कर्नाटक के प्री यूनिवर्सिटी एजुकेशन डिपार्टमेंट आज (30 अप्रैल) सेंकेंड ईयर का रिजल्ट जारी कर दिए हैं। जिन स्टूडेंट्स ने एग्जाम दिए थे वे यूनिवर्सिटी की आधिकारिक वेबसाइट kar.nic.in, karresults.nic.in और pue.kar.nic.in पर अपना रिजल्ट देख सकते हैं। इस बार लगभग 6,90,000 स्टूंडेंट्स ने पीयूसी के सेकेंड ईयर के एग्जाम दिए थे। एग्जाम 1 मार्च से लेकर 17 मार्च के बीच कराए गए थे। रिजल्ट आने के बाद अगर आधिकारिक वेबसाइट पर रिजल्ट देखने में दिक्कत हो तो अन्य थर्ड पार्टी वेबसाइट्स जैसे examresults.net/karnataka पर भी रिजल्ट देखे जा सकते हैं।

ऐसे देखें रिजल्ट: सबसे पहले आधिकारिक वेबसाइट kar.nic.in, karresults.nic.in पर जाएं। होमपेज पर जाने के बाद आपको Karnataka II PUC results 2018 का लिंक दिखाई देगा। इस लिंक पर क्लिक करें। लिंक पर क्लिक करते ही नया पेज खुल जाएगा। अब यहां अपना रोल नंबर समेत दूसरी जरुरी जानकारी भर दें। यह सब भरने के बाद सबमिट पर क्लिक कर दें। ऐसा करते ही रिजल्ट आपके सामने होगा। अब स्टूडेंट्स अपना रिजल्ट डाउनलोड कर सकते हैं।

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Read Karnataka PUC Results 2018 from www.pue.kar.nic.in

15:07 (IST)30 Apr 2018
Karnataka PUC Results 2018

दक्षिण कन्नड़ और उडुपी जिले का पासिंग पर्सेंटेज सबसे ज्यादा रहा। वहीं सबसे कम पासिंग पर्सेंटेज बिदर और चिक्कोड़ी जिलों का रहा।

13:58 (IST)30 Apr 2018
PUC Results 2018

लड़कियों का पासिंग प्रतिशत लड़कों की तुलना में ज्यादा रहा है। इस वर्ष 67.11 % लड़कियां, वहीं लड़कों का पासिंग प्रतिशत 52.30 % रहा है।

12:40 (IST)30 Apr 2018
पासिंग प्रतिशत 59.56%

इस वर्ष का पासिंग प्रतिशत 59.56 फीसदी रहा है। पिछले वर्ष की तुलना में इसमें 7.1 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है।

12:34 (IST)30 Apr 2018
4,08,421 छात्र पास

इस साल परीक्षा में कुल 4,08,421 छात्र पास हुए हैं। 54,692 छात्रों को डिस्टिंक्शन, 2,13,611 छात्र फर्स्ट क्लास और 82,532 छात्र सेकेंड क्लास में पास हुए।

11:48 (IST)30 Apr 2018
नतीजे घोषित

परीक्षा के नतीजे जारी हो चुके हैं। नतीजे सोमवार सुबह लगभग 11 बजे घोषित किए गए। रिजल्ट देखने के लिए  pue.kar.nic.in पर जाएं। अपना रजिस्टर्ड नंबर डालकर सब्मिट करें। 

11:08 (IST)30 Apr 2018
4 फीसदी घटा था पासिंग परसेंटेज

साल 2017 में पासिंग परसेंटेज 4.82 फीसदी कम हुआ था। 2017 में कुल पासिंग परसेंटेज 52.38 फीसदी था। वहीं इससे पहले 2016 में पासिंग परसेंटेज 57.20 फीसदी था। कम अटेंडेंस की वजह से कुल 3,700 स्टूडेंट्स एग्जाम नहीं दे पाए हैं। वह अब अगले साल इसके एग्जाम दे पाएंगे।