JEE Mains परीक्षा का आज पांचवां दिन है और 13 सितंबर को NEET 2020 परीक्षा का आयोजन NTA द्वारा किया जाना है। ऐसे में स्वास्थ्य मंत्रालय ने परीक्षाओं की तैयारी के संबंध में नए दिशानिर्देश जारी किए हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि केवल उन्हीं परीक्षा केंद्रों पर एग्जाम कराने की अनुमति होगी जो कंटेनमेंट ज़ोन में नहीं आते हैं। इसके अलावा कंटेनमेंट ज़ोन से आ रहे परीक्षार्थियों और स्टाफ को भी एग्जाम सेंटर में एंट्री की अनुमति नहीं होगी। मंत्रालय का मानना है कि कोरोना प्रसार को रोकने के लिए ऐसा करना जरूरी है।
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स्वास्थ्य मंत्रालय ने विश्वविद्यालय और अन्य शैक्षिक परीक्षाओं के बारे में दिशानिर्देश जारी किए हैं। यूनिवर्सिटी/कॉलेजों के फाइनल ईयर के एग्जाम भी जल्द शुरू होने वाले हैं जिसके लिए भी यह दिशानिर्देश लागू रहेंगे। नियमानुसार, जो उम्मीदवार कंटेनमेंट ज़ोन में आते हैं, ऐसे परीक्षार्थियों को अन्य माध्यमों से परीक्षा देने का अवसर दिया जाएगा या ऐसे छात्रों के लिए बाद की तारीख में परीक्षा लेने की अलग व्यवस्था की जानी चाहिए। NTA परीक्षाओं को लेकर पहले ही देशभर में काफी विरोध किया गया था मगर अदालत के फैसले के बाद परीक्षाएं आयोजित की जा रही हैं।
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ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सितंबर में निर्धारित जेईई मेन 2020 और NEET 2020 परीक्षाओं को स्थगित करने के लिए कहा, क्योंकि ओडिशा के कई हिस्से बाढ़ की चपेट में हैं।
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, "दिल्ली सरकार ने शनिवार को राजस्व मंत्री द्वारा एलजी को भेजी गई अपनी फाइल में छात्रों की सुरक्षा के मद्देनजर परीक्षा आयोजित नहीं करने की सिफारिश की थी। एलजी ने मुख्यमंत्री के फैसले और परीक्षा की अनुमति न देने की फाइल को वापस कर दिया।
दिल्ली में जेईई और एनईईटी परीक्षा आयोजित करने का प्रस्ताव दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) की पिछली बैठक में रखा गया था, जिसमें एल-जी और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भाग लिया था।
उम्मीदवारों को समय से एग्जाम सेंटर पर पहुंचना जरूरी होगा। जो उम्मीदवार देरी से एग्जाम सेंटर पहुंचेंगे उन्हें एग्जाम हॉल में एंट्री नहीं दी जाएगी। रिपोर्टिंग टाइम पर ही उम्मीदवारों को एग्जाम सेंटर पर रिपोर्ट करना होगा।
परीक्षाएं पूरी सावधानी से आयोजित करने के लिए एजेंसी एग्जाम के दौरान छात्रों को सेनिटाइज़र और मास्क भी देगी। इसके लिए एजेंसी ने 10 लाख मास्क और 6 हजार लीटर से अधिक सेनिटाइज़र तैयार कर लिया है। यह सब एग्जाम सेंटर पर ही छात्रों को मुफ्त में दिए जाएंगे।
NTA ने 13 करो़ड़ रुपए के खर्च से 10 लाख मास्क, 6 हजार सेनिटाइज़र, डिसिफेंक्टेंट लिक्विड, स्पॉन्ज आदि का इंतेजाम किया है। परीक्षाएं सिंतबर माह में होनी है जिनकी तैयारी पूरी हो चुकी है।
