यूपी बोर्ड 10वीं, 12वीं की परीक्षा के रिजल्ट जारी हो चुके हैं। परीक्षा में शामिल हुए छात्र आधिकारिक वेबसाइट upresults.nic.in अथवा upmspresults.up.nic.in पर विजिट कर अपना रिजल्ट चेक करें। रिपोर्टों के अनुसार, इस बार 10वीं और 12वीं के लगभग 56 लाख छात्र परीक्षा के लिए उपस्थित हुए थे, वे सभी छात्र आधिकारिक वेबसाइट upmsp.edu.in और upresults.nic.in पर अपना-अपना रिजल्ट देख सकते हैं। यूपी बोर्ड की परीक्षा 18 फरवरी से 3 मार्च के बीच आयोजित की गई थी। इन परीक्षाओं में पास होने के लिए छात्रों को प्रत्येक विषय में कम से कम 35 प्रतिशत अंक प्राप्त करने होते हैं।
UP Board 10th, 12th Result 2020 LIVE Updates:Check your Mark sheet here
हेवी ट्रैफिक से वेबसाइट क्रैश होने का खतरा है जबकि SMS पर रिजल्ट आने में समय लग सकता है। ऐसे में छात्र यदि किसी भी तरीके से रिजल्ट चेक नहीं कर पा रहे हैं तो सबसे सही तरीका है इस पेज पर बने रहने का। रिजल्ट पेज का डायरेक्ट लिंक यहां दिया जाएगा। उसपर क्लिक करके छात्र सीधे रिजल्ट पेज पर जाकर अपने रोल नंबर की मदद से अपना रिजल्ट चेक कर सकेंगे। इस पेज को कुछ कुछ देरी में रीफ्रेश करते रहें।
Check here: UP Board 12th Result 2020 | UP Board 10th Result 2020
Highlights
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घोषणा की कि कक्षा 10 और कक्षा 12 के लिए मार्कशीट 1 जुलाई से उपलब्ध हो सकती है।
छात्र अपने रिजल्ट से खुश नहीं हैं वे रीइवेल्युएशन के लिए आवेदन कर सकते हैं। पिछले साल, यूपी बोर्ड ने रीइवेल्युएशन के लिए आवेदन शुल्क में पांच गुना वृद्धि की थी और ऐसा करने वाला सबसे महंगा बोर्ड बन गया था। नवीनतम नियमों के अनुसार, एक विषय में रीइवेल्युएशन के लिए उम्मीदवारों को अब 100 रुपये के बजाय 500 रुपये का भुगतान करना होगा। इसके साथ, यूपी बोर्ड की पुनर्मूल्यांकन प्रक्रिया देश में सबसे महंगी है।
जिन छात्रों को वेबसाइट से रिजल्ट चेक करने में परेशानी हो वे मोबाइल पर SMS के जरिए भी अपना रिजल्ट पा सकते हैं। इसके लिए छात्रों को किसी इंटरनेट कनेक्शन की जरूरत भी नहीं होगी। रिजल्ट मोबाइल पर मंगाने के लिए उम्मीदवार BSEB10<रोलनंबर> लिखकर 56263 पर भेज दें। रिजल्ट मोबाइल पर ही प्राप्त हो जाएगा।
उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा में घोषणा की है कि 10वीं के टॉपर्स को ईनाम के रूप में 1 लाख रुपए तथा एक- एक लैपटॉप राज्य सरकार की ओर से दिए जाएंगे।
इस वर्ष कुल 27,72,656 छात्र 10वीं की परीक्षा में उपस्थित हुए जबकि 23,09,802 छात्र पास हुए। पास प्रतिशत 83.31% है, पिछले वर्षों से इसमें सुधार हुआ है।
हाई स्कूल परीक्षा के लिए कुल 12,81,842 लड़कियों ने पंजीकरण कराया था लेकिन कुल 11,18,914 लड़कियों ने परीक्षा पास की। लड़कियों का रिजल्ट 87.29 प्रतिशत रहा।
इसी तरह, 14,90,814 लड़कों ने परीक्षा दी जिनमें से 11,90,888 पास हुए। लड़कों का रिजल्ट 79.88 प्रतिशत रहा जो लड़कियों के उत्तीर्ण प्रतिशत से कम है। लड़कियों का रिजल्ट 87.29 प्रतिशत रहा है।
मेरठ जिले ने 12 वीं कक्षा में बरेली और प्रयागराज ने क्रमशः 80.79 और 78.06 पास प्रतिशत के साथ दूसरा और तीसरा सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया। वहीं मेरठ में उच्चतम पास प्रतिशत 74.48 प्रतिशत दर्ज किया गया।
जो लोग अपने परिणामों से खुश नहीं हैं वे पुनर्मूल्यांकन के लिए आवेदन कर सकते हैं। पिछले साल, यूपी बोर्ड ने पुनर्मूल्यांकन के लिए अपने शुल्क में पांच गुना वृद्धि की और इस संबंध में सबसे महंगे बोर्ड बन गए।
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने कक्षा 10 और कक्षा 12 के लिए यूपी बोर्ड परीक्षा 2020 उत्तीर्ण करने वाले सभी छात्रों को बधाई दी। उन्होंने उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।
यूपी बोर्ड की मार्कशीट में अंग्रेजी और हिंदी दोनों भाषाओं में छात्रों के नाम, स्कूल और अन्य जानकारी जैसे विवरण शामिल हैं। इसके अलावा, बोर्ड प्रमाणपत्रों में एक ऑनलाइन सुधार प्रक्रिया सुविधा भी प्रदान करता है।
मेरठ जिले ने 12 वीं कक्षा में उच्चतम पास प्रतिशत 74.48 प्रतिशत दर्ज किया। बरेली और प्रयागराज ने क्रमशः 80.79 और 78.06 पास प्रतिशत के साथ दूसरा और तीसरा सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया।
छात्रों की मार्कशीट में विवरण होगा जैसे - छात्र का नाम, स्कूल का नाम, कुल अंक, विषयवार अंक और अन्य विवरण अंग्रेजी और हिंदी दोनों भाषाओं में छपे होंगे।
एक छोटे स्तर के व्यवसायी की बेटी, रिया जैन ने 580 अंकों के साथ उत्तर प्रदेश, UPMSP कक्षा 10 की परीक्षा में टॉप किया। 15 वर्षीय ने विज्ञान में 99, गणित, अंग्रेजी और सामाजिक विज्ञान में 98, हिंदी में 90 और ड्राइंग में 97 अंक हासिल किए।
यूपी बोर्ड ने शनिवार को 10वीं और 12वीं के परिणाम घोषित कर दिए हैं। रिया जैन ने 10वीं और अनुराग मलिक ने 12वीं टॉप किया है। संयोग से इस साल, दोनों टॉपर्स पश्चिमी उत्तर प्रदेश में बागपत जिले के बड़ौत से हैं और एक ही स्कूल - श्री राम एसएम इंटर कॉलेज से पढ़ाई की है।
जो छात्र अपने रिजल्ट से खुश नहीं हैं वे रीइवेल्युएशन के लिए आवेदन कर सकते हैं। पिछले साल, यूपी बोर्ड ने रीइवेल्युएशन के लिए आवेदन शुल्क में पांच गुना वृद्धि की थी और ऐसा करने वाला सबसे महंगा बोर्ड बन गया था। नवीनतम नियमों के अनुसार, एक विषय में रीइवेल्युएशन के लिए उम्मीदवारों को अब 100 रुपये के बजाय 500 रुपये का भुगतान करना होगा।
हिंदी में एक ट्वीट में, उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने कक्षा 12 और कक्षा 10 की परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले छात्रों को बधाई दी। उन्होंने उन छात्रों से भी आग्रह किया, जिन्होंने उम्मीद नहीं खोने और कड़ी मेहनत जारी रखने के लिए तह परीक्षा नहीं दी थी।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घोषणा की कि कक्षा 10 और कक्षा 12 के लिए मार्कशीट 1 जुलाई से उपलब्ध हो सकती है। छात्रों की मार्कशीट में विवरण होगा जैसे - छात्र का नाम, स्कूल का नाम, कुल अंक, विषयवार अंक और अन्य विवरण अंग्रेजी और हिंदी दोनों भाषाओं में छपे होंगे।
जो छात्र अपने रिजल्ट से खुश नहीं हैं वे रीइवेल्युएशन के लिए आवेदन कर सकते हैं। पिछले साल, यूपी बोर्ड ने रीइवेल्युएशन के लिए आवेदन शुल्क में पांच गुना वृद्धि की थी और ऐसा करने वाला सबसे महंगा बोर्ड बन गया था। नवीनतम नियमों के अनुसार, एक विषय में रीइवेल्युएशन के लिए उम्मीदवारों को अब 100 रुपये के बजाय 500 रुपये का भुगतान करना होगा। इसके साथ, यूपी बोर्ड की पुनर्मूल्यांकन प्रक्रिया देश में सबसे महंगी है।
उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा में घोषणा की है कि यूपी बोर्ड के टॉपर्स को इनाम के रूप में 1 लाख रुपए और एक- एक लैपटॉप राज्य सरकार की ओर से दिए जाएंगे। इसके अलावा, टॉपर्स के घर तक पक्की सड़कों का भी निर्माण किया जाएगा।
बागपत से रिया जैन ने 96.67% अंकों के साथ 10 वीं कक्षा में टॉप किया है। लाखपारा के अभिमन्यु वर्मा ने 95.53% के साथ दूसरा स्थान हासिल किया है और तीसरी रैंक योगेश प्रताप सिंह ने 95.33% के साथ हासिल की है।
जारी 10वीं के रिजल्ट के अनुसार, रिया जैन ने 96.67% नंबरों के साथ परीक्षा में टॉप किया है। रिया बागपत से हैं और इस वर्ष की 10वीं की यूपी बोर्ड टॉपर हैं। रिया जैन ने अधिकतम 600 में से 580 अंक हासिल किए।
उत्तर प्रदेश माध्यिमिक शिक्षा परिषद 2020 परीक्षा का रिजल्ट इस बार पिछले वर्ष से बेहतर रहा है। यह जानकारी जारी प्रेस कांफ्रेंस में राज्य के उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने दी है।
यूपी के उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से रिजल्ट की घोषणा की है। इस साल, कक्षा 10 और 12 की परीक्षा में 56.11 लाख से अधिक छात्र उपस्थित हुए हैं जिनका रिजल्ट जारी किया गया है।
रिजल्ट चेक करने के लिए छात्रों को अपने रोल नंबर की जरूरत होगी। यदि आपका रोलनंबर खो गया है तो अपने एग्जाम एडमिट कार्ड पर अपना रोल नंबर चेक करें। यदि एडमिट कार्ड भी खो गया है तो किसी एग्जाम पेपर पर आपका रोल नंबर जरूर दर्ज होगा।
लॉकडाउन के कारण यूपी बोर्ड परीक्षा के रिजल्ट इस साल एक महीने से अधिक देरी से घोषित किए गए हैं। कॉपियों की चेकिंग पहले ग्रीन फिर ऑरेन्ज और अंत में रेड ज़ोन में पूरी की गई। कॉपी चेकिंग के प्रोसेस में सभी जरूरी प्रतिबंधों और सामाजिक दूरी के सख्त निर्देशों का पालन भी किया गया।
यदि छात्र वेबसाइट पर रिजल्ट नहीं चेक कर पा रहे हैं तो SMS के माध्यम से भी अपना रिजल्ट पा सकते हैं। इसके लिए अपने मोबाइल पर UP12<रोल नंबर> अथवा UP10<रोल नंबर> लिखकर 56263 पर भेज दें। सही फॉर्मेट में SMS करने पर रिजल्ट मोबाइल पर ही बगैर इंटरनेट के ही प्राप्त हो जाएगा। इसके लिए उम्मीदवारों को मामूली SMS चार्ज भी चुकाना होगा।
स्टेप 1: सबसे पहले उम्मीदवार बताई गई आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं। स्टेप 2: रिजल्ट चेक करने का लिंक उम्मीदवारों को वेबसाइट के होमपेज पर नजर आएगा। स्टेप 3: स्क्रॉल पर दिख रहे लिंक पर क्लिक करें और आप एक नये पेज पर रीडायरेक्ट हो जाएंगे। स्टेप 4: इस पेज पर अपना रोल नंबर दर्ज करें तथा अन्य जानकारी दर्ज कर सब्मिट करें। स्टेप 5: रिजल्ट आपकी स्क्रीन पर नज़र आ जाएगा। इसे डाउनलोड करें।
जो छात्र अपने रिजल्ट से खुश नहीं हैं वे रीइवेल्युएशन के लिए आवेदन कर सकते हैं। पिछले साल, यूपी बोर्ड ने रीइवेल्युएशन के लिए आवेदन शुल्क में पांच गुना वृद्धि की थी और ऐसा करने वाला सबसे महंगा बोर्ड बन गया था। नवीनतम नियमों के अनुसार, एक विषय में रीइवेल्युएशन के लिए उम्मीदवारों को अब 100 रुपये के बजाय 500 रुपये का भुगतान करना होगा।
हिंदी में एक ट्वीट में, उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने कक्षा 12 और कक्षा 10 की परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले छात्रों को बधाई दी। उन्होंने उन छात्रों से भी आग्रह किया, जिन्होंने उम्मीद नहीं खोने और कड़ी मेहनत जारी रखने के लिए तह परीक्षा नहीं दी थी।
नए नियमों के अनुसार, पुनर्मूल्यांकन के लिए एक विषय के पेपर को दोबारा प्राप्त करने के लिए, उम्मीदवारों को पहले 100 रुपये के बजाय 500 रुपये का भुगतान करना होगा। इसके साथ, यूपी बोर्ड की पुनर्मूल्यांकन प्रक्रिया देश में सबसे महंगी है।
कक्षा 10 और कक्षा 12 के छात्र पुनर्मूल्यांकन, पुन: मूल्यांकन के लिए आवेदन कर सकते हैं या फोटोकॉपी की मांग करके अपनी उत्तर स्क्रिप्ट भी प्राप्त कर सकते हैं। हालांकि, एक विषय के पेपर के पुनर्मूल्यांकन के लिए उसी का शुल्क 100 रुपये से बढ़ाकर 500 रुपये कर दिया गया है, जिससे यूपी बोर्ड की प्रक्रिया देश में सबसे महंगी हो गई है।
कक्षा 10 में, 83.31 प्रतिशत छात्रों ने परीक्षा दी। यह पिछले साल की तुलना में अधिक है जब 80.07 फीसदी छात्रों ने परीक्षा पास की।
श्री राम एसएम इंटर कॉलेज, बड़ौत के छात्र अनुराग मलिक ने यूपी बोर्ड इंटरमीडिएट परीक्षा परिणामों में पहली रैंक प्राप्त की है। उन्होंने यह मुकाम हासिल करने के लिए करीब 30 लाख से अधिक छात्रों को पीछे छोड़ा है। उनके पिता गांव में बिजली के सामान की एक दुकान चलाते हैं।
मलिक ने कक्षा 12 में अपने विषयों के रूप में अंग्रेजी, हिंदी, भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान और गणित था। फिजिक्स में उन्होंने 100 में से 99 सबसे ज्यादा अंक प्राप्त किए। उन्होंने कहा कि, “मैंने अपने सभी विषयों को समान समय दिया था लेकिन मेरा फिजिक्स के प्रति ज्यादा झुकाव है। मुझे यह जानने में दिलचस्पी है कि चीजें कैसे काम करती हैं और इसीलिए, मुझे लगता है, मुझे इसमें सबसे ज्यादा फायदा हुआ।”
12वीं के टॉपर अनुराग मलिक का कहना है कि, उनके दोस्तों ने भी तैयारी के दौरान किसी विषय पर अटक जाने पर उनकी मदद की थी, जिनकी मदद से भी उनके इतने अच्छे मार्क्स आए हैं। मलिक ने अब आईएस की तैयारी भी शुरू कर दी है।
छात्रों को इस वर्ष डिजिटल मार्कशीट मिलेगी। कक्षा 10 के छात्रों को 15 जुलाई तक और 12 वीं के छात्रों को 30 जुलाई तक मार्कशीट मिल सकती है।
इस साल, कक्षा 12वीं के छात्रों के पास कंपार्टमेंटल परीक्षा के लिए उपस्थित होने का विकल्प होगा, अगर वे एक या दो परीक्षा में फेल हुए हैं। हालांकि यह पहले केवल कक्षा 10वीं के छात्रों के लिए होता था।
रिजल्ट जारी करते हुए प्रेस कांफ्रेंस के दौरान प्रदेश के डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा ने कहा कि बोर्ड ने 21 दिनों में 2 करोड़ से अधिक उत्तर पुस्तिकाएं जांची हैं। यह अपने आप में एक रिकार्ड है। उन्होनें 10वीं की टॉपर रिया जैन के नाम की भी घोषणा की।
जो छात्र अपने रिजल्ट से खुश नहीं हैं वे रीइवेल्युएशन के लिए आवेदन कर सकते हैं। पिछले साल, यूपी बोर्ड ने रीइवेल्युएशन के लिए आवेदन शुल्क में पांच गुना वृद्धि की थी और ऐसा करने वाला सबसे महंगा बोर्ड बन गया था। नवीनतम नियमों के अनुसार, एक विषय में रीइवेल्युएशन के लिए उम्मीदवारों को अब 100 रुपये के बजाय 500 रुपये का भुगतान करना होगा।