बिहार बोर्ड 10वीं का रिजल्ट जारी होने के बाद बोर्ड अब जल्द ही 10वीं स्क्रूटनी के आवेदन की तिथियां घोषित कर सकता है। बिहार बोर्ड 10वीं रिजल्ट 2020 मिले अंकों से जो छात्र संतुष्ट न हों वे स्क्रूटनी के लिए आवेदन कर सकेंगे। हालांकि इस संबंध में बोर्ड की ओर से अभी आधिकारिक सूचना आना बाकी है। इसके अलावा, बोर्ड कंपार्टमेंट एग्जाम का शेड्यूल भी जल्द जारी कर सकता है। इस साल परीक्षा 1,019 छात्रों की कंपार्टमेंट आई है। इनमें 550 लड़कियां हैं जबकि 469 लड़के शामिल हैं।
Bihar Board 10th Result 2020 LIVE: Check here
बिहार बोर्ड 10वीं की परीक्षा के रिजल्ट आधिकारिक वेबसाइट पर जारी कर दिए गए हैं। इस वर्ष लड़के लड़कियों पर भारी रहे हैं। 10वीं का रिजल्ट इस वर्ष पिछले वर्ष की तुलना में थोड़ा कम रहा है। देश में लॉकडाउन के चलते 10वीं की कॉपियों की चेकिंग का काफी दिनों के लिए रुक गया था जिसके चलते रिजल्ट देर से जारी किए गए हैं। रिजल्ट चेक करने के लिए biharboardonline.in, bsebssresult.com, biharboardonline.bihar.gov.in, biharboard.ac.in, bsebinteredu.in तथा indiaresults.com पर विजिट कर चेक कर सकते हैं।
Bihar Board BSEB 10th Result 2020 LIVE Updates: Check marks here

Highlights
रिजल्ट आधिकारिक वेबसाइट समेत अन्य रिजल्ट होस्टिंग वेबसाइट पर भी जारी किए गए हैं। जो छात्र इस वर्ष बिहार बोर्ड 10वीं की परीक्षा में शामिल हुए थे वे किसी भी रिजल्ट वेबसाइट पर जाकर अपने रोल नंबर तथा रोल कोड की मदद से अपना रिजल्ट चेक कर सकते हैं।
जारी रिजल्ट के अनुसार, कुल 4.03 लाख स्टूडेंट्स को फर्स्ट डिवीज़न मिली है। सबसे ज्यादा स्टूडेंट्स सेकेंड डिवीज़न पास हुए हैं। 5.24 लाख उम्मीदवार सेकेंड डिवीज़न जबकि 2.75 लाख स्टूडेंट्स थर्ड डिवीज़न पास हुए हैं।
बिहार बोर्ड मैट्रिक के जारी रिजल्ट के अनुसार, परीक्षा में कुल 2.8 लाख (2,89,692) स्टूडेंट्स फेल हो गए हैं। इनके अलावा 4 उम्मीदवारों को रिजल्ट फिलहाल पेंडिंग है।
बिहार बोर्ड कक्षा 10 की परीक्षा में इस साल, 12,04,030 छात्र पास हुए हैं। पास हुए छात्रों में कुल 6,13,485 लड़के हैं जबकि 5,90,545 लड़कियां हैं। लड़कों का रिजल्ट इस साल लड़कों से बेहतर रहा है।
हिमांशु बिहार में अपने पिता के साथ सब्जी भी बेचा करते थे। उनके पिता ने बताया कि परीक्षा के समय उनकी मां तथा वह खुद हिमांशु से कोई काम नहीं कहते थे ताकि वह मन लगाकर पढ़ाई कर सके। हिमांशु ने हर दिन 14 घंटे पढ़ाई कर बोर्ड में टॉप किया है।
हिमांशु के पिता ने कहा कि वे बेटे की उपलब्धि से बेहद खुश हैं। परीक्षा के दौरान उन्होनें तथा हिमांशु की मां ने उनसे कोई भी काम कराना बंद कर दिया था ताकि वह पढ़ाई में पूरा मन लगा सके। हिमांशु आगे चलकर सॉफ्टवेयर इंजीनियर बनना चहते हैं जिसके लिए वे आगे भी जीतोड़ मेहनत जारी रखेंगे।
हिमांशु राज ने बिहार बोर्ड टॉप किया है जबकि दूसरी रैंक दुर्गेश कुमार ने 480 अंकों के साथ प्राप्त की है। तीसरे स्थान पर रैंक 3 - शुभम कुमार, रैंक 3 - राजवीर, रैंक 3 - जूली कुमार (महिला टॉपर) के साथ दो लड़कों और एक लड़की ने जगह हासिल की है।
परीक्षा में शामिल हुए कुछ छात्रों में से 1,019 छात्रों को कम्पार्टमेंट एग्जाम के लिए उपस्थित होना होगा। इनमें से 550 लड़कियां हैं जबकि 469 लड़के हैं।
बिहार बोर्ड 10वीं का रिजल्ट जारी होने के बाद बोर्ड अब जल्द ही 10वीं स्क्रूटनी के आवेदन की तिथियां घोषित कर सकता है। बिहार बोर्ड 10वीं रिजल्ट 2020 मिले अंकों से जो छात्र संतुष्ट न हों वे स्क्रुटनी के लिए आवेदन कर सकेंगे। हालांकि इस संबंध में बोर्ड की ओर से अभी आधिकारिक सूचना आना बाकी है।
यदि कोई छात्र किसी एक विषय में अधिकतम 8 प्रतिशत नंबरों से अथवा दो विषयों में अधिकतम 4 प्रतिशत नंबरों से फेल होता है, तो उसे ग्रेस मार्क्स की मदद से पास किया जाएगा। यदि कोई छात्र 75 प्रतिशत नंबरों के साथ भी किसी एक विषय में 8 प्रतिशत से अधिक नंबरों से फेल होता है तो उसे किसी भी नियम से पास नहीं किया जा सकेगा।
रिजल्ट आधिकारिक वेबसाइट समेत अन्य रिजल्ट होस्टिंग वेबसाइट पर भी जारी किए गए हैं। जो छात्र इस वर्ष बिहार बोर्ड 10वीं की परीक्षा में शामिल हुए थे वे किसी भी रिजल्ट वेबसाइट पर जाकर अपने रोल नंबर तथा रोल कोड की मदद से अपना रिजल्ट चेक कर सकेंगे।
इस वर्ष पासिंग पर्सेंटेज 80.59 पर्सेंट रहा है। पिछले वर्ष 80.73 पर्सेंट छात्र परीक्षा में पास हुए थे। रिजल्ट बगैर प्रेस कांफ्रेंस के जारी किए गए हैं।
बिहार बोर्ड द्वारा पूर्व में जारी परीक्षा डेटशीट के अनुसार, 10वीं की बोर्ड परीक्षा फरवरी 2020 में ही आयोजित की गई थी। परीक्षाएं 17 फरवरी से शुरू हुई और 24 फरवरी तक जारी रही। परीक्षा के रिजल्ट 26 मई को जारी किए गए हैं। रिजल्ट से जुड़ी पूरी जानकारी नीचे मौजूद है।
परीक्षा दो सत्रों में आयोजित की गई थी। सुबह के सत्र में 9.30 बजे से दोपहर 12.30 बजे तक और दोपहर की पाली 1.45 बजे से शाम 4.30 बजे तक आयोजित की गई। रिजल्ट आज आधिकारिक वेबसाइट पर जारी किए गए हैं। 10वीं में हिमांशु राज इस वर्ष टॉपर बने हैं।
बिहार के रोहतास के एक सुदूर गाँव के छात्र हिमांशु राज ने बिहार बोर्ड की कक्षा 10 की परीक्षा में 500 में से 481 अंक हासिल किए हैं। टॉप करने के लिए 15 वर्षीय हिमांशु ने 14.94 लाख से अधिक छात्रों को पीछे छोड़ दिया है।
बिहार बोर्ड देशभर में लागू लॉकडाउन 12वीं और 10वीं दोनो ही परीक्षाओं के रिजल्ट सबसे पहले रिजल्ट जारी करने वाला बोर्ड बन गया है। बोर्ड ने पिछले वर्ष सबसे पहले रिजल्ट जारी करने का रिकॉर्ड बनाया था।
2012 में हुए टॉपर्स के घोटाले की वजह से, राज्य बोर्ड ने कई परीक्षा सुधार शुरू किए थे, जिनमें OMR शीट आदिशामिल हैं। इस साल जहां लड़कियों का पास प्रतिशत 90.28 प्रतिशत था, वहीं लड़कों का रिजल्ट 84.12 प्रतिशत रहा है।
हिमांशु राज ने बिहार बोर्ड टॉप किया है जबकि दूसरी रैंक दुर्गेश कुमार ने 480 अंकों के साथ प्राप्त की है। तीसरे स्थान पर तीन स्टूडेंट्स हैं जिनमें एक लड़की और 47 अंकों के साथ दो लड़के हैं।
जबकि जूली के पिता एक शिक्षक हैं, वहीं उनकी माँ एक गृहिणी हैं। पिता ने जहां पढ़ाई में मदद की वहीं मां ने यह सुनिश्चित किया कि जूली को रसोई में कदम न रखना पड़े। जुली ने बताया, "परिणाम घोषित होने के बाद से, मुझे NEET (मेडिकल प्रवेश परीक्षा) की तैयारी के लिए कोचिंग संस्थानों से कई फोन आए हैं और मैंने लॉकडाउन खत्म होने के बाद रजिस्ट्रेशन करने का फैसला किया है।"
जूली टॉप 5 में एकलौती लड़की हैं, उन्होंने कहा, "लड़कियों को पढ़ने के अलावा खाना पकाने और घरेलू कामों में मदद करने की अतिरिक्त ज़िम्मेदारी है, यही वजह है कि वे अक्सर वह परीक्षाओं में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने में विफल रहती हैं, लेकिन मेरे माता-पिता मुझे केवल पढ़ाई करने के लिए कहा और अपना सर्वश्रेष्ठ करने के लिए प्रेरित किया।
लड़कियों में जूली कुमारी टॉपर बनी हैं। जूनी ने 500 में से 478 नंबर स्कोर किए हैं। वह ओवरऑल थर्ड रैंक होल्डर हैं और लड़कियों में फर्स्ट। जूली आगे चलकर डॉक्टर बनने का सपना रखती हैं।
रैंक 1 - हिमांशु राज
रैंक 2- दुर्गेश कुमार
रैंक 3 - शुभम कुमार
रैंक 3 - राजवीर
रैंक 3 - जूली कुमार (महिला टॉपर)
रैंक 4 - सन्नू कुमार
रैंक 4 - मुन्ना कुमार
रैंक 4 - नवनीत कुमार
रैंक 5 - रंजीत कुमार गुप्ता
बोर्ड द्वारा जारी टॉपर्स की लिस्ट यहां है।
हिमांशु के पिता ने कहा कि वे बेटे की उपलब्धि से बेहद खुश हैं। परीक्षा के दौरान उन्होनें तथा हिमांशु की मां ने उनसे कोई भी काम कराना बंद कर दिया था ताकि वह पढ़ाई में पूरा मन लगा सके। हिमांशु आगे चलकर सॉफ्टवेयर इंजीनियर बनना चहते हैं जिसके लिए वे आगे भी जीतोड़ मेहनत जारी रखेंगे।
हिमांशु बिहार में अपने पिता के साथ सब्जी भी बेचा करते थे। उनके पिता ने बताया कि परीक्षा के समय उनकी मां तथा वह खुद हिमांशु से कोई काम नहीं कहते थे ताकि वह मन लगाकर पढ़ाई कर सके। हिमांशु ने हर दिन 14 घंटे पढ़ाई कर बोर्ड में टॉप किया है।
बोर्ड ने 10वीं की परीक्षा के रिजल्ट जारी कर दिए हैं। इसके साथ ही इस वर्ष हिमांशु राज 10वीं की परीक्षा के टॉपर बने हैं। हिमांशु ने अपनी तैयारी के बारे में बताया कि वह दिन में 14 घंटे परीक्षा के लिए पढ़ाई करते थे।
परीक्षा में शामिल हुए कुछ छात्रों में से 1,019 छात्रों को कम्पार्टमेंट एग्जाम के लिए उपस्थित होना होगा। इनमें से 550 लड़कियां हैं जबकि 469 लड़के हैं।
बिहार बोर्ड कक्षा 10 की परीक्षा में इस साल, 12,04,030 छात्र पास हुए हैं। पास हुए छात्रों में कुल 6,13,485 लड़के हैं जबकि 5,90,545 लड़कियां हैं। लड़कों का रिजल्ट इस साल लड़कों से बेहतर रहा है।
बिहार बोर्ड मैट्रिक, कक्षा 10 परीक्षा के रिजल्ट घोषित कर दिए गए हैं। छात्र वेबसाइट- bsebssresult.com, biharboardonline.bihar.gov.in के माध्यम से परिणामों की जांच कर सकते हैं।
जारी रिजल्ट के अनुसार, कुल 4.03 लाख स्टूडेंट्स को फर्स्ट डिवीज़न मिली है। सबसे ज्यादा स्टूडेंट्स सेकेंड डिवीज़न पास हुए हैं। 5.24 लाख उम्मीदवार सेकेंड डिवीज़न जबकि 2.75 लाख स्टूडेंट्स थर्ड डिवीज़न पास हुए हैं। परीक्षा में कुल 2.8 लाख (2,89,692) स्टूडेंट्स फेल हो गए हैं। इनके अलावा 4 उम्मीदवारों को रिजल्ट फिलहाल पेंडिंग है।
इस वर्ष पासिंग पर्सेंटेज 80.59 पर्सेंट रहा है। पिछले वर्ष 80.73 पर्सेंट छात्र परीक्षा में पास हुए थे। रिजल्ट कल दोपहर बगैर प्रेस कांफ्रेंस के जारी किए गए हैं।
रिजल्ट आधिकारिक वेबसाइट समेत अन्य रिजल्ट होस्टिंग वेबसाइट पर भी जारी किए गए हैं। जो छात्र इस वर्ष बिहार बोर्ड 10वीं की परीक्षा में शामिल हुए थे वे किसी भी रिजल्ट वेबसाइट पर जाकर अपने रोल नंबर तथा रोल कोड की मदद से अपना रिजल्ट चेक कर सकेंगे।
बिहार के रोहतास के एक सुदूर गाँव के छात्र हिमांशु राज ने बिहार बोर्ड की कक्षा 10 की परीक्षा में 500 में से 481 अंक हासिल किए हैं। टॉप करने के लिए 15 वर्षीय हिमांशु ने 14.94 लाख से अधिक छात्रों को पीछे छोड़ दिया है।
हिमांशु एक किसान के बेटे हैं। उनके पिता दिन में पट्टे पर खेतों में काम करते हैं और शाम को उसे पढ़ाते भी हैं। उनकी मां एक गृहिणी हैं। हिमांशु ने बताया कि वे खुद भी कई बार पिता के साथ सब्जी बेचने बाजार जाते रहे हैं।
हिमांशु IIT जाकर आगे की पढ़ाई करना चाहते हैं। उन्होंने कहा, “मैं कक्षा 11 और 12 में साइंस ले लूंगा और इस वर्ष से JEE (इंजीनियरिंग के लिए प्रवेश परीक्षा) की तैयारी शुरू कर दूंगा। मैं एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर बनना चाहता हूं। मेरा इलेक्ट्रॉनिक चीज़ों के प्रति झुकाव है और मैं हमेशा यह जानना चाहता हूं कि इलेक्ट्रॉनिक चीजें कैसे चलती हैं और एक कंप्यूटर के अंदर क्या होता है।"
हिमांशु ने कहा, “अधिकांश छात्र परीक्षा से कुछ दिन पहले ही परीक्षा की तैयारी शुरू करते हैं। यदि किसी चीज़ को याद रखना है तो उसे रोज दोहराना बेहद जरूरी है। मैं पढ़ाई करने के लिए कम से कम 12 घंटे निकालता था। मेरे पिता भी शाम को मुझे पढ़ाते थे और मेरे डाउट्स को क्लियर करने के लिए मेरे शिक्षकों ने स्कूल के बाद भी मेरी मदद की।”
-आधिकारिक वेबसाइट biharboardonline.bihar.gov.in पर जाएं
- यहां स्क्रूटनी वाले लिंक पर क्लिक करें.
- अब यहां अपने रोल कोड,रोल नंबर और रजिस्ट्रेशन नंबर एंटर कर खुद को रजिस्टर्ड करें.
- अब आपके सामने एक नया पेज खुलकर आ जाएगा
- यहां आपको स्क्रूटनी फॉर्म के लिए आवेदन करना होगा.
- अब इसके बाद जिस विषय के लिए आपको अप्लाई करना है, वो विषय चुनें.
- इसके बाद फीस का भुगतान कर दें.
-अप्लाई की एक प्रिंटआउट कांपी भविष्य के लिए रख लें।
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स्क्रूटनी के लिए बिहार बोर्ड के वैसे छात्र भी आवेदन कर पाएंगे जो प्रथम या द्वितीय श्रेणी से पास हुए हैं और किसी भी विषय में कम नंबर मिलने से असंतुष्ट हैं तो वे भी आवेदन कर सकते हैं. आवेदन की स्क्रूटनी के बाद रिजल्ट भी जून के अंतिम सप्ताह या जुलाई के प्रथम सप्ताह तक जारी किया जा सकता है।
आवेदक को आवेदन के लिए प्रति विषय 70 रुपये शुल्क जमा करना होगा। बोर्ड ने स्क्रूटनी शुल्क के भुगतान के लिए माध्यम डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड, नेट बैंकिंग रखा है जिसके माध्यम से शुल्क का भुगतान किया जा सकेगा।