NTA ने नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट (NEET) का एडमिट कार्ड 25 अगस्त को जारी कर दिया है और शुरुआती तीन घंटों में ही 4 लाख से अधिक छात्रों ने अपने एडमिट कार्ड डाउनलोड कर लिए हैं।
एग्जाम सेंटर पर प्रवेश के लिए अभ्यर्थी को अपना प्रवेश पत्र, वैध सरकारी आईडी प्रूफ, और यदि PWd उम्मीदवार हैं तो उसका प्रमाण पत्र दिखाना होगा। बता दें कि वैध प्रमाण पत्र के बगैर किसी भी छात्र को एग्जाम सेंटर में एंट्री नहीं दी जाएगी।
एग्जाम हॉल के बाहर ड्यूटी पर मौजूद पर्यवेक्षक यह सुनिश्चित करेंगे कि छात्र पहले 10 और फिर जब पहले पांच बाहर आएं तो अगले 5 छात्रों के बैचों में अंदर प्रवेश करें। छात्रों को इंविजिलेटर के आदेश पर ही प्रवेश करना होगा और बाहर निकलना होगा।
परीक्षा आयोजित करने वाली संस्था नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने जहां परीक्षा केंद्रों की संख्या 570 से बढ़ाकर 660 कर दी है, वहीं छात्रों को कमरे के भीतर उचित दूरी पर बैठने की व्यवस्था भी सुनिश्चित की है।
कांग्रेस ने भाजपा सरकार के खिलाफ राज्य भर में धरना प्रदर्शन किया। कांग्रेस का कहना है कि संयुक्त प्रवेश परीक्षा (JEE) और नेशनल एलिजिबिलिटी-कम-एंट्रेंस टेस्ट (NEET) छात्रों के खिलाफ है, इसकी वजह से कोरोनोवायरस महामारी के बढ़ने का खतरा है।
बीजेपी नेता और राज्यसभा सासंद सुब्रमण्यम स्वामी लगातार JEE-NEET 2020 सितंबर परीक्षा आयोजन का विरोध कर रहे हैं। एक बार फिर उन्होंने ट्विट कर सवाल उठाया है कि क्या मुख्यमंत्रियों के पास कोई शक्ति नहीं है। उन्होंने ट्विट किया, 'एनईईटी और जेईई परीक्षा का विरोध करने वाले 11 सीएम के साथ कोर्ट जाने की क्या जरूरत है? क्या सीएम के पास कोई शक्ति नहीं है?'
NEET 2020 के लिए छात्रों को अपने एग्जाम सेंटर में बदलाव के लिए आवेदन करने के लिए अनुमति दी गई थी। कुल 95,000 उम्मीदवारों ने परीक्षा शहर में बदलाव के लिए आवेदन किया था और उनमें से 99 प्रतिशत को उनकी पहली च्वाइस का शहर दिया गया है।
जस्टिस एल नागेश्वर राव, हेमंत गुप्ता और एस रवींद्र भट की पीठ ने सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता से कहा कि विदेशी छात्रों को परीक्षा देने के लिए वंदे भारत मिशन की उड़ानों में भारत आने की अनुमति रहेगी।
नेशनल टेस्टिंग एजेंसी NTA ने UGC- NET, IGNOU OPENMAT PhD, दिल्ली विश्वविद्यालय प्रवेश परीक्षा और ICAR AIEEA परीक्षा सहित विभिन्न परीक्षाओं की संशोधित तिथियों की घोषणा कर दी है। यूजीसी नेट जून परीक्षा 16 से 25 सितंबर के बीच आयोजित की जाएगी, दिल्ली विश्वविद्यालय प्रवेश परीक्षा 6 से 11 सितंबर तक आयोजित की जाएगी, जबकि इग्नू एमबीए की परीक्षा 15 सितंबर को और पीएचडी प्रवेश परीक्षा अक्टूबर में आयोजित की जाएगी।HighlightsDeleteEdit
ICAR AIEEA UG परीक्षा 7 और 8 सितंबर को आयोजित होने वाली है, इसके PG और PhD स्तर की परीक्षाओं की तारीखों की घोषणा अभी नहीं की गई है। इसके अलावा, NTA AIPGET परीक्षा को स्थगित कर दिया है जो पहले 29 अगस्त के लिए निर्धारित की गई थी। परीक्षा 29 सितंबर को आयोजित की जाएगी। इन परीक्षाओं के एडमिट कार्ड प्रत्येक परीक्षा के शुरू होने से 15 दिन पहले जारी किए जाएंगे। एडमिट कार्ड में एग्जाम सेंटर, शिफ्ट तथा टाइमिंग जैसी जानकारियां होंगी।
कोरोना संक्रमण के बीच छात्रों के स्वास्थ्य के जोखिम की बात पर अमित खरे ने कहा, “पहली बात, ये तर्क सर्वोच्च न्यायालय के सामने पहले ही दिए जा चुके हैं, जिसके बाद याचिका को खारिज कर दिया गया है। कुछ छात्रों ने स्वास्थ्य जोखिमों के बारे में तर्क दिया है, जबकि ऐसे अन्य लोग भी हैं जो पूछ रहे हैं कि उन्हें अपने कैरियर को जोखिम में क्यों डालना चाहिए। इन छात्रों ने एक वर्ष का गैप लिया है और 18 महीने से तैयारी कर रहे हैं। क्या होगा उनके साथ? शिक्षा विभाग को उन छात्रों के बीच संतुलन रखना होगा जो परीक्षा चाहते हैं और जो नहीं करते हैं। हमे छात्रों के समग्र हित को देखना होगा।”
कंटेनमेंट जोन में पड़ने वाले केंद्रों के लिए NTA ने वैकल्पिक व्यवस्था की है। ऐसे छात्र जिनका घर या एग्जाम सेंटर कंटेनमेंट जोन में है वह अपने एडमिट कार्ड का इस्तेमाल ट्रैवल परमिट के रूप में कर सकते हैं।
पश्चिम बंगाल में JEE Mains की परीक्षा में शामिल होने जा रहे उम्मीदवारों को भारी बारिश और ट्रांस्पोर्ट न मिलने की वजह से मंगलवार सुबह एग्जाम सेंटर पहुंचने में काफी कठिनाई हुई। बंगाल के अलावा देश के अन्य हिस्सों में भी ट्रांसपोर्ट न मिलने की वजह से छात्रों को परेशानी उठानी पड़ी।
चंडीगढ़ और मोहाली में बैचलर ऑफ आर्किटेक्ट (बीएआरएच), बैचलर ऑफ प्लानिंग (बी प्लानिंग) जैसे पाठ्यक्रमों के लिए संयुक्त प्रवेश परीक्षा (जेईई) मेन्स 2020 के लिए लगभग 300 उम्मीदवार उपस्थित हुए। वे चार केंद्रों में दिखाई दिए - दो चंडीगढ़ में और दो मोहाली में।
NTA ने 13 करो़ड़ रुपए के खर्च से 10 लाख मास्क, 6 हजार सेनिटाइज़र, डिसिफेंक्टेंट लिक्विड, स्पॉन्ज आदि का इंतेजाम किया है। परीक्षाएं सिंतबर माह में होनी है जिनकी तैयारी पूरी हो चुकी है।
परीक्षा केंद्र पर उसे यह कहकर वापस लौटा दिया गया कि उसकी परीक्षा बाद में होगी, जबकि एनटीए की एडवाजरी व एडमिट कार्ड में कहीं भी यह जिक्र नहीं था कि पॉजिटिव छात्रों का आना जरूरी नहीं है।
एजुकेशन सेक्रेटरी अमित खरे ने कहा था कि यदि NEET, JEE Mains परीक्षाओं को और टाला गया तो पूरा सेमेस्टर खराब हो जाएगा। ऐसे में परीक्षाएं समय पर आयोजित करना जरूरी है।
8 साल की एक कार्यकर्ता, लिसिप्रिया कंगुजम ने आज जेईई और एनईईटी परीक्षाओं को लेकर केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ’के आवास के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। इससे पहले आज ही उन्होंने इस मुद्दे को लेकर सुप्रीम कोर्ट के बाहर भी विरोध प्रदर्शन किया।
सुप्रीम कोर्ट ने NEET-JEE परीक्षाओं को टालने के लिए छह गैर-बीजेपी शासित राज्यों द्वारा संयुक्त रूप से दायर पुनर्विचार याचिका को खारिज कर दिया। मंत्रियों ने अपनी दलील में दावा किया था कि शीर्ष अदालत का आदेश छात्रों के "जीवन के अधिकार" को सुरक्षित करने में विफल रहा और COVID-19 महामारी के दौरान परीक्षा आयोजित करने में सामना करने के लिए "शुरुआती तार्किक कठिनाइयों" को नजरअंदाज किया।
सुप्रीम कोर्ट ने कोविड -19 महामारी के बीच NEET और JEE परीक्षा 2020 के आयोजन को स्थगित करने के लिए दायर एक समीक्षा याचिका को खारिज कर दिया है। तीन जजों की बेंच कहती है, "दलील में पुनर्विचार की योग्यता नहीं है।"
कोविड-19 महामारी के बीच NEET और JEE परीक्षा 2020 के आयोजन को स्थगित करने के लिए दायर समीक्षा याचिका को सुप्रीम कोर्ट ने खारिज कर दिया है।
याचिका को खारिज करते हुए शीर्ष अदालत ने कहा था कि अदालत को अधिकारियों द्वारा आश्वासन दिया गया है कि परीक्षा पर्याप्त सावधानी के साथ आयोजित की जाएगी। आयोग ने अदालत को बताया है कि एग्जाम सेंटर्स की गिनती दोगुनी कर दी गई है तथा अन्य जरूरी सावधानियों के साथ ही परीक्षा होगी।
छात्रों का यह भूख हड़ताल उसी दिन हुआ जब राहुल गांधी ने कहा कि सरकार को छात्रों के 'मन की बात' सुननी चाहिए और "एक स्वीकार्य समाधान" पर पहुंचना चाहिए और उनकी पार्टी ने मांग की है कि राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (नीट) और संयुक्त प्रवेश परीक्षा (जेईई) टाल दी जाए।
JEE Main परीक्षा के दौरान, केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा कि मुझे खुशी है कि देश संयुक्त प्रवेश परीक्षा मुख्य (JEE), राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (NEET) परीक्षाओं के आयोजन के लिए केंद्र सरकार के फैसले के साथ खड़ा है।
विपक्षी दलों और कुछ छात्रों के विरोध के बावजूद संयुक्त प्रवेश परीक्षा (जेईई) मुख्य परीक्षा मंगलवार से पूरे भारत में शुरू हो गई। खबरों के अनुसार, परीक्षा हॉल में प्रवेश करने से पहले, छात्रों के टेंपरेचर की जांच की गई थी और उन्हें दिल्ली में सैनिटाइज़र भी दिए गए थे।
भारतीय रेलवे ने बिहार में इन परीक्षाओं में बैठने वालों की सुविधा के लिए 2 से 15 सितंबर तक 20 जोड़ी स्पेशल ट्रेनें चलाने का निर्णय लिया है। रेलवे ने बिहार में इन परीक्षाओं में बैठने वालों की सुविधा के लिए 2 से 15 सितंबर तक 20 जोड़ी स्पेशल ट्रेनें चलाने का फैसला लिया।
सरकार ने सभी राज्य परिवहन सेवाओं को परीक्षा के मद्देनजर सुबह 5 बजे से बस सेवा शुरू करने के लिए कहा था, लेकिन उत्तर 24 परगना, बरहामपुर, मालदा और सिलीगुड़ी में कई उम्मीदवारों ने दावा किया कि उन्हें बस का इंतजार करते करते घंटों तक खड़़ा रहना पड़ा।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने कहा, "देश में हर दिन कोरोनोवायरस के 70,000 से अधिक मामले सामने आ रहे हैं। लेकिन इस स्थिति के बीच, NEET- JEE परीक्षा आयोजित की जा रही है। अगर छात्रों के साथ कुछ भी होता है, तो इसके लिए कौन जिम्मेदार होगा?"
IIT-Delhi के निदेशक ने एक फेसबुक पोस्ट में कहा है कि सावधानियों के बीच परीक्षा आयोजित की जानी चाहिए। "व्यक्तिगत रूप से, मैं सभी सावधानी बरतने और सामाजिक दूर करने के मानदंडों का पालन करके इन परीक्षाओं का संचालन किया जा सकता है। लॉकडाउन COVID का समाधान नहीं है। हम लॉकडाउन मोड में स्थायी नहीं हो सकते।
नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने नीट -यूजी और जेईई मेन 2020 परीक्षाओं के लिए डिटेल्ड सेफ्टी प्लान जारी किया है। यूनियन गवर्नमेंट ने तमाम विरोधों के बावजूद यह साफ किया है कि न तो जेईई मेन परीक्षा 2020 और न ही नीट परीक्षा 2020 किसी भी कीमत पर स्थगित होगी।
याचिका को खारिज करते हुए शीर्ष अदालत ने कहा था कि अदालत को अधिकारियों द्वारा आश्वासन दिया गया है कि परीक्षा पर्याप्त सावधानी के साथ आयोजित की जाएगी। आयोग ने अदालत को बताया है कि एग्जाम सेंटर्स की गिनती दोगुनी कर दी गई है तथा अन्य जरूरी सावधानियों के साथ ही परीक्षा होगी।
पिछले हफ्ते में कई राजनेता, छात्र संघ और बड़ी हस्तियों ने परीक्षा स्थगित करने की मांग की है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने यह मांग उठाई थी जिसके बाद बंगाल के मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, ओडि़शा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक और यहां तक की एनवॉयरमेंट एक्टिविस्ट ग्रेटा थनबर्ग भी परीक्षा स्थगित करने का समर्थन कर चुकी हैं।
कोरोना संक्रमण के बीच छात्रों के स्वास्थ्य के जोखिम की बात पर अमित खरे ने कहा, “पहली बात, ये तर्क सर्वोच्च न्यायालय के सामने पहले ही दिए जा चुके हैं, जिसके बाद याचिका को खारिज कर दिया गया है। कुछ छात्रों ने स्वास्थ्य जोखिमों के बारे में तर्क दिया है, जबकि ऐसे अन्य लोग भी हैं जो पूछ रहे हैं कि उन्हें अपने कैरियर को जोखिम में क्यों डालना चाहिए। इन छात्रों ने एक वर्ष का गैप लिया है और 18 महीने से तैयारी कर रहे हैं। क्या होगा उनके साथ? शिक्षा विभाग को उन छात्रों के बीच संतुलन रखना होगा जो परीक्षा चाहते हैं और जो नहीं करते हैं। हमे छात्रों के समग्र हित को देखना होगा।”
एंनेशनल टेस्टिंग एजेंसी NTA ने UGC- NET, IGNOU OPENMAT PhD, दिल्ली विश्वविद्यालय प्रवेश परीक्षा और ICAR AIEEA परीक्षा सहित विभिन्न परीक्षाओं की संशोधित तिथियों की घोषणा कर दी है। यूजीसी नेट जून परीक्षा 16 से 25 सितंबर के बीच आयोजित की जाएगी, दिल्ली विश्वविद्यालय प्रवेश परीक्षा 6 से 11 सितंबर तक आयोजित की जाएगी, जबकि इग्नू एमबीए की परीक्षा 15 सितंबर को और पीएचडी प्रवेश परीक्षा अक्टूबर में आयोजित की जाएगी।