चरण 1: आधिकारिक वेबसाइट mpbse.nic.in पर जाएं।
चरण 2: होमपेज पर, 'एमपी बोर्ड 10वीं परिणाम 2020' के लिंक पर क्लिक करें।
चरण 3: इसके बाद, आपके सामने नया पेज खुल जाएगा।
चरण 4: यहां छात्रों को क्रेडेंशियल्स जैसे रोल नंबर या जन्मतिथि दर्ज करके लॉग-इन करना है।
चरण 5: आपका एमपी बोर्ड 10 वीं परिणाम 2020 स्क्रीन पर खुल जाएगा।
चरण 6: रिजल्ट डाउनलोड करें और भविष्य के लिए उसका प्रिंट आउट निकालकर अपने पास रख लें।
इससे पहले, एमपी बोर्ड के कंट्रोलर बलवंत वर्मा ने द इंडियन एक्सप्रेस से कहा था कि कक्षा 10वीं की बोर्ड परीक्षा की मूल्यांकन प्रक्रिया पूरी हो चुकी है और जल्द ही परिणाम घोषित किया जाएगा।
इस साल एमपी बोर्ड 10वीं की परीक्षा में करीब 11.5 लाख स्टूडेंट्स शामिल हुए थे, जिनके रिजल्ट कल दोपहर 12 बजे तक जारी कर दिए जाएंगे। एमपी बोर्ड 10वीं की परीक्षा 03 मार्च 2020 से शुरू होकर 27 मार्च 2020 को ख़त्म होनी थी।
कक्षा 10 की बोर्ड परीक्षाएं पहले 03 मार्च से 27 मार्च तक होनी निश्चित थीं मगर 22 मार्च से देशभर में लागू लॉकडाउन के कारण परीक्षाएं नहीं हो सकीं। परीक्षाओं को लॉकडाउन के बाद कराने के विचार को मई में छोड़ दिया गया और बोर्ड ने परीक्षाएं रद्द करने का फैसला किया।