Bihar Board 10th Result 2018: बिहार बोर्ड मैट्रिक यानी 10वीं के नतीजे स्टूडेंट्स बोर्ड की ऑफिशियल वेबसाइट http://www.biharboardonline.in पर चेक कर सकते हैं। वेबसाइट अब काम कर रही है। तकनीकी खराबी दूर कर दी गई है और आप आसानी से अपने नतीजे देख सकते हैं। http://www.biharboardonline.in पर लॉगइन कर अपना रोल कोड, रोल नंबर और जन्मतिथि डालें। आपकी मार्कशीट आपकी स्‍क्रीन पर होंगे। आप इसका एक प्रिंटआउट लेकर रख सकते हैं। बता दें 10वीं के नतीजे 26 जून को जारी किए गए थे।

नतीजे जारी होने के बाद ऑफिशियल वेबसाइट http://www.biharboardonline.in डाउन हो गई थी और रिजल्ट्स सिर्फ bihar.indiaresults.com और examresults.net/bihar पर उपलब्ध थे। बहरहाल अब तकनीकी गड़बड़ी दूर हो गई है और आप नतीजे देख सकते हैं। 10वीं की परीक्षाएं 21 से 28 फरवरी 2018 के बीच 1,426 सेंटर्स पर कराई गई थीं। दूसरी तरफ गुरुवार, 28 जून से स्क्रूटनी के लिए आवेदन मंगाए जाएंगे। वहीं 1,304 स्टूडेंट्स की कंपार्टमेंट आई। कंपार्टमेंट परीक्षा के लिए ऑनलाइन आवेदन भी गुरुवार से शेरू होंगे।

इस साल 10वीं का पास प्रतिशत 68.89% है। पिछले साल की तुलना में यह 18.77 फीसद अधिक रहा। Bihar Board के चेयरमैन आनंद किशोर और शिक्षा मंत्री कृष्ण नंदन प्रसाद वर्मा ने प्रेस वार्ता में नतीजे जारी किए। बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा इस वर्ष 21 से 28 फरवरी के बीच आयोजित की गई इस परीक्षा में करीब 17़ 70 लाख परीक्षार्थी शामिल हुए थे, जिसमें आठ लाख 91 हजार 243 छात्र और आठ लाख 78 हजार 794 छात्राएं शामिल थीं। समिति ने पूर्व में 20 जून को ही परीक्षा परिणाम जारी करने की घोषणा की थी, लेकिन गोपालगंज मूल्यांकन केंद्र से 42 हजार से अधिक उत्तर पुस्तिकाएं गायब हो जाने के बाद परीक्षा परिणाम जारी करने की तिथि बढ़ा दी गई।

इस साल सिमुलतला स्कूल की प्रेरणा राज ने 10वीं की परीक्षा में टॉप किया है। वहीं दूसरे स्थान पर प्रज्ञा और शिखा रहीं। इसके अलावा तीसरा स्थान अनुप्रिया कुमारी ने 452 मार्क्स लाकर प्राप्त किया है। टॉप 3 पोजिशन्स लड़कियों ने हासिल की है। वहीं टॉप 10 की लिस्ट में 23 बच्चे हैं। 23 में से 16 बच्चे सिमुलतला के विद्यार्थी हैं।

परीक्षा पास करने वाले 6,67,505 लड़कों में से 1.23 लाख पहली डिविजन से पास हुए हैं। 3.67 लाख दूसरी डिविजन से पास हुए। वहीं तीसरी डिविजन में पास होने वाले लड़कों की संख्या लगभग 1.75 लाख है। लड़कियों की बात करें तो 65,779 लड़कियां पहली डिविजन से, 2.95 लाख दूसरी डिविजन से और 1.75 लाख तीसरी डिविजन से पास हुई हैं।