मध्य प्रदेश में विभिन्न सरकारी विभागों में अनुकंपा के आधार पर नौकरी पाने की राह देख रहे लोगों के लिए खुशखबरी है। कमलनाथ सरकार ऐसे उम्मीदवारों के टंकण परीक्षा पास करने के मानदंडों में ढिलाई बरतने पर विचार कर रही है। दरअसल अब तक अनुकंपा नियुक्ति प्राप्त करने वाले ऐसे कार्मिक जो कम्प्यूटर दक्षता रखते थे उनके लिए टंकण परीक्षा (टाइपिंग टेस्ट) पास करना जरुरी था। पिछले कई महीनों से राज्य में टंकण परीक्षा को लेकर लोग यह मांग कर रहे थे कि अनुकंपा नियुक्ति में टंकण परीक्षा में पास होने की अनिवार्यता को सरकार खत्म करे। जिसके बाद सरकार ने इस दिशा में बड़ा फैसला लिया है। बीते सोमवार (17 जून, 2019) को राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्वीट कर जानकारी दी है कि सरकार टंकण परीक्षा को लेकर विचार कर रही है। सीएम ने ट्वीट करते हुए लिखा कि ‘प्रदेश में अनुकंपा नियुक्ति प्राप्त करने वाले ऐसे कार्मिक जो कम्प्यूटर दक्षता रखते हैं, उन्हें टंकण परीक्षा पास करने के मापदंड़ो में शिथिलता देने पर विचार किया जाएगा।’

बता दें कि राज्य में विधानसभा चुनाव के वक्त कांग्रेस ने अपने मेनिफेस्टो में इस बात जिक्र किया था कि अगर राज्य में कांग्रेस की सरकार बनी तो सरकार अनुकंपा नियुक्ति अभियान चलाएगी। सरकारी बनने के बाद जनवरी के महीने में ही राज्य सरकार ने अपने इस वादे पर काम शुरू कर दिया था।

उसी वक्त सरकार ने सामान्य प्रशासन विभाग से इस संबंध में जानकारियां मंगवाई थी ताकि अभियान चालकर अनुकंपा नियुक्ति संबंधित लंबी प्रकरणों का निराकरण किया जा सके। इसी महीने में गुना जिले में 10 लोगों को अनुकंपा नियुक्ति प्रदान की गई है। इनकी नियुक्ति साल 2002 से ही विभिन्न अड़चनों की वजह से रुकी हुई थी। लेकिन नियुक्ति होने के बाद इन सभी की राजस्व विभाग, जलसंसाधन विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग समेत अन्य विभागों में नियुक्तियां की गईं